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सपा के बागियों ने ठोंकी पार्टी के खिलाफ ताल, आज़म के करीबी बर्क ने भी खोला मोर्चा

सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री इक़बाल महमूद संभल से चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला अपनी ही पार्टी के दिग्गज शफीकुर्रहमान बर्क के पोते से होगा। जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि यहां से वह सपा प्रत्याशी इकबाल महमूद को हराएंगे।

zafar
Published on: 21 Jan 2017 1:02 PM IST
सपा के बागियों ने ठोंकी पार्टी के खिलाफ ताल, आज़म के करीबी बर्क ने भी खोला मोर्चा
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सपा के बागियों ने ठोंकी पार्टी के खिलाफ ताल, आज़म के करीबी बर्क ने भी खोला मोर्चा

संभल: समाजवादी पार्टी में टिकट के घमासान के बाद तीन बागी नेताओं ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मैदान में मोर्चा खोल दिया है। इनमें पूर्व सांसद और दिग्गज सपा नेता शफीकुर्रहमान बर्क भी शामिल हैं। आजम खान के बेहद करीबी बर्क अपने पोते के लिए बिलारी सीट से टिकट मांग रहे थे। बर्क ने कहा है कि वह अपने पोते को पार्टी उम्मीदवार के किलाफ लड़ाएंगे।

पार्टी के खिलाफ ताल

-सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री इक़बाल महमूद संभल से चुनाव मैदान में हैं।

-उनका सीधा मुकाबला अपनी ही पार्टी के दिग्गज शफीकुर्रहमान बर्क के पोते से होगा।

-दोनों नेताओ में पुराना मनमुटाव और रंजिश चली आ रही है।

-लोकसभा चुनाव के दौरान दोनों नेताओं के समर्थको में पथराव और फायरिंग भी हो चुकी है.

-बर्क ने लोकसभा चुनाव में मिली हार का ठीकरा भी कैबिनेट मंत्री इक़बाल महमूद के सिर फोड़ा था।

-कहा जा रहा है कि अपनी हार का बदला लेने के लिए ही वह अपने पोते जियाउर्रहमान बर्क को इकबाल महमूद के खिलाफ उतार रहे हैं।

-जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि सपा ने यहां की जमीनी हकीकत पर टिकट नहीं दिया है और उसके प्रत्याशी इकबाल महमूद की हार होगी।

-डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क का नाम शिवपाल यादव की सूची में शामिल था।

-लेकिन अखिलेश यादव ने लिस्ट फाइनल की तो बर्क का नाम कट गया।

थाम सकते हैं ओवैसी का दामन

-जियाउर्रहमान बर्क अब ओवैसी की एआईएमआईएम से चुनाव लड़ सकते हैं।

-हालांकि, उन्होंने अभी किसी पार्टी से चुनाव लड़ने की बात नही की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार वह ओवैसी से मिल सकते हैं।

-इससे पहले संभल की एक जनसभा में ओवैसी ने शफीकुर्रहमान बर्क की हार के लिए इक़बाल महमूद को ही जिम्मेदार बताया था।

-समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए संभल की तीनों सीटों पर मौजूदा विधायकों को ही टिकट दिए हैं।

-हालांकि, असमोली से अखिलेश खेमे के नेता रामसरन यादव को टिकट नही मिला है। उन्होंने पार्टी छोड़ दी है।

-इस क्षेत्र में यादवों की संख्या काफी अच्छी है और अब वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सपा को ही चुनौती देंगे।

लाभ में बीजेपी

-संभल सीट पर बीजेपी विरोधी सभी पार्टियों ने मुस्लिम प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।

-इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा।

-बीजेपी ने यहां से डॉ अरविन्द गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है।

आगे स्लाइड में जानिए कौन हैं सपा के बागी दावेदार ...

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