TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Indian Coast Guard: भारतीय कोस्ट गार्ड का हैरतअंगेज ऑपरेशन, पाकिस्तानी समुद्री जहाज की हिरासत में 7 भारतीय मछुआरों को बचाया

पाकिस्तानी हिरासत से 7 भारतीय मछुआरों को बचाया, मछुआरों को सकुशल ओखा हार्बर लाया गया, मछुआरों की नाव समुद्र में डूबी

Network
Newstrack Network
Published on: 18 Nov 2024 8:12 PM IST (Updated on: 18 Nov 2024 8:46 PM IST)
Indian Coast Guard: भारतीय कोस्ट गार्ड का हैरतअंगेज ऑपरेशन, पाकिस्तानी समुद्री जहाज की हिरासत में  7 भारतीय मछुआरों को बचाया
X

Indian Coast Guard: भारतीय कोस्ट गार्ड ने एक हैरतअंगेज ऑपरेशन को अरब सागर में अंजाम देते हुए 7 मछुआरों को पाकिस्तानी समुद्री एजेंसी की हिरासत से छुड़ा लिया। भारतीय तटरक्षक बल ने ऑपरेशन जहाज ने 17 नवंबर को तब अंजाम दिया जब पाकिस्तान समुद्री सीमा के पास पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी द्वारा मछुआरों को गिरफ्तार किये जाने के बाद उन्हें पाकिस्तान ले जाया जा रहा था। भारतीय तटरक्षक जहाज अग्रिम ने दो घंटे तक लगातार पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी के जहाज पीएमएस नुसरत का पीछा किया और चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि भारतीय कोस्ट गार्ड किसी भी स्थिति में भारतीय जल क्षेत्र से मछली पकड़ने वाली नाव काल भैरव से भारतीय मछुआरों को ले जाने की अनुमति नहीं देगा। हालांकि, इस घटना के दौरान 'काल भैरव' क्षतिग्रस्त हो गया और डूब गया।

दरअसल, भारतीय तट रक्षक बल को रविवार को दोपहर 3.30 बजे नो-फिशिंग जोन (एनएफजेड) के पास काम कर रही एक भारतीय नाव से एक डिस्ट्रेस कॉल मिली, जिसमें बताया गया कि 'काल भैरव' पर सवार एक मछुआरे को एक पाकिस्तानी जहाज ने पकड़ लिया है। कॉल के बाद, आईसीजी मछुआरों को बचाने के लिए उस स्थान पर पहुँची। भारतीय कोस्ट गार्ड ने बयान जारी कर बताया, "पीएमएसए जहाज द्वारा पीछे हटने के प्रयासों के बावजूद, आईसीजी जहाज ने पीएमएसए जहाज को रोक लिया और उन्हें भारतीय मछुआरों को छुड़ाने के लिए राजी कर लिया। आईसीजी जहाज सात मछुआरों को सुरक्षित वापस लाने में सफल रहा, जिनकी चिकित्सा स्थिति स्थिर पाई गई। दुर्भाग्य से, भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव काल भैरव को घटना के दौरान क्षतिग्रस्त और डूब जाने की सूचना मिली। आईसीजी जहाज 18 नवंबर 24 को ओखा हार्बर लौटा, जहां आईसीजी, राज्य पुलिस, खुफिया एजेंसियों और मत्स्य अधिकारियों की संयुक्त जांच की गई ताकि टकराव की परिस्थितियों और उसके बाद बचाव अभियान की जांच की जा सके।"



\
Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

Next Story