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मां तो बस मां होती है..गौरी सावंत जैसी ! एक ऐड जिसने बयान की इस किन्नर की सच्ची कहानी

मां तो बस मां होती है , गौरी सावंत जैसी ! यूं तो हर मां अपने आप में सबसे खास होती है लेकिन एक मां सबसे खास है। ये मां एक किन्नर है जिनका नाम है गौरी सावंत।

tiwarishalini
Published on: 7 April 2017 6:16 PM IST
मां तो बस मां होती है..गौरी सावंत जैसी ! एक ऐड जिसने बयान की इस किन्नर की सच्ची कहानी
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लखनऊ: मां तो बस मां होती है , गौरी सावंत जैसी ! यूं तो हर मां अपने आप में खास होती है लेकिन एक मां सबसे खास है। ये मां एक किन्नर है जिनका नाम है गौरी सावंत। इंटरनेट सेंसेशन बनी ये किन्नर अपने में ही बहुत ख़ास है। हाल ही में गौरी का एक ऐड आया है। इस 10 मिनट के ऐड ने उनके किन्नर से मां बनने के सफ़र को बखूबी बयान किया है।

ये सिर्फ एक ऐड नहीं एक कहानी हैं, गौरी सावंत के उस फैसले की कहानी जिसने 5 साल की मासूम को Prostitution के दलदल से बचाने के लिए अपने आंचल को मां का आंचल बना दिया।

हम में भी है ममता, मां बनने की हम में भी है क्षमता

गौरी सावंत उन लाखों किन्नरों के लिए एक मिसाल बन गई हैं। उन्होंने ये साबित कर दिया की ममता का कोई एक रूप नहीं होता। सिर्फ एक औरत ही मां नहीं होती एक किन्नर भी मां बन सकती है। एक ऐसी बेमिसाल मां जिसकी कहानी आज दुनिया के सामने एक विज्ञापन के रूप सामने आयी है।

ये है गौरी सावंत

गौरी सावंत, एक किन्नर, एक समाजसेविका और एक मां। जिसने दुनिया को दिखा दिया की कुदरत भी नेक नीयत का कुछ नहीं बिगाड़ सकती। किन्नर गौरी की एक 15 साल की बेटी है गायत्री, जिसे 10 साल पहले गौरी ने गोद लिया था। गायत्री गौरी की सहेली की बेटी थी जो एक सेक्सवर्कर थी और उसके मरने के बाद गायत्री को भी बेचने की तैयारी चल रही थी, लेकिन गौरी ने ऐसा नहीं होने दिया। गौरी 5 साल की मासूम बच्ची को Prostitution की अंधेरी दुनिया से बचाना चाहती थी।

गौरी ने छुपाई अपनी बेटी गायत्री की पहचान

आपको बता दें की वीडियो में दिख रही बच्ची गायत्री नहीं हैं बल्कि एक बाल कलाकार है गौरी अपनी बेटी की पहचान दुनिया से छिपा कर रखना चाहती हैं। इसकी वजह है कि समाज आज भी किन्नरों को मुख्यधार का हिस्सा नहीं मानता और वो आज भी अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। गौरी नहीं चाहती की इस बात का असर गायत्री की ज़िंदगी पर पड़े कि उसकी मां एक किन्नर है।

मां के लिए वकील बनना चाहती है गायत्री

गायत्री अभी 15 साल की है और हॉस्टल में पढ़ाई कर रही है। गौरी बेटी को पढ़ा लिखाकर डॉक्टर बनाना चाहती हैं लेकिन गायत्री मां के लिए वकील बनना चाहती है जिससे वो किन्नर समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ सके।आगे की स्लाइड में देखें गौरी की सच्ची कहानी बयान करता ऐड ...

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Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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