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UP: कक्षा 5 के बच्चों ने किया कमाल, बनाई बैटरी से चलने वाली नाव

गरीबी की वजह से दोनों ने सिर्फ पांच तक की ही शिक्षा हासिल की है। दोनों घर की गरीबी की वजह से बकरी चराने का काम करने लगे। लेकिन उनके अंदर छिपी हुई प्रतिभा उन्हें कुछ अलग करने को मजबूर करती थी ।

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Published on: 11 Dec 2020 3:16 PM GMT
UP: कक्षा 5 के बच्चों ने किया कमाल, बनाई बैटरी से चलने वाली नाव
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UP: कक्षा 5 के बच्चों ने किया कमाल, बनाई बैटरी से चलने वाली नाव

सिद्धार्थनगर: हमारे देश भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में एक बकरी चराने वाले 2 बच्चों ने एक छोटी स्ट्रीमर बनाकर अपने छिपी प्रतिभा का परिचय दिया है। दोनों लड़कों की उम्र 14, वर्ष है और वे गरीब परिवार के हैं और सिर्फ कक्षा 5 तक की पढ़ाई की है । दोनों का मनोबल छोटी स्ट्रीमर बनाकर काफी ऊंचा हो गया है और वह कुछ और बड़ा और अलग चीज बनाने का मन बना रहे हैं।

सिर्फ पांच तक की ही शिक्षा हासिल की है

डुमरियागंज के भड़रिया गांव में रहने वाले तैयब अली और रहमान दोस्त हैं। गरीबी की वजह से दोनों ने सिर्फ पांच तक की ही शिक्षा हासिल की है। दोनों घर की गरीबी की वजह से बकरी चराने का काम करने लगे। लेकिन उनके अंदर छिपी हुई प्रतिभा उन्हें कुछ अलग करने को मजबूर करती थी । वे बकरी चराते हुए इधर उधर पड़े तार, बैटरी व अन्य चीजों को लेकर जोड़-तोड़ करते रहते थे।

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पानी में बैटरी से चलने वाली नाव

इजहार और तैय्यब ने बताया कि 1 दिन दोनों ने सोचा कि पानी में बैटरी से चलने वाली नाव बनाएं। दोनों पढ़े-लिखे भी नाम मात्र के थे और संसाधन भी नहीं था फिर भी अपनी दृढ़ इच्छा और सीमित संसाधन से काफी मशक्कत के बाद उनकी कोशिश रंग लाई। एक पानी में स्वचालित छोटी नाव स्ट्रीमर को उन्होंने बनाया और उसको गांव के बगल की नदी में चला कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

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घरवाले काफी खुश हैं

तय्यब अली और रहमान की इस कामयाबी से उसके घरवाले काफी खुश हैं और अपनी गरीबी को लेकर परेशान हैं। उनको इस बात का मलाल है कि अगर उनके पास पैसा होता तो उनके बच्चे भी इंजीनियर बन कर उनके घर की गरीबी को दूर करते।

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तैयब अली और रहमान को ज्यादा ना पढ़े लिखे होने का मलाल है लेकिन उनके हौसले बुलंद हैं। अगर दोनों को आगे टेक्निकल एजुकेशन मिले तो वह इस फील्ड में अपना और जिले का नाम रोशन कर सकते हैं।

रिपोर्ट-इंतेजार हैदर, सिद्धार्थनगर

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