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Bijnor News: UP पुलिस का ये सिपाही बना गरीब बच्चों का मसीहा, ड्यूटी करने के बाद दे रहे शिक्षा
Bijnor News: जिले के डायल 112 मैं तैनात सिपाही गरीब बच्चों के लिए मसीहा बना हुआ है। यह सिपाही गांव-गांव में जाकर गरीब बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहा है।
Bijnor: जिले के डायल 112 मैं तैनात सिपाही गरीब बच्चों के लिए मसीहा बना हुआ है। यह सिपाही गांव-गांव में जाकर गरीब बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहा है। सिपाही 2016 में नियुक्ति के बाद से ही अलग-अलग जनपदों में रहकर गरीब बच्चों के बीच में जाकर उन्हें शिक्षित करके समाज के सामने मजबूत करने का काम कर रहा है। विकास कुमार नाम का यह सिपाही बिजनौर जनपद के मंडावली थाना क्षेत्र (Mandawali police station area) के 112 पुलिस में तैनात है और गांव किशनपुर सहित आसपास के कई गांव में यह गरीब बच्चों को ड्यूटी करने के बाद शिक्षित करने का काम कर रहा है। इसके इस कार्यशैली से प्रसन्न होकर पुलिस अफसर मुरादाबाद डीआईजी ने इसे प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने का भी काम किया है।
सिपाही कई गांव में जाकर बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने का कर रहा है काम
जिले के मंडावली थाना क्षेत्र (Mandawali police station area) के 112 पिआरवी में तैनात सिपाही विकास कुमार रोजाना आसपास के कई गांव में जाकर बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने का काम कर रहा है। सिपाही विकास कुमार (constable vikas kumar) द्वारा वर्दी पहन कर अपनी ड्यूटी करने के बाद यह सिपाही मंडावली थाना क्षेत्र (Mandawali police station area) के आसपास के कई गांव में गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देकर जहां इन बच्चों को सामाजिक तौर से मजबूत बनाने का काम कर रहा है।तो वही अपना कर्तव्य फर्ज को पूरा करते हुए यह सिपाही इन बच्चों के बीच में एक मिसाल बन चुका है।
शिक्षा ग्रहण करते समय करना पड़ा था कई दिक्कतों का सामना: सिपाही
सिपाही विकास कुमार का कहना है कि जब वह शिक्षा ग्रहण कर रहा था तो उसके सामने शिक्षा को लेकर अनेकों दिक्कतों का सामना उसे करना पड़ा था। तभी उसने ठान लिया था कि गरीब तबके के बच्चों को वह ड्यूटी करने के बाद मुफ्त में शिक्षा देगा। विकास कुमार ने ऐसे ही अन्य कई सिपाहियों की मदद से गांव गांव जाकर शिक्षा देने का काम काफी समय से कर रखा है। सिपाही बकायदा बच्चों को ब्लैक बोर्ड के माध्यम से स्कूल में पढ़ाई गई पढ़ाई मैं आई समस्या को सॉल्व करने के लिए बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए उन्हें शिक्षित करने का काम कर रहा है। बच्चों का भी साफ तौर से कहना है कि पहले उन्हें गांव में पुलिस आने से डर लगता था। लेकिन विकास भैया ने पुलिस के भेष में जो शिक्षा देने का काम किया है उससे उनका शिक्षा के प्रति मनोबल भी बड़ा है।
साथ ही साथ बच्चे भी अब सिपाही की शिक्षा से सरकारी स्कूल में पढ़ कर परीक्षाओं में अच्छे अंक ला रहे हैं। सिपाही की इस निशुल्क पाठशाला से बच्चे प्रतिदिन जुड़ रहे हैं और आज सैकड़ों बच्चे सिपाही की पाठशाला में पहुंचकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सिपाही की शिक्षा देने की चर्चा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पुलिस के आला अधिकारी डीआईजी मुरादाबाद शलभ माथुर के पास जब इस शिक्षा का पता चला तो उन्होंने भी इस सिपाही शिक्षक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने का काम किया है।