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मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की उड़ाई 'खिल्ली', पेश किया उम्मीदवारों का जातिगत ब्यौरा
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार पर एक बार हमला बोला है। मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने नोत्बंदी को गरीब विरोधी बताया। मायावती बोलीं, पीएम मोदी का नोटबंदी का फैसला कुछ खास लोगों के हित के लिए लिया गया फैसला है।यूपी कि पूर्व सीएम ने कहा, नोटबंदी के जरिये 500 और 1000 के पुराने नोट को बंद कर आम आदमी को कतार में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा नोट बंदी से देश के 90 फीसदी लोग परेशान हैं। मायावती ने कहा, नोटबंदी आजाद भारत का काला अध्याय है।
मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वो चुनाव की तारीख घोषित होते ही 403 उम्मीदवारों की सूची जारी कर देंगी। अब किसी की टिकट नहीं काटेंगे। उन्होंने कहा, 'हमारी पार्टी का किसी से गठबंधन नहीं होगा। गठबंधन कमजोर लोग करते हैं। हमारी पार्टी के साथ यूपी की जनता खड़ी है।'
ये है बसपा की जातिगत सूची
मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि वो 106 सीटों पर ओबीसी और 87 सीटों पर दलित उम्मीदवार उतारेंगी। 97 उम्मीदवार मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट मिलेगा। बसपा अगड़ी जातियों के उम्मीदवारों की 113 सीटें दी हैं। इसमें 66 ब्राह्मण, 36 राजपूत और 11 कायस्थ-वैश्य-पंजाबी समुदाय से हैं।
पीएम रैली में थी भाड़े कि भीड़
मायावती ने सोमवार को पीएम मोदी की रैली को भाड़े की भीड़ करार दिया। उन्होंने कहा, बीजेपी के लोग ये साबित करने पर तुले हैं कि प्रधानमंत्री यूपी के हैं लेकिन वो इसे बताने में कामयाब नहीं हुए। उन्होंने कहा, गरीब सोच रहा था खाते में 15 से 20 लाख आएंगे, लेकिन जो उसके पास था उसे निकालने के लिए भी उसे लाइन में लगना पड़ रहा है।
बीजेपी भी लोगों को गुमराह कर रही
मायावती ने कहा, कांग्रेस की तरह ही बीजेपी भी लोगों को गुमराह कर रही है। मैं कहती हूं नए साल में केंद्र सरकार को भगवान सद्बुद्धि दे।
आगे कि स्लाइड में पढ़ें मायावती ने और क्या कहा ...
पीएम ने नहीं बताया कितना कालाधन पकड़ा
मोदी को देश के संबोधन के समय देश वासियों को यह बता देना चाहिए था कि नोटबंदी का यह फायदा हुआ, इतना कालाधन पकड़ा गया। इस पर कितना लगाम लगाया गया पर यह नहीं बताया। रैली में भी मोदी यह बता देते की इतने भ्रष्ट लोगों पर कार्यवाही की जा रही है। इससे जनता को राहत मिलती।
इसका सही जवाब न देना लोगों को नए मुद्दों की तरफ धकेला जा रहा है। इसलिए उनका देश के नाम संबोधन और रैली में संबोधन में यह दिखा।
अब तक चुनावी वादा पूरा नहीं किया
मायावती बोलीं, अगर हमारी पार्टी के लोग हमारी बात मानकर चुनाव लड़ते हैं तो बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। पीएम मोदी ने जो भाषण कल रैली में दिया वह अपनी हार मान चुके हैं। केंद्र सरकार को बने ढाई वर्ष से ज्यादा समय हो गया, लेकिन अब तक चुनावी वादा पूरा नहीं।
बजट हो या न हो शिलान्यास और घोषणाएं करो
इसमें काला धन जो विदेशों में जमा है वापस लेकर लोगो के खाते में 15 लाख चुनावी वादा खिलाफी में जनता इनके खिलाफ हो गई। पीएम इस प्रयास में लगे हैं कि जनता का ध्यान डाइवर्ट हो जाए। पर नहीं हुआ। केंद्र के मंत्रियो को यूपी में भेज दिया। बोरिया बिस्तर लेकर चले जाओ। आपके मंत्रालय में बजट हो या न हो शिलान्यास और घोषणाएं करो। ताकि जनता का ध्यान चुनावी वादों से हट जाए।
बीजेपी नेताओं का कालाधन ठिकाने लगाया
अपनी पार्टी के लिए महंगी जमीन खरीदी और दिल्ली में दफ्तर बनाए जा रहे हैं। वह भी पेमेंट पहले कर दिया।
उन्होंने जानबूझकर नोटबंदी का फैसला लिया। 10 महीने बीजेपी नेताओं का कालाधन ठिकाने में लगा। अगर यह 10 महीने तैयारियों पर लगा देते तो परेशानी नहीं होती।
पीएम के चेहरे के नूर उतरा हुआ था
कल पहली बार पीएम जब भाषण दे रहे थे तो उनके चेहरे का नूर उड़ा हुआ था। बीजेपी अध्यक्ष के चेहरे का भी नूर उतरा हुआ था। हवाइयां उड़ी हुई थी। कल उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने और हारने के लिए लड़ा जाता है। इससे पता चल गया था। यह केंद्र की अपनी मशीनरी का इस्तेमाल कर हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को परेशान करेंगे।
हमारा किसी पार्टी से गठबंधन नहीं होगा
बीजेपी पर हमलावर बसपा सुप्रीमो ने कहा, 'ये आपको पता ही होगा, लोकसभा चुनाव के दौरान ये कहते थे कि यूपी से ज्यादा सीटें आ गई तो फिर समझ लो, आपकी दो सरकारें बन गई। पर ढाई साल हो गए ऐसा नहीं लगता।'