TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Richest Village Of India: भारत का यह गांव है सबसे अमीर, आखिर कैसे लोगों के बैंक अकाउंट में है करोड़ों रुपए?

Gujarat Richest Village Bhuj Madhapar Gaon: क्या आपको पता है भारत में एक ऐसा भी गांव है जहां पर लोग करोड़ों के मालिक है, इस गांव को भारत का सबसे अमीर गांव कहा जाता है..

Yachana Jaiswal
Published on: 25 Aug 2024 3:05 PM IST
Madhapur Richest village of India
X

Asia's Richest Village (Pic Credit-Social Media)

Richest Village of India: जब हम किसी गांव का नाम सुनकर उसके बारे में सोचते हैं, तो हमारे दिमाग में कीचड़ भरी सड़कें, हैंडपंप, बैलगाड़ी, बिना बिजली के मिट्टी के घर और खेतों में काम करने वाले खेतिहर मजदूरों की तस्वीरें आती हैं, लेकिन रुकिए। इतनी जल्दी गांव को जज मत करिए। क्यों चलिए जानते है...

सरकार की विकास योजनाओं की बदौलत देश भर के गांव भी समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं। क्या आपको पता है? एशिया का सबसे अमीर गांव चीन, जापान या दक्षिण कोरिया में नहीं है; यह हमारे अपने देश में है। गुजरात के भुज में एक गांव है जो, भारतीय गांवों के बारे में आपकी धारणा को हमेशा के लिए बदल कर रख देगा। यह गांव एशिया का सबसे अमीर गांव है।


एशिया का सबसे अमीर गांव (Gujarat Richest Village Bhuj Madhapar Gaon)

माधापुर गांव जिसे एशिया का सबसे अमीर गांव कहा जाता है- गुजरात में भुज के बाहरी इलाके में है। इसकी आबादी करीब 32,000 लोगों की है और इस आबादी के पास 7,000 करोड़ रुपये की पूंजी जमा है। गांव की समृद्धि का श्रेय इसकी 65% एनआरआई (NRI:अनिवासी भारतीय) आबादी को जाता है, जो हर साल स्थानीय बैंकों और डाकघरों में करोड़ों रुपये जमा करते हैं, जो उन्हें परिवार के सदस्यों से धन के रूप में मिलते हैं।


सबसे समृद्ध गांव जहां सभी बैंक है मौजूद

लगभग 20,000 घरों वाला माधापुर पटेल समुदाय का एक गांव है। किसी भी बड़े सार्वजनिक और निजी बैंक के बारे में सोचें, तो आपको उसकी शाखा यहाँ मिल जाएगी। इस गांव में 17 बैंक हैं, जिनमें एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, पीएनबी, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और यूनियन बैंक शामिल हैं। कई अन्य सार्वजनिक और निजी बैंक इस गांव में अपनी शाखाएँ खोलने में रुचि रखते हैं।


ऐसे बना है ये गांव अमीर

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यहाँ जमा की गई महत्वपूर्ण राशि मुख्य रूप से एनआरआई परिवारों से है, जो अफ्रीकी देशों में रहते हैं, जहाँ वे निर्माण व्यवसाय पर हावी हैं। कई निवासी अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी रहते हैं। विदेश में रहने के बावजूद, ये लोग अभी भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं और अपने गाँव में समग्र परिवर्तन ला रहे हैं। ज़्यादा जमा राशि ने इसे समृद्ध बना दिया है। यहाँ पानी, स्वच्छता और सड़क जैसी सभी बुनियादी सुविधाएँ हैं। गांव में एक राष्ट्रीयकृत बैंक के शाखा प्रबंधक ने बताया, "यहां बंगले, सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूल, झीलें और मंदिर हैं।"


बाहर रहकर भी गांव के लिए काम करते है ये लोग

माधापुर में करीब 20,000 घर हैं, जिनमें से करीब 1,200 परिवार विदेश में रहते हैं। लगातार आने वाले धन की वजह से वे गांव में स्कूल, कॉलेज, स्वास्थ्य केंद्र, बांध, मंदिर और झीलें विकसित कर पाए हैं। उन्होंने लंदन में माधापुर विलेज एसोसिएशन की भी स्थापना की है, जिसका उद्देश्य खुद को जोड़ना और विदेश में अपने गांव की छवि को बेहतर बनाना है।



\
Yachana Jaiswal

Yachana Jaiswal

Content Writer

I'm a dedicated content writer with a passion for crafting engaging and informative content. With 3 years of experience in the field, I specialize in creating compelling articles, blog posts, website content, and more. I can write on anything with my research skills. I have a keen eye for detail, a knack for research, and a commitment to delivering high-quality content that resonates with the audience. Author Education - I pursued my Bachelor's Degree in Journalism and Mass communication from Sri Ramswaroop Memorial University Lucknow. Presently I am pursuing master's degree in Master of science; Electronic Media from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication Bhopal.

Next Story