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जानें ये राज, जब सब भगवान हैं एक, उनके फूल क्यों हैं अनेक?
लखनऊ: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के अनेक विधान है। शास्त्रों में कई तरह की बातें बताई गई है जो भगवान को खुश करने के लिए काफी है और भगवान की भक्ति को पाने के लिए कुछ सरल उपाय भी बताए गए है। पर इन सबसे हटकर ये भी सत्य है कि भगवान भाव के भूखे होते है ना कि ऐश्वर्य के। ऐसे कई प्रमाण है जब भगवान ने सच्चे भक्तों के ही अपनाया और उनका मान बढ़ाया है और धनवान के ऐश्वर्य को ठुकराया है। एक पुरानी कहावत है कि भक्त अपने सामर्थ से सच्चे मन से जो चढ़ाता है तो प्रभु खुश हो जाते हैं।
लेकिन हम ये जरूर बताएंगे कि जब हम किसी भी देवी-देवता की पूजा करते है तो उनकी कुछ प्रिय वस्तुएं होती है। उसे चढ़ाने से भी देवगण खुश होते हैं। वैसे भी ये भी सत्य है कि कोई भी कर्म कांड शास्त्रीय विधि से ही करना चाहिए। वैसे अनजाने की गलती क्षमा योग्य होती है पर जानबुझकर करना अपराध होता है। आज हम आपको बताने जा रहेलहै कि किस भगवान को कौन सा फूल चढ़ाना चाहिए।
गणेश को प्रिय है दुर्वा,ना चढ़ाएं तुलसी
भगवान गणेशजी को तुलसी छोड़कर कोई भी फूल और दुर्वा चढ़ाने से खुश हो जाते हैं। गणेशजी को दुर्वा के कोई भी फूल चढ़ा सकते हैं शिवाए तुलसी के। 3-5 पत्तियों का द्रुवा ज्यादा अच्छा रहता है। भगवान को प्रिय फूल चढ़ाने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती हैं।
कमल से खुश होते है भगवान विष्णु
अगर भगवान विष्णु को कमल का फूल अति प्रिय है क्योंकि ये मां लक्ष्मी की पसंद है।इसके अलावा बेला, चमेली, गूमा, खैर,चंपा,मालती के फूल के साथ तुलसी चढ़ाने से विष्णु भगवान खुश हो जाते हैं। इसलिए हम सभी को इस फूल के चढ़ावा चढ़ाना चाहिए।
सुगंधित लाल फूल है बजरंगी को पसंद
बजरंगबली हनुमानजी को लाल रंग बहुत प्रिय है। तभी तो वो गेरूआ रंग में रंगे रहते है। उन्हें लाल सिंदूर, लाल सुंगधित फूल बहुत पसंद है। अगर उनको इस रंग का फूल चढ़ाया जाए तो हर मनोकामना पूरी होती है और खुद रामभक्त हनुमान कष्टों को हर लेते हैं।
आक के फूले से प्रसन्न होते है सूर्य
वैसे भगवान सूर्य तो जल और अक्षत से भी खुश हो जाते हैं। कहते हैं कि अगर आक के फूल से सूर्य को जल चढ़ाया जाए तो इच्छा की पूर्ति होती है। सूर्य को कभी भी धतूरा अपराजिता, आमड़ा और तगर नहीं चढ़ाना चाहिए।
ना चढाएं मां दुर्गा को दूब
भगवान शिव, मां पार्वती और मां दुर्गा के फूलों में समानता होती है। बेला, चमेली, केसर,पलाश,चंपा,कनेर, उडहुल आक और मदार भी देवी को चढ़ाया जाता है। मां लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाना चाहिए। दुर्गा जी को दूब कभी नहीं चढ़ाना चाहिए।
भोले बाबा को बेला, चमेली, धतूरा, भांग चढ़ाना शुभ फलदायक होता है।