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मायावती को टक्कर देना चाहती थीं स्वाति सिंह, अब मुलायम के भतीजे से है मुक़ाबला
उत्तर प्रदेश में तो कांग्रेस का कोई औचित्य ही नही रह गया है। अगर इसके बावजूद समाजवादी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर रही है तो यह दिख रहा है कि समाजवादी पार्टी अपना आत्मविश्वास खोती जा रही है।
Kissa Naqvi
लखनऊ: भाजपा से छह साल के लिए निष्कासित दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह को आखिरकार भाजपा ने टिकट दे ही दिया। स्वाति सिंह चर्चा में उस वक़्त आयीं, जब उनके पति और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे दयाशंकर सिंह ने मायावती के खिलाफ विवादित बयान दिया था। दयाशंकर सिंह के इस बयान पर पार्टी बैकफुट पर आ गयी और दयाशंकर सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
भरपाई करने के लिए भाजपा ने स्वाति सिंह को पहले तो महिला मोर्चा अध्यक्ष बनाया और अब ऐन वक़्त पर लखनऊ की सरोजिनीनगर सीट से अपना उम्मीदवार बना दिया। सरोजिनीनगर सीट पर स्वाति सिंह का सामना मुलायम सिंह के भतीजे अनुराग यादव से होना है। स्वाति भाजपा की जीत का दावा करती नज़र आयीं। उन्होंने कहा कि भाजपा के मुक़ाबले में कोई भी दल टिकने वाला नहीं।
स्वाति सिंह का कहना है की लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव में भी नतीजे भाजपा के पक्ष में होंगे। सरोजिनीनगर से भाजपा प्रत्याशी स्वाति सिंह इस चुनाव में जनता के किस एजेंडे को लेकर मैदान में है, इस मुद्दे पर स्वाति सिंह से अपना भारत संवाददाता किसा नक़वी ने ख़ास बातचीत की ।
सवाल- आपने कहा था कि आप मायावती के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी, मायावती तो चुनाव नही लड़ रहीं, तो अब आपका मुक़ाबला किससे है?
जवाब- बिलकुल सही, पार्टी भी इस बात का इंतज़ार कर रही थी कि शायद मायावती कहीं से खुद को उम्मीदवार के तौर पर पेश करेंगी। इसी वजह से मेरे टिकट की घोषणा होने में देर हुई और मैंने आखिरी दिन नामांकन किया। मैं मायावती के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहती थी। लेकिन पार्टी का यह फैसला आया की मैं सरोजिनीनगर से चुनाव लड़ूं। सरोजिनीनगर सीट से भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भाई और मुलायम सिंह के भतीजे अनुराग यादव मैदान में हैं। तो अब मैं उनके खिलाफ अपनी दावेदारी पेश करूँगी। मेरा तो यह मानना है भारतीय जनता पार्टी सभी सियासी दलो में सबसे ऊपर है। समाजवादी पार्टी हो या बहुजन समाज पार्टी किसी से कोई डर नही है। हर मुक़ाबले को पॉज़िटिव तरीके से लेना चाहिए और मुझे इस बात पर विश्वास है की जनता भारतीय जनता पार्टी को चुनेगी और प्रदेश में भाजपा की ही सरकार बनेगी।
सवाल- आपने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी आधी आबादी की सरकार है?
जवाब- बिलकुल, भारतीय जनता पार्टी अकेली ऐसी पार्टी है जिसने आधी आबादी यानि महिलाओं की बात शुरू की। भारतीय जनता पार्टी ने महिलाओं को ध्यान में रखते हुए उनके लिए ख़ास योजनाएं बनाई हैं। केंद्र में सरकार ने महिलाओं के लिए जो योजनाएं बनाईं, उससे आम जनता यह समझ गयी की भाजपा महिलाओं के लिए संवेदनशील है। केंद्र की तरह जब भाजपा का परचम उत्तर प्रदेश में लहराएगा तो हम ख़ास तौर पर महिलाओं के लिए बनाई गयी केंद्र की योजनाएं तो प्रदेश में लागू करेंगे ही, साथ ही प्रदेश में महिला सुरक्षा समेत तमाम ऐसी योजनाओं पर ख़ास ध्यान देंगे जिन्हें महिलाओं के लिए ख़ास तौर पर मैनिफेस्टो में जगह दी गयी है।
सवाल- विरोधी दल भाजपा के मेनिफेस्टो को जुमलाफेस्टो का नाम दे रहे हैं, क्या कहना चाहेंगी?
जवाब- इस मुद्दे पर मेरी बहुत से लोगों से बात हुई है। मीडिया ने भी भाजपा के मेनिफेस्टो को सराहा है। भाजपा की हवा देख कर विरोधियों में खलबली मच गयी है। जिस तरह बहुजन समाज पार्टी गुंडों के साथ अलायन्स कर रही है और सपा कांग्रेस का गठबंधन हो रहा है उससे यह साफ़ हो चुका है की सारे सियासी दल भाजपा से घबराये हुए हैं। अपनी घबराहट में ही ये सियासी पार्टियां किसी के साथ भी हाथ मिलाने को तैयार हैं। मैं यह बात अच्छी तरह से जानती हूँ। पूरा प्रदेश जानता है कि कुछ भी हो जाये, विरोधी भाजपा के मेनिफेस्टो के खिलाफ कुछ भी बोल लें, लेकिन इनकी सरकार प्रदेश में नही बन पायेगी। भारतीय जनता पार्टी के मेनिफेस्टो में आम आदमी, महिलाओं, शिक्षा, कानून व्यवस्था के साथ विकास का समावेश है। विरोधी कुछ नहीं बोलें, लेकिन जनता अच्छे से समझ चुकी है कि कौन अपने वादे पूरे करता है और कौन आधे अधूरे वादों से जनता को बेवक़ूफ़ बनाने की कोशिश कर रहा है।
सवाल- सपा कांग्रेस के गठबंधन पर आपकी क्या राय है, आपको लगता है कि सपा और कांग्रेस की यह जोड़ी हिट हो पायेगी?
जवाब- गठबंधन की बात करूं तो मेरा मानना है की जब खुद समाजवादी पार्टी के संरक्षक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह जैसे बहुत अनुभवी नेता खुद यह बात बोल रहे हैं कि इस गठबंधन का कोई फायदा नही और मैं इस गठबंधन के खिलाफ हूँ। अगर सपा की बात की जाए तो पार्टी में दो तरह की विचारधारा चल रही है, जिससे कहीं न कहीं पार्टी का विवाद सामने नज़र आ रहा है। और उत्तर प्रदेश में तो कांग्रेस का कोई औचित्य ही नही रह गया है। अगर इसके बावजूद समाजवादी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर रही है तो यह दिख रहा है कि समाजवादी पार्टी अपना आत्मविश्वास खोती जा रही है। उन्हें इस बात का पता चल गया है कि हमने पांच साल की सरकार में कोई काम नही किया सिर्फ अपना और अपने परिवार का विकास किया है। इसलिए सपा ने कांग्रेस से गठबंधन किया क्योंकि इन्हें यह लग रहा है की शायद ये दोनों ही दल मिल कर सरकार बना लेंगे। लेकिन ऐसा कुछ भी होना नहीं है क्योंकि उत्तर प्रदेश में जीत का सेहरा भाजपा के माथे बंधेगा।
सवाल- आप महिला हित की बात करती हैं लेकिन आप पर भी घरेलू हिंसा करने के आरोप लगते रहे हैं?
जवाब- देखिये अफवाह तो कुछ भी हो सकती है, आरोप तो किसी पर भी लग सकता है। मैं भी आपके बारे में कुछ भी बोल सकती हूँ। लेकिन कोई सबूत ला कर दिखाए। मैंने खुद कहा था कि जो आरोप हैं उनको जहाँ भी जा कर पता करना है पता कर लें। लेकिन ऐसा कुछ है ही नहीं जिससे इन आरोपों में सच्चाई नज़र आये।
सवाल- भाजपा ने आपको उम्मीदवार बनाया है, आप किस एजेंडे पर चुनाव लड़ेंगी?
जवाब- अगर महिलाओं की बात करें तो प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं के लिए सुरक्षा के कोई इंतेज़ाम नहीं हैं। आये दिन महिला अपराध का क्राइम रेट बढ़ता जा रहा है। यह ज़रूरी है की महिलाएं सुरक्षित हों। अगर महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं तो इसका मतलब साफ़ है की प्रदेश भी सुरक्षित नहीं है। महिलाएं घर से बाहर नहीं निकल पाएंगी इसके लिए यह ज़रूरी है कि महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। मैं भी जो मुद्दा उठाऊंगी, जिसके बारे में मैं बात करुँगी, वो मुद्दा महिला सुरक्षा का ही होगा।
सवाल- बीते दिनों पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर द्वंद्व रहा क्या पार्टी से नाराज़ कार्यकर्ता मुश्किल पैदा कर सकते हैं?
जवाब- मैं यह मानती हूँ कि अगर क्लास में 50 बच्चे हैं तो फर्स्ट सिर्फ एक ही बच्चा आता है। क्योंकि यह भी एक मुक़ाबला है और जब बात सियासी मुक़ाबले की होती है तो लोग परेशान हो जाते हैं। लोग परेशान थे इसलिए उन्होंने प्रदर्शन किया लेकिन हमारी पार्टी उन सभी कार्यकर्ताओं के साथ लगी हुई है और मुझे विश्वास है कि भारतीय जनता पार्टी के सारे कार्यकर्ता ऐसे हैं जो पार्टी की बात मानते हैं और पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। चुनाव ठीक होली से पहले है। ऐसे में, भाजपा के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर भाजपा की होली रंगीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
सवाल- विधानसभा चुनाव 2012 में भी भाजपा का मानना था कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनाएगी। लेकिन नतीजे इसके उलटे रहे। इसबार भी भाजपा अपनी जीत का दावा कर रही है। आपको क्या लगता भाजपा कितनी सीटों पर काबिज़ होगी?
जवाब- देखिये, कहने की ज़रूरत नही है, उत्तर प्रदेश की बात करें तो लोकसभा चुनाव में जनता ने देख लिया है किस तरह 80 में से 73 सीटें भाजपा की झोली में आयी थीं। मुझे नहीं लगता की पार्टी को कुछ अलग तरीके से पेश करने की ज़रूरत है। जिस तरह से पार्टी ने अपनी पहचान बनाई है, हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हमारी पार्टी के हैं। उनकी छवि पार्टी की छवि है। जिस तरह उन्होंने छवि बनाई है जनता पर उनका प्रभाव बहुत पॉजिटिव पड़ा है। और हमें इसी सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना है। जिस तरह भाजपा ने लोकसभा चुनाव में सीटें हासिल की थीं, उसी तरह विधानसभा चुनाव में भी जीत भाजपा को ही मिलेगी।