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Sonbhadra News: कोयला लदी मालगाड़ी के 11 वैगन बेपटरी, लैंको पावर की ठप हुई कोयला आपूर्ति

Sonbhadra News: खड़िया से ट्रेन लैंको के लिए रवाना हुई। जैसे ही वह बीना के करीब पहुंची, 33 बैगन वाले मालगाड़ी के 11 बैगन बेपटरी होकर पलट गए। इंजन भी इन बोगियों से अलग होकर आगे बढ़ गया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 4 March 2023 4:08 PM GMT
Sonbhadra News
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Sonbhadra News (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: एनसीएल की खड़िया से लैंको पावर को जाने वाली रेलवे लाइन पर बीना के पास कोयला लदी मालगाड़ी के 11 वैगन बेपटरी हो गए। शनिवार की दोपहर बाद हुए इस हादसे के चलते जहां इस रेल मार्ग पर कोयले का परिवहन पूरी तरह ठप हो गया। वहीं रेलवे रैक के जरिए 12 सौ मेगावाट लैंको परियोजना के लिए होने वाली कोयले की आपूर्ति भी पूरी तरह ठप हो गई है। रविवार दोपहर बाद हालात सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसको देखते हुए लैंकों पावर परियोजना में हड़कंप की स्थिति है। ट्रैक दुरूस्त करने को लेकर युद्धस्तर पर कार्य जारी है। रविवार शाम तक लैंको के लिए कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हुई तो विद्युत उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है।

ठप हुई परिवहन व्यवस्था

शनिवार दोपहर दो बजे के करीब खड़िया से रेलवे रैक के लिए लैंको के लिए रवाना हुई। जैसे ही वह बीना के करीब पहुंची, 33 बैगन वाले मालगाड़ी के 11 बैगन बेपटरी होकर पलट गए। वहीं इंजन भी इन बोगियों से अलग होकर आगे बढ़ गया। बैगन एमजीआर लाइन के दोनों तरफ पलटने और उस पर कोयला फैलने से, इस मार्ग से कोयले का परिवहन पूरी तरह से ठप हो गया। चूंकि इस लाइन से लैंको को खड़िया से सीधी कोयला की आपूर्ति मिलती है। इसलिए लैंको को खड़िया से मिलने वाली कोयले की आपूर्ति भी इसी के साथ ठप हो गई। लैंको अनपरा सी को एनसीएल की खड़िया कोल परियोजना से रेलवे रैक के जरिए कोयले की आपूर्ति की जाती है लेकिन इस व्यवस्था के जरिए लैंको को पड़ने वाली कोयले के जरूरत आधी ही पूरी हो पाती है। आधी जरूरत की पूर्ति वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए पूरी होती है।

बनी रहती है कोयला संकट की स्थिति

अक्सर यहां कोयला संकट की भी स्थिति बनती रहती है। बता दें कि लैंको की पूरी बिजली राज्य सरकार को मिलती है। इसलिए जब भी इस परियोजना में उत्पादन प्रभावित होता है उसका सीधा असर यूपी में बिजली की उपलब्धता पर पड़ता है। चूंकि लैंको की बिजली अनपरा परियोजना के बाद सबसे सस्ती है, इस कारण, राज्य सरकार को इस कमी को पूरी करने के लिए महंगी बिजली खरीदनी पड़ती है। उधर, लैंको के प्रबंधक एसके द्विवेदी ने बताया कि राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। कल तक का कोयला है। पूरी संभाव है कि रविवार दोपहर तक स्थिति सामान्य हो जाएगी।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

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