बस्ती: भाजपा में जगह-जगह टिकट वितरण को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष है। जिसकी वजह से अब बीजेपी का जमीनी कार्यकर्ता नाखुश हैं। नाखुश कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस बार अयोग्य लोगों को टिकट बांट दिए गए हैं, जबकि पार्टी से जुड़े जमीनी कार्यकर्ताओं को नहीं इसके चलते नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने भावनात्मक ढंग से नरेंद्र मोदी को खून से लेटर लिख डाला।
शुक्रवार को 307 विधानसभा हरैया के पूर्व भाजपा मंडल सदस्यता प्रभारी चन्द्रमणि पाण्डेय के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं नें खून से लिखा हुआ पत्र भेजकर पीएम नरेंद्र मोदी से जनपद की पांचों विधानसभा सीटों पर दलबदलुओं को टिकट दिए जाने का विरोध जताया।
पीएम मोदी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए जनपद की पांचों विधानसभा से लोकसभा के साथी रहे पार्टी के दयाशंकर मिश्र जैसे समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट देने व सांसद हरीश द्विवेदी की भूमिका की जांच करने की मांग करते हुए कहा कि ऐसा कौन सा कारण है कि जिस कार्यकर्ता ने एक निरीह व निर्धन कार्यकर्ता को सत्ता के तांडव की परवाह किए बगैर सांसद बना दिया। आज वह जिताऊं नहीं रह गया और अन्य दलों से आए रेप जैसे गंभीर आरोपों से घिरे लोगों को टिकट वितरित कर दिया गया।
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कार्यकर्ताओं ने यहां तक कहा कि सुनने में आ रहा है कि सांसद ने रूपया व दिल्ली लखनऊ में फ्लैट लेकर टिकट वितरण में दखल दिया है। आज तक जनपद में कार्यकर्ता सांसद द्वारा काम न मिलने निधी का लाभ विरोधियों को देने का विरोध नहीं किया कि हमारे विधायक हो जाएंगे।
इस तरह पहले तो सांसद ने पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर पांच वर्ष से भी कम योगदान देने वाले पवन कसौधन को जिलाध्यक्ष बनवाकर संगठन को मुट्ठी में किया। अब टिकट बेंच कर हमारे आशा को निराशा में बदल दिया कि यदि हम पार्टी के प्रति समर्पित रहेंगें। तो कभी पार्टी हमें भी जन सेवा का मौका देगी। नेतृत्व कर रहे चन्द्रमणि पाण्डेय ने कहा कि हमें दोस्ती व दुश्मनी ढंग से निभाने आता है। हम पार्टी हित में यदि खून-पसीना लगा सकते हैं। तो जरूरत पड़ी, तो आजाद उम्मीदवार के तौर पर जनता में जाकर न्याय मांगेंगें किन्तु हमें पूर्ण विश्वास है कि माननीय मोदी जी कार्यकर्ता व युवावों के हित में मामले में दखल देकर नामांकन के पूर्व जनआकांक्षा के अनुरूप समर्पित कार्यकर्ता को मैदान में लाएंगे।
इस दौरान मंडल उपाध्यक्ष श्रवण यादव, प्रभात शुक्ला, उमानाथ द्विवेदी, राम किशोर पटेल, राजेश सिंह, सभाजीत चौधरी, नीरज प्रजापति, मयंक मिश्रा, संदीप मिश्रा, विक्रम चौहान, राहुल यादव, हर्षित सिंह, राम यादव, सचिन मिश्र, महेन्द्र चौहान, मो.कलाम, विजय त्रिपाठी, अरविंद गौड़, अभिषेक चौहान, रमेसर वर्मा, साहबराम, सुधा पाण्डेय, निष्ठा सिंह, दुर्गावती गुप्ता, बविता कनौजिया, प्रतिमा कनौजिया सहित सैकडों कार्यकर्ता महिला पुरूष मौजूद रहे।