×

जानें ये राज, जब सब भगवान हैं एक, उनके फूल क्यों हैं अनेक?

suman
Published on: 13 Aug 2016 2:12 PM IST
जानें ये राज, जब सब भगवान हैं एक, उनके फूल क्यों हैं अनेक?
X

लखनऊ: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के अनेक विधान है। शास्त्रों में कई तरह की बातें बताई गई है जो भगवान को खुश करने के लिए काफी है और भगवान की भक्ति को पाने के लिए कुछ सरल उपाय भी बताए गए है। पर इन सबसे हटकर ये भी सत्य है कि भगवान भाव के भूखे होते है ना कि ऐश्वर्य के। ऐसे कई प्रमाण है जब भगवान ने सच्चे भक्तों के ही अपनाया और उनका मान बढ़ाया है और धनवान के ऐश्वर्य को ठुकराया है। एक पुरानी कहावत है कि भक्त अपने सामर्थ से सच्चे मन से जो चढ़ाता है तो प्रभु खुश हो जाते हैं।

hhffk

लेकिन हम ये जरूर बताएंगे कि जब हम किसी भी देवी-देवता की पूजा करते है तो उनकी कुछ प्रिय वस्तुएं होती है। उसे चढ़ाने से भी देवगण खुश होते हैं। वैसे भी ये भी सत्य है कि कोई भी कर्म कांड शास्त्रीय विधि से ही करना चाहिए। वैसे अनजाने की गलती क्षमा योग्य होती है पर जानबुझकर करना अपराध होता है। आज हम आपको बताने जा रहेलहै कि किस भगवान को कौन सा फूल चढ़ाना चाहिए।

ganesha

गणेश को प्रिय है दुर्वा,ना चढ़ाएं तुलसी

भगवान गणेशजी को तुलसी छोड़कर कोई भी फूल और दुर्वा चढ़ाने से खुश हो जाते हैं। गणेशजी को दुर्वा के कोई भी फूल चढ़ा सकते हैं शिवाए तुलसी के। 3-5 पत्त‍ियों का द्रुवा ज्यादा अच्छा रहता है। भगवान को प्रिय फूल चढ़ाने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती हैं।

vishnu

कमल से खुश होते है भगवान विष्णु

अगर भगवान विष्णु को कमल का फूल अति प्रिय है क्योंकि ये मां लक्ष्मी की पसंद है।इसके अलावा बेला, चमेली, गूमा, खैर,चंपा,मालती के फूल के साथ तुलसी चढ़ाने से विष्णु भगवान खुश हो जाते हैं। इसलिए हम सभी को इस फूल के चढ़ावा चढ़ाना चाहिए।

jdjdls

सुगंधित लाल फूल है बजरंगी को पसंद

बजरंगबली हनुमानजी को लाल रंग बहुत प्रिय है। तभी तो वो गेरूआ रंग में रंगे रहते है। उन्हें लाल सिंदूर, लाल सुंगधित फूल बहुत पसंद है। अगर उनको इस रंग का फूल चढ़ाया जाए तो हर मनोकामना पूरी होती है और खुद रामभक्त हनुमान कष्टों को हर लेते हैं।

arak

आक के फूले से प्रसन्न होते है सूर्य

वैसे भगवान सूर्य तो जल और अक्षत से भी खुश हो जाते हैं। कहते हैं कि अगर आक के फूल से सूर्य को जल चढ़ाया जाए तो इच्छा की पूर्ति होती है। सूर्य को कभी भी धतूरा अपराजिता, आमड़ा और तगर नहीं चढ़ाना चाहिए।

durga

ना चढाएं मां दुर्गा को दूब

भगवान शिव, मां पार्वती और मां दुर्गा के फूलों में समानता होती है। बेला, चमेली, केसर,पलाश,चंपा,कनेर, उडहुल आक और मदार भी देवी को चढ़ाया जाता है। मां लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाना चाहिए। दुर्गा जी को दूब कभी नहीं चढ़ाना चाहिए।

shiva;

भोले बाबा को बेला, चमेली, धतूरा, भांग चढ़ाना शुभ फलदायक होता है।



suman

suman

Next Story