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पॉजीटिव एनर्जी के सिंबल लॉफिंग बुद्धा, जानें कैसे चमकाते हैं किस्मत

Newstrack
Published on: 2 May 2016 6:07 PM IST
पॉजीटिव एनर्जी के सिंबल लॉफिंग बुद्धा, जानें कैसे चमकाते हैं किस्मत
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लखनऊ: पॉजीटिव एनर्जी के सिंबल 'लॉफिंग बुद्धा' पूरी दुनिया में फेमस हैं। आप घर-बाहर कहीं भी चेहरे पर रहस्‍यमयी मुस्‍कान वाले लॉफिंग बुद्धा को विराजमान देखेंगे। फेंगशुई जैसी पौराणिक पद्धित में इनका बहुत महत्‍व है। पूरी दुनिया में लोग लॉफिंग बुद्धा को सकारात्‍मक ऊर्जा का प्रतीक मानते हैं, लेकिन, क्‍या आप जानते हैं कि आखिर कौन हैं लॉफिंग बुद्धा और क्‍यों मानते हैं इन्‍हें शुभ ? आइए जानते हैं।

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गौतम बुद्ध नहीं है लॉफिंग बुद्धा

साधारणतया लोग लॉफिंग बुद्धा को गौतम बुद्ध को मानते हैं, लेकिन आपको बता दे कि ये गौतम बुद्धा नहीं है। 10वीं शताब्दी (907-923 ई) में चीन में लियांग राजवंश का शासन था। इसी काल में पू-ताई या बु-दाई नाम के बौद्ध भिक्षु हुए जिन्‍हें जापान में 'हो-ताई' भी कहकर पुकारा जाता है। इनकी भारी तोंद और चेहरे पर चिर मुस्‍कान को देखते हुए इन्‍हें 'हैप्‍पी मैन' भी कहा जाता है। चीनी मतानुसार बु-दाई (लॉफिंग बुद्धा) एक भिक्षु थे जो कि झेनजियांग प्रांत के निवासी थे और उनका भिक्षु नाम क्‍वीसी था। चीनी संस्‍कृति में इन्‍हें संतोष प्रदान करने वाला माना जाता है।

मैत्रेयी है लॉफिंग बुद्धा

बौद्ध परंपराओं में इन्‍हें मैत्रेयी यानी भविष्‍य के बुद्ध के रूप में भी देखा जाता है। बौद्ध, ताओ और शिंतो मत के अनुसार भविष्‍य में जन्‍म लेने वाले 'मैत्रेयी' ही दरअसल लॉफिंग बुद्धा हैं। ध्‍यान दीजिए, जहां एक मत इन्‍हें इतिहास में पैदा हुआ मानता है, वहीं दूसरे मत के अनुसार इनका जन्‍म भविष्‍य में होगा। मान्यता के अनुसार लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति को सौभाग्‍य का सूचक माना जाता है। यही कारण है कि इनकी प्रतिमा को लोग घरों और व्‍यावसायिक प्रतिष्‍ठानों में रखते हैं। चीन में इन्‍हें प्रेम और दोस्‍ती का प्रतीक भी माना जाता है।

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पॉजीटिव एनर्जी मिलता है

इन्‍हें दयालु, उदार और संतोष प्रदान करने वाला देवता भी मानते हैं। यह भी मान्‍यता है कि लॉफिंग बुद्धा नकारात्‍मक ऊर्जा को ग्रहणकर उसे सकारात्‍मक ऊर्जा में बदल देते हैं। बु-दाई, पु-ताई या फिर हो-ताई कहे जाने वाले लॉफिंग बुद्धा को जापान के ताओ पुजारी सात सौभाग्‍य प्रदान करने वाले देवताओं में से एक मानते हैं। मुख्‍य रूप से इन्‍हें बौद्ध, ताओ और शिंतोमत में स्‍थान दिया गया है।

हंसने की अद्भुत कला

लॉफिंग बुद्धा इस दौरान अपने आस-पास इकट्ठा होने वाले बच्‍चों को मिठाइयां भी बांटते थे। जब मिठाइयां खत्‍म हो जातीं तो वो अपने पास पड़े कपड़े के बड़े से झोले को जमीन पर रखकर आकाश की तरफ देखते और खूब जोर से हंसने लगते। लॉफिंग बुद्धा इस बात की जरा भी परवाह नहीं करते थे कि कोई उनकी हंसी को देखकर क्‍या सोचता है। हजारों की भीड़ में भी लॉफिंग बुद्धा पहले तो अकेले हंसते थे फिर उन्‍हें हंसता देख उनके पास इकट्ठा हजारों की भीड़ भी खुद को हंसने से रोक नहीं पाती थी।

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हंसते हुए छोड़ा दुनिया को

मुस्‍कुराने की कला सिखाने वाले हो-ताई या बु-दाई की मृत्‍यु भी हंसते-हंसते ही हुई। चीन में मान्‍यता है कि मृत्‍यु से ठीक पहले हो-ताई अपने कपड़ों में छिपाए गए सैकड़ों रंग-बिरंगी फुलझड़ियों को जलाने लगे और ठहाके लगाते हुए दुनिया को अलविदा कह गए।

इनसे जुड़ी कई तरह की अवधारणाएं

लोगों के अनुसार अगर कोई इंसान लॉफिंग बुद्धा के भारी-भरकम पेट पर मालिश करता है तो उसके घर समृद्धि और सौभाग्‍य का वास होता है। वहीं चीन और जापान में महिलाएं गर्भवती होने के लिए इनके पेट की मालिश करती हैं। अक्‍सर लॉफिंग बुद्धा को एक गाड़ी में बैठा दिखाया जाता है, इसके अलावा कभी-कभी उन्‍हें हाथों में एक चीनी पंखा डुलाते भी दिखाया जाता है। आम मान्‍यता के अनुसार लॉफिंग बुद्धा एक ऐसे व्‍यक्‍तित्‍व का प्रतिनिधित्‍व करता है जो पूरी दुनिया से नेगेटिव एनर्जी को खत्‍म करने आए है।

इसलिए कहलाए 'लॉफिंग बुद्धा'

चीनी मान्‍यताओं के अनुसार लॉफिंग बुद्धा एक जेन मास्‍टर थे जो एक शहर से दूसरे शहर घूमते रहते थे। उन्‍हें काफी मजाकिया और हमेशा मुस्‍कुराने वाला माना जाता था। साथ ही यह भी कि जिस भी शहर में जाते वहां, उन्‍हें देखने के लिए हजारों लोग जुट जाते थे।

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लॉफिंग क्लब

आज के समय में डॉक्टर भी मानते है कि हंसना खूबसूरत और स्वस्थ्य जीवन के लिए बहुत जरूरी होता है। हमें ज्‍यादा से ज्‍यादा हंसना चाहिए। यही कारण है कि तनाव भरी शहरी जिंदगी में अब लॉफिंग क्लब खुलने लगे हैं।

घर में इस जगह रखें लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति

फेंगशुई विद्या के अनुसार लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति घर में रखने का सबसे उत्‍तम स्‍थान घर के दरवाजे के विपरीत दिशा होती है। इससे दरवाजे से प्रवेश करने वाली नेगेचिव एनर्जी भी लॉफिंग बुद्धा के सामने आते ही पॉजीटिव एनर्जी में तब्‍दील हो जाती है। साथ ही लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति आप ऐसी जगह भी रख सकते हैं जहां से आप उन्‍हें हर पल देख सकें।



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