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Jhansi News: अमृत भारत स्टेशन योजना-प्रथम चरण में झाँसी मंडल के 16 स्टेशन चयनित

Jhansi News Today: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत झाँसी रेल मंडल के 16 रेलवे स्टेशनों का चयन किया है। यह जानकारी मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष ने दी।

B.K Kushwaha
Published on: 31 Jan 2023 10:14 PM IST
16 stations of Jhansi division selected in first phase of Amrit Bharat station scheme
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 झांसी: अमृत भारत स्टेशन योजना-प्रथम चरण में झाँसी मंडल के 16 स्टेशन चयनित

Jhansi News: झाँसी मण्डल आय अर्जन, नए व्यापार सृजन, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट तथा गाड़ियों को गति प्रदान करने में निरंतर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। भारतीय रेल के महत्वपूर्ण अंग के रूप में अपने सभी सम्मामनित रेल उपयोगकर्ताओं की सेवा में निरंतर श्रम कर रहा है। अब अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत झाँसी रेल मंडल के 16 रेलवे स्टेशनों का चयन किया है। यह जानकारी मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष ने दी।

उन्होंने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया है कि यात्री सुविधाओं के उच्चीकरण हेतु भारतीय रेल के प्रत्येक मंडल के चयनित स्टेशनों के विकास पर निरंतर जोर दिया जा रहा है। झाँसी मंडल से "अमृत भारत स्टेशन स्कीम" के अंतर्गत प्रथम चरण में उच्चीकरण हेतु चयनित 16 स्टेशन बाँदा, मुरैना, चित्रकूट, महोबा, डबरा, दतिया, ललितपुर, उरई, पुखरायां, घाटमपुर, भिंड, हरपालपुर, टीकमगढ़, छतरपुर, ओरछा तथा शेयोपुरकलां है।

उन्होंने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे में स्टेशन पुनर्विकास के तहत झाँसी मंडल के ग्वालियर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य की शुरुवात हो गयी है । इसके अतिरिक्त झॉसी मंडल के वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी तथा खजुराहो स्टेशन का पुनर्विकास हेतु परामर्शदात्री एजेंसी (ARINEM) का चयन किया जा चुका है, जिनके द्वारा माह अप्रैल / मई 2023 तक नया डिजाईन प्रस्तुत कर दिया जायेगा।

मंडल द्वारा द्वितीय चरण में विकसित किये जाने वाले अन्य 14 स्टेशन में अतर्रा, बबीना, बेलाताल, भारुआसुमेरपुर, कालपी, कुल्पहाड, मऊरानीपुर, निवाड़ी, रागौल, तालबेहट, एट, हमीरपुर रोड, कोंच एवं शनिचरा हैं। इस अवसर पर मुख्य परियोजना प्रबंधक(गति शक्ति) डी पी गर्ग, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(समन्वय) आशुतोष चौरसिया, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शशिकांत त्रिपाठी, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक संतोष कुमार, जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह व मुख्य जनसंपर्क निरीक्षक प्रदीप सुडेले उपस्थित रहे।

ऐसे होगा स्टेशनों का उच्चीकरण

सभी चयनित स्टेशनों के फसाड में सुधार, स्टेशन पर प्रवेश द्वार का चौडीकरण, उच्च स्तरीय प्रकाश व्यवस्था, स्टेशन वेटिंग हॉल का विस्तार, स्टेशन पर उपलब्ध अनुपयोगी स्थान को जोड़ते हुए एग्जीक्यूटिव लाउंज का विस्तार, सर्कुलेटिंग एरिया के प्रत्येक तरफ साइनेज, अप्रोच सड़क का चौडीकरण, पैदल चलने वालों के लिए रास्ता, वाहन का प्रवेश/अस्तित्व, प्रकाश व्यवस्था के साथ पार्किंग क्षेत्र, स्टेशनों की लैंड स्केपिंग, भूनिर्माण, हरे पैच और स्थानीय कला।

ऐसे होगा बदलाव

स्टेशन की दूसरी एंट्री के लिए सिटी प्लानर के अनुसार दूसरी एंट्री और सर्कुलेटिंग एरिया का विकास, पार्सल (चरणों में) वेटिंग हॉल, प्लेटफार्म, रिटायरिंग रूम, कार्यालयों में फर्नीचर, बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार दिव्यांगजन सुविधाएं, एलईडी आधारित स्टेशन नाम बोर्ड तथा फसाड लाइटिंग, महिलाओं, दिव्यांगजनों के लिए पर्याप्त शौचालय, नई सुविधाओं के निर्माण के लिए भविष्य में नए भवन की आवश्यकता, भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर रूफ प्लाजा, दूरसंचार विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार वाई-फाई का प्रावधान।


झाँसी रेल मंडल से 48 कर्मचारी सेवानिवृत्त

उत्तर मध्य रेलवे झाँसी मंडल से माह जनवरी में 48 सेवानिवृत हुए रेल कर्मचारियों हेतु सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष की अध्यक्षता में आयोजित आज के कार्यक्रम में 48 रेलकर्मचारी सेवानिवृत हुए। सभी सेवानिवृत कर्मचारियों को मंडल रेल प्रबंधक द्वारा भुगतान विवरण, सेवा प्रमाण पत्र, स्वर्ण जडित पदक एवं पीपीओ आदि प्रदान किये गए। समस्त सेवानिवृत कर्मियों को कुल रु.14.37 करोड़ का भुगतान NEFT के माध्यम से सीधे उनके खातों में किया गया।

समारोह के दौरान वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक संतोष कुमार, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी बी.के. चतुर्वेदी उपस्थित रहे तथा सभी सेवानिवृत कर्मचारियों द्वारा प्रदान की गयी रेल सेवा हेतु नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित धन्यवाद दिया |

बीना-भीमसेन के मध्य चलाई गई पहली राकेट मालगाड़ी

झाँसी मंडल द्वारा मूलभूत अवसंरचनाओं में लगातार किये जा विकास कार्य के फलस्वरूप प्रथम बार पहली राकेट मालगाड़ी चलाई जिसमें बीना से भीमसेन के मध्य सिंगल चालक दल द्वारा परिचालन करते हुए गाड़ी को बीना से भीमसेन पहुचाया। इससे पूर्व बीना से भीमसेन के मध्य दो चालक दल कार्य करते थे।

प्रथम दल बीना से झाँसी तथा दूसरा दल झाँसी से भीमसेन के मध्य संचालन करती थी। हर्ष का विषय है कि झाँसी से कानपुर के मध्य तेज़ी से चल रहे, 90 प्रतिशत तक पूर्ण हुए दोहरीकरण कार्य की मदद से तथा बीना झाँसी के मध्य चल रहे तीसरी लाइन के कार्य की मदद से यह संभव हुआ है की अब एक सिंगल फ्लो में बीना से भीमसेन के मध्य संचालन किया जा सकता है |यह कार्य मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के मार्गदर्शन में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अखिल शुक्ल तथा वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (परिचालन) अशोक प्रिय गौतम के बेहतर समन्वय से संभव हुआ है।

Shashi kant gautam

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