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16वीं हार के लिए चुनाव मैदान में उतरे फक्कड़ बाबा, अभी 4 बार और पराजित होने का विश्वास

भगवान श्रीकृष्ण की नगरी से 15 बार हारने के लिए चुनाव लड़ चुके हैं और विश्वास के अनुसार हर बार हार चुके हैं। हर बार हार से विश्वास पक्का होता जा रहा है इसलिए 73 वर्ष की उम्र में इस बार, यानी 16वीं बार भी हारने के लिए चुनाव मैदान में उतर रहे हैं।

zafar
Published on: 16 Jan 2017 12:13 PM IST
16वीं हार के लिए चुनाव मैदान में उतरे फक्कड़ बाबा, अभी 4 बार और पराजित होने का विश्वास
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16 वीं हार के लिए चुनाव मैदान में उतरे फक्कड़ बाबा, अभी 4 बार और पराजित होने का विश्वास

आगरा: आशाओं पर टिका है यह संसार। इसलिए प्रदेश विधानसभा चुनाव में 73 वर्षीय एक प्रत्याशी सिर्फ हारने के लिए मैदान में उतर रहा है। इससे पहले वह 15 बार हार चुका है और उसे विश्वास है कि वह अभी 4 बार और हारेगा। लेकिन 20वीं बार जब वह चुनाव लड़ेगा तो सीधा संसद या विधानसभा पहुंचेगा। ऐसा उसके गुरु ने कहा है।

होंगे कामयाब एक दिन

-लोगों के बीच वह फक्कड़ बाबा के नाम से लोकप्रिय हैं, और चुनाव लड़ते रहना वह अपना कर्म और धर्म मानते हैं ।

-भगवान श्रीकृष्ण की नगरी से 15 बार हारने के लिए चुनाव लड़ चुके हैं और विश्वास के अनुसार हर बार हार चुके हैं।

-लेकिन हर हार के बाद उनका विश्वास पक्का होता जा रहा है इसलिए 73 वर्ष की उम्र में इस बार, यानी 16वीं बार भी हारने के लिए चुनाव मैदान में उतर रहे हैं।

-क्योंकि तपस्वी फक्क़ड बाबा के गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा था, कि तू 20वीं बार चुनाव जीतेगा।

-फक्कड़ बाबा का कहना है कि सारे नेता झूठे हैं और केवल उन जैसे संन्यासी ही ईमानदारी से समाज के बारे में सोच सकते हैं।

-बाबा को अपने गुरु पर पूरा विश्वास है और उन्हें भरोसा है कि वह अपने 20वें चुनाव में जीत कर सांसद या विधायक बनेंगे।

जारी है हारने का प्रयास

-फक्कड़ बाबा ने पहली बार 1977 में चुनाव लड़ा था। तब उन्हें 8000 वोट मिले थे।

-तभी से फक्कड़ बाबा अपने गुरु की भविष्यवाणी सच होने के लिए लगातार प्रयास जारी रखे हुए हैं।

-फक्कड़ बाबा मथुरा से 7 बार लोकसभा चुनाव और 8 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।

-कानपुर के मूल निवासी फक्कड़ बाबा 11 वर्ष की उम्र में मथुरा आ गए थे, और यहीं के होकर रह गए।

-मंदिरों की इस नगरी के 13000 घरों में बाबा रामायण का पाठ कर चुके हैं और यहीं से उनका जीवन यापन होता है।

-बाबा का कहना है कि इस शहर के लोगों के अलावा उनका अपना कोई परिवार नहीं है और इन्हीं लोगों के विकास के लिए वह चुनाव जीतना चाहते हैं।

-प्रचार सामग्री खरीदने आगरा पहुंचे बाबा ने बताया कि अपनी स्कूटी और बर्तन बेचने के बाद 12000 रुपये इकट्ठा किये हैं।

-इसमें 10,000 रुपए जमानत राशि के हैं और 2000 रुपए उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए संभाल कर रखे हैं।

-इसके बाद बाबा फक्कड़ हो जाएंगे और अगले चुनाव में हारने की तैयारी शुरू कर देंगे।

आगे स्लाइड्स में देखिए कुछ और फोटोज...

16 वीं हार के लिए चुनाव मैदान में उतरे फक्कड़ बाबा, अभी 4 बार और पराजित होने का विश्वास

16 वीं हार के लिए चुनाव मैदान में उतरे फक्कड़ बाबा, अभी 4 बार और पराजित होने का विश्वास

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