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राज्यमंत्री के रास्ते में युवक ने खड़ी कर दी पिकअप, तो दरोगा बाबू हुए बेकाबू
अमेठी: योगी सरकार के मंत्री सुरेश पासी का ज़िले के बाज़ार शुकुल थाना क्षेत्र के एरिया में दौरा था, जिसको लेकर पुलिस मुस्तैद थी और ट्रैफिक को तितर-बितर कर रही थी। इस बीच इलाके के ही एक व्यापारी का पुत्र अपनी पिकअप लेकर वहां आ धमका। आरोप है कि तभी थाने के एसओ वहां पहुंचे। पहले उससे पूछताछ की और फिर थाने ले जाकर उसकी पिटाई कर दी। इसकी ख़बर मिलते ही व्यापारियों का आक्रोश फूट गया और उन्होंने दुकानें बंद कर सड़क पर प्रदर्शन शुरु कर दिया।
बाजार शुक्ल थाना क्षेत्र का मामला
जानकारी के अनुसार बाजार शुक्ल थाना क्षेत्र के पुलिस स्टेशन के उत्तर साइड कटरा चौराहा पर लोहा व्यापारी राजेश गुप्ता की पिकअप गाड़ी को उसके पुत्र राहुल ने सड़क पर खड़ा कर रखा था। वहीं राज्यमंत्री सुरेश पासी का काफिला उधर से निकलने वाला था, जिसको लेकर एसओ विनोद कुमार मिश्र ने सड़क पर खड़ी पिकअप के संबंध में पूछताछ करना शुरु किया। जानकारी के दौरान न जाने बात क्या हुई कि एसओ राहुल को थाने लेकर चले गए। यहां उसकी पिटाई किया।
1 घंटे तक चला प्रदर्शन
व्यापारी के पुत्र की पिटाई और व्यापारी उत्पीड़न को देख साथी व्यापारी की बर्दाश्त नहीं कर सके। व्यापारी लामबंद हो उठे और अपनी-अपनी दुकानें बंद कर सभी पुलिस के विरोध में सड़क पर उतर आए। क़रीब एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही।
सड़क अतिक्रमण पर आज ही क्यों उखड़ गए दरोगा जी
सड़क पर खड़ी व्यापारी की एक पिकअप को लेकर आखिर आज ही दरोगा जी इस तरह क्यों उखड़ गए कि व्यापारी पुत्र की पिटाई शुरू कर दी? व्यापारी भी इस उत्पीड़न को बर्दाश्त न कर सड़क पर उतर गए और रोड जाम कर दिया। ये बात दीगर है कि बाद में स्थिति सामान्य हुई। परंतु एक बात की चर्चा जोरों पर रही कि बाजार शुक्ल में सड़क पर आज कोई पहले दिन नहीं लगा था, बल्कि इस अतिक्रमण के चलते आवागमन में लोगों को रोज़ ही परेशानी उठानी पड़ती है। तो और दिन पुलिस को सड़क पर अतिक्रमण क्यों नहीं दिखाई देता।
सड़क पर व्यापारी करते रहे प्रदर्शन, 300 मी. दूर मंत्री करते रहे मीटिंग
इससे भी बड़ा सवाल ये कि इधर व्यापारी सड़क पर रोड़ जाम कर एसओ के खिलाफ विरोध प्रर्दशन कर रहे थे, उधर कस्बे से मात्र 300 मीटर दूरी पर स्थिति हनुमान मंदिर पर राज्यमंत्री सुरेश पासी जिला मुख्यालय पर होने वाली सभा की तैयारी का जायजा लेते रहे। व्यापारी पुत्र की पिटाई और थाने पर लाया जाना और फिर जानकी प्रसाद गुप्ता आदि की सुपुर्दगी में छोड़ा जाना, लगभग एक घंटे में यह प्रक्रिया होती रही। आखिर क्या ये सब मंत्री के शय पर होता रहा? या फिर मंत्री के लिए कानून और अलग और जनता के लिए अलग है? इस बात का जवाब न तो मंत्री ही दे सके और न पुलिस के अधिकारी।
जांच के बाद होगी न्यायोचित कार्रवाई
फिलहाल उक्त मामले में उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद व्यापारी शांत हुए और उन्होंने अधिकारियों के आश्वासन पर प्रदर्शन ख़त्म किया। इस बाबत एएसपी बी.सी.दुबे ने बताया कि जांच के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी।