केवल शिव त्रिशूल में नारियल बांधने से छूट जाती है यहां शराब पीने की लत

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Published on: 10 Aug 2016 8:09 AM GMT
केवल शिव त्रिशूल में नारियल बांधने से छूट जाती है यहां शराब पीने की लत
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छत्तीसगढ़: आजकल सावन का पावन महीना चल रहा है जिधर देखो, उधर भगवान शंकर के जयकारे गूंजते सुनाई दे रहे हैं। मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ी रहती है। वहीं छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव शिवनाथ नदी किनारे स्थित भगवान शिव के मंदिर में हर सावन मास में भक्तों को को नाग जोड़ों के दर्शन होते हैं।

कहा जाता है कि इस मंदिर में भगवान शंकर के त्रिशूल पर नारियल बांधने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मंदिर की खासियत भी यही है। इस मंदिर को 2012 में बनवाया गया था। यहां शिवलिंग के साथ भगवान भोलेनाथ की विशाल सी मूर्ति भी स्थापित है, जो मंदिर आने वाले भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु है।

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इस मंदिर में शिव का त्रिशूल दिखाता है कमाल

वैसे तो इस मंदिर में साल के बारह महीने भोलेनाथ की पूजा होती है। लेकिन सावन के महीने में यह भीड़ बढ़ जाती है। मंदिर की देखभाल स्वर्ग शिव सांई धाम समिति के सदस्य करते हैं। मंदिर के पुजारी का कहना है कि हर सावन महीने में पूजा-अर्चना के दौरान नाग-नागिन का जोड़ा शिवलिंग में लिपटा हुआ देखा जाता हैं। भक्तों को भी इनके दर्शन होते हैं।

इस मंदिर के बारे में सबसे ख़ास बात यह है कि इस मंदिर में भगवान शिव के त्रिशूल में नारियल बांधने से शराब पीने वाले लोगों की शराब छूट जाती है। पुजारी का कहना है कि मंदिर में मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। इस कारण मंदिर नया होने के बावजूद भी भक्तों की गहरी की आस्था बनी हुई है।

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