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कोरोना को मात देकर घर लौटे 18 मरीज, डीएम ने पौष्टिक आहार देकर की विदाई
जिलाधिकारी के विजेंद्र पांडियन ने बताया कि चैंपियंस को विदाई के साथ पोषणयुक्त खाद्य सामग्री इसलिए दी गयी ताकि उनकी इम्यूनिटी पॉवर बनी रहे।
गोरखपुर: रेलवे अस्पताल से शनिवार को गोरखपुर जनपद के 18 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अपने घर के लिए रवाना हो गए। इन मरीजों में आठ पिपराइच, तीन बेलघाट, एक भटहट, दो खजनी, एक बांसगांव एक उरुवा, एक गोला एवं एक चरगांवा के मरीज शामिल रहें। इनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। जिलाधिकारी के. विजेंद्र पाण्डियन एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने सभी कोरोना विजेताओं को फल, स्वच्छता किट और ड्राई फ्रूट देकर विदाई की।
कोरोना चैंपियंस ने कहा अस्पताल प्रशासन को शुक्रिया
रेलवे अस्पताल की व्यवस्था से संतुष्ट इन मरीजों ने अस्पताल को धन्यवाद देते हुए गोरखपुर के स्वास्थ्य महकमें को भी शुक्रिया अदा किया। चैंपियंस का कहना था कि रेलवे अस्पताल में न केवल उनका इलाज हुआ है, बल्कि उन्हें मनोवैज्ञानिक संबल भी मिला है। अस्पताल के चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ हेल्प डेस्क कर्मियों ने भी चैंपियंस को भावभीनी विदाई दी और साथ में होम क्वारंटीन रहने और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने समेत अन्य सभी एहतियात बरतने को कहा। जिलाधिकारी के विजेंद्र पांडियन ने बताया कि चैंपियंस को विदाई के साथ पोषणयुक्त खाद्य सामग्री इसलिए दी गयी ताकि उनकी इम्यूनिटी पॉवर बनी रहे। डीएम ने रेलवे अस्पताल में सक्रिय स्वास्थ्य विभाग के हेल्प डेस्क की तारीफ की और कहा कि वह जब भी वह विजिट पर आए हैं, डेस्क सक्रिय दिखा है।
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उन्होंने नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉक्टर नंद कुमार और उनकी पूरी टीम को सराहा। इस मौके पर चैंपियंस ने बताया कि उन्हें अस्पताल में प्रतिदिन पौष्टिक भोजन के साथ-साथ काजू, बादाम और तालमखाना दिया गया। सेब, केला और आम जैसे फल भी दिये गये। उन्होंने बताया कि अस्पताल की कोविड-19 वार्ड की डा0 शुभांकर, डॉ. सतेन्द्र कुमार, डॉ. शुभम सिंह स्टॉफ नर्स ममता, ज्योति, नवीन, रामकेश, सुष्मिता, पुष्पेंद्र व स्टॉफ गोपाल, उमरावती, निजामुद्दीन, शुभावती, सुरेंद्र, सैफुद्दीन ने खासतौर से हमेशा उनका मनोबल बनाए रखा। शुरूआती दौर में गांव के लोगों ने उनके परिवार के साथ थोड़ा-बहुत भेदभाव का व्यवहार रखा लेकिन उसके बाद सभी लोगों का रवैया सहयोगात्मक रहा।
45 में से अब 27 मरीज बचे भर्ती
सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी ने बताया कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण सुविधा मिल सके, इसके लिए जिला क्वालिटी कंसल्टेंड डॉ. मुस्तफा खान के अलावा स्थापित हेल्प डेस्क टीम में हेल्प डेस्क मैनेजर अमरनाथ जायसवाल, ब्रह्म लाल प्रजापति, सीएचओ शिल्पी, पवन, महेंद्र और नीतू की टीम सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक अलग-अलग बैच में रेलवे अस्पताल स्थित हेल्प डेस्क पर तैनात रहती है। रेलवे अस्पताल की ओर से चिकित्सा निदेशक डॉ. दीपांकर चौरसिया, कोविड-19 नोडल अधिकारी डॉ. एम नाथ
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और डॉ. नंद किशोर ने स्वास्थ्य विभाग की भूमिका की सराहना करते हुए बताया कि विभागीय गाइडलाइन के अनुसार मरीजों की सेवा की जा रही है। उनका कहना है कि सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि 18 मरीज स्वस्थ होकर लौट रहे हैं। सीएमओ ने बताया कि इस फैसिलिटी पर वर्तमान में कुल 45 मरीज भर्ती थे, जिनमें से 18 के डिस्चार्ज होने के बाद कुल 27 मरीज भर्ती रह गये हैं।
रिपोर्ट- गौरव त्रिपाठी