TRENDING TAGS :
सपा की 4 सीटों पर सस्पेंस अभी भी बरकरार, प्रत्याशियों की भागदौड़ जारी
गोरखपुर: जिले की 2 और विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी जरूर घोषित कर दिए है। लेकिन अभी भी 4 सीटों पर सस्पेंस बरकरार है। पिछले दिनों की आंतरिक कलह पार्टी की गुटबाजी के दौरान घोषित प्रत्याशी वर्तमान राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर निगाह लगाए बैठे हैं। कांग्रेस के साथ चुनावी तालमेल के बीच युद्ध तो सीटों को लेकर दावेदार असमंजस में थे। लेकिन दो दिन के भीतर 5 सीटों के सपा के पक्ष में मिलने के बाद कुछ को राहत मिली है। अब ये 4 सीटें कांग्रेस के हिस्से में जाएगी यह सपा प्रत्याशी के हाथ में यह तो आने वाला कल ही बताएगा। फिलहाल इसको लेकर लखनऊ तक दावेदारों की भागदौड़ जारी है।
किसे कहां से मिला टिकट
सोमवार को सपा ने पिपराइच से पूर्व विधायक स्वर्गीय जमुना निषाद और वर्तमान विधायक राजमती निषाद के बेटे अमरेंद्र निषाद को टिकट दिया है। गोरखपुर ग्रामीण सीट पर वर्तमान विधायक विजय बहादुर यादव को प्रत्याशी बनाया है। रविवार को जारी सूची में चौरी चौरा से मनुरजन यादव, बास गांव से शारदा देवी और सहजनवा से यशपाल रावत को प्रत्याशी घोषित किया है।
प्रत्याशियों की दावेदारी काफी मजबूत
गठबंधन के बीच पिपराईच और गोरखपुर ग्रामीण दोनों सीटें सपा के हिस्से में आने की वजह से इन दिनों सपा सीटों के दोनों प्रत्याशियों की दावेदारी काफी मजबूत बनी हुई है । सपा की पहले भी जो सूची जारी हुई थी, उनमें भी विजय बहादुर यादव का नाम था। फर्क सिर्फ इतना है कि पिछले सूची में राजमती निषाद का नाम था, तो नई सूची में उनके बेटे अमरेंद्र का नाम शामिल है।
जमुना प्रसाद निषाद के बारे में
पूर्व मंत्री रहे जमुना प्रसाद निषाद की 19 नवंबर 2010 को मौत हो गई। उनके बाद उनकी विरासत राजमती निषाद ने संभाली थी। 2011 में हुए उपचुनाव में वह पहली बार विधायक बनी थी। इसके बाद फिर 2012 में हुए विधानसभा के आम चुनाव में पिपराइच से ही दोबारा निर्वाचित हुई। उसी दौरान अमरेंद्र निषाद ने भी राजनीतिक में कदम रखा। उन्होंने बी. डी एस की पढ़ाई छोड़ राजनीति में मां का हाथ बटाना शुरू किया। पार्टी की ओर से उन्हें लोहिया वाणी के राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी मिल गई थी।राजमती निषाद के प्रतिनिधि के रूप में भी वह कार्य करते हैं।
यहां अभी होनी है सपा की टिकट की घोषणा
चिल्लूपार
खजनी
गोरखपुर शहर
कंपियरगंज