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पश्चिमी यूपी के कद्दावर नेता अशोक प्रधान की हुई घर वापसी, फिर थामा बीजेपी का दामन

Rishi
Published on: 14 Jan 2017 4:23 PM IST
पश्चिमी यूपी के कद्दावर नेता अशोक प्रधान की हुई घर वापसी, फिर थामा बीजेपी का दामन
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नोएडा: बीजेपी में दूसरे दल के नेताओं के लाने का सिलसिला लगातार जारी है। पहले कांग्रेस के कद्दावर नेता धीरेंद्र सिंह को अपने खेमे में शामिल किया गया। अब खुर्जा सीट से चार बार सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री की अशोक प्रधान की घर वापसी हुई। साल 2०14 लोकसभा का चुनाव होने वाले थे, तभी वह सपा में शामिल हो गए थे। अशोक प्रधान अपनी पूरी टीम के साथ बीजेपी में शामिल हुए। पार्टी के महासचिव अरूण सिंह ने उनको पार्टी ज्वॉइन करवाई। इनके साथ नोएडा इंडस्ट्रीय एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन मल्लहन भी पूरी टीम के साथ भाजपा में शामिल हुए।

अटल बिहारी की सरकार में रहे थे केंद्रीय मंत्री

खुर्जा से चार बार सांसद रहने वाले अशोक प्रधान पूर्व प्रधानमंत्रीर अटल बिहारी की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे थे। 2००9 में गौतमबुद्ध नगर नई सीट बनने के बाद भाजपा से डॉक्टर महेश शर्मा को टिकट दिया गया। लेकिन वह हार गए बसपा से सुरेंद्र नागर सांसद बने। उसी दौरान अशोक प्रधान के चुनावी क्षेत्र में बदलाव कर उन्हें बुलंदशहर से लड़ाया गया। लेकिन वह हार गए। इसके बाद से अशोक प्रधान का ग्राफ गिरता चला गया। 2०14 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी।

भाजपा की बढ़ी ताकत

अशोक प्रधान का पश्चिमी यूपी में सिक्का चलता था। लेकिन बुलंदशहर से हारने के बाद उनका रुतबा कम होता चला गया। लेकिन एक बार फिर भाजपा में शामिल होने के बाद सियासी गलियाारे में हलचल काफी तेज हो गई है। सपा के जिला अध्यक्ष राकेश यादव ने बताया कि अशोक प्रधान का सपा में कोई खास योगदान नहीं रहा। वह थे भी नहीं भी है तो सपा को इससे कोई लाभ या हानि नहीं हुई। उधर, कांग्रेस से ठाकुर धरेंद्र सिंह के आने के बाद भी जनपद में भाजपा की ताकत बढ़ी है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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