Hapur News: औरंगाबाद में फैला खूनी बुखार अब तक 170 बीमार, पांच लोगों की हो चुकी है मौत

Hapur News: हापुड़ जनपद के सिंभावली ब्लाक का गांव औरंगाबाद स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही का शिकार हुआ है। इस गांव में बीते दो सप्ताह में खून की उल्टी के दौरान पांच लोग अब तक दम तोड़ चुके हैं।

Avnish Pal
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Published on: 13 Nov 2022 9:41 AM GMT
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गांव में जांच करते अधिकारी (न्यूज नेटवर्क)

Hapur News: हापुड़ जनपद के सिंभावली ब्लाक का गांव औरंगाबाद स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही का शिकार हुआ है। इस गांव में बीते दो सप्ताह में खून की उल्टी के दौरान पांच लोग अब तक दम तोड़ चुके हैं। जबकि गांव के करीब 170 लोग अब भी बुखार की चपेट में हैं। इनमें से अधिकांश लोग घरों पर ही झोलाछाप चिकित्सकों से इलाज करा रहे हैं। हालांकि शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में कैंप लगाया गया जिसमें 70 लोगों की जांच करने के बाद उन्हें दवा वितरित की गई है। शनिवार को गांव के लोगों ने बुखार से निजात पाने के लिए हवन का आयोजन किया।

इसके अलावा युद्धस्तर पर सफाई अभियान भी चलाया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी चिकित्सकों की टीम के साथ गांव में कैंप लगाने की भी जानकारी सामने आई है। मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से युद्धस्तर पर अभियान छेड़ रखा गया है लेकिन, इस अभियान से जिला मुख्यालय से महज कुछ ही मिनटों की दूरी पर स्थित गांव औरंगाबाद में हुई पांच लोगों की मौत से दहशत है। जिसका प्रमुख कारण बुखार है। जानलेवा बुखार से 170 लोग पीड़ित है।

औरंगाबाद की ग्राम प्रधान के पति हंसराज का कहना कि चार दिन पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बुखार से लगातार हो रही मौत की सूचना दी गई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मेला ड्यूटी में चिकित्सकों के होने का फरमान सुना दिया। जिसके बाद लोगों ने गांव में बैठने वाले चिकित्सकों से अपना उपचार शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि गांव में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम आई थी।

जिसने कुल 70 लोगों की जांच करते हुए बुखार की बात कही और उन्हें दवा वितरित करने का काम किया। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दो सप्ताह के दौरान गांव निवासी अनीता (28) और राजकुमार (42) को तेज बुखार हुआ था। निजी अस्पताल में इलाज कराया, रात को खून की उल्टियां होने पर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी। इसके अलावा निखिल (19), कपिल (38), वीरवती (70) ने भी इसी तरह दम तोड़ दिया था। लगातार हो रही मौतों से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।

गांव में लोगों ने किया हवन

बुखार से निजात पाने के लिए ग्रामीणों ने शनिवार को गांव में हवन का आयोजन किया। जिसमें भगवान से इस प्रकोप से निजात दिलाने की मंगल कामना की गई। ग्रामीणों ने बताया कि गांव का शायद ही ऐसा कोई घर होगा, जहां पर बुखार का मरीज चारपाई पर लेटकर उपचार न करा रहा हो। यदि समय रहते स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप लगा देती तो शायद पांच मौतें न होतीं।

युद्धस्तर पर सफाई अभियान

गांव में बुखार से पांच मौत की जानकारी मिलने पर प्रशासन अलर्ट हो गया है। गांव में पंचायती राज विभाग की सफाई टीम ने गांव की नालियों और झाड़ियों को साफ करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा गांव में युद्धस्तर पर फागिंग भी शुरू करा दी गई है।

Prashant Dixit

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