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UP News: एमएसएमई इकाइयों को पूंजी जुटाने के लिए राज्य सरकार की पहल रंग लाई, 20 नई कंपनियां हुई लिस्टेड

UP News: UP में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रानिक्स, आईटी, लॉजिस्टिक, मैन्यूफैक्चरिंग, प्लास्टिक, लेदर, एग्रो, फूड प्रोडेक्टस्, वस्त्र आदि के क्षेत्र में कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं।

Shreedhar Agnihotri
Published on: 23 Jun 2022 5:35 PM IST
State governments initiative to raise capital for MSME units paid off, 20 new companies listed as MSME
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एमएसएमई पर डा नवनीत सहगल की बैठक: Design Photo - Newstrack

Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रानिक्स, आईटी, लॉजिस्टिक, मैन्यूफैक्चरिंग, प्लास्टिक, लेदर, एग्रो, फूड प्रोडेक्टस्, वस्त्र आदि के क्षेत्र में कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं। इन कंपनियों के एनएसई एवं बीएसई पर लिस्ट होने से उनकी मार्केट कैपिटल (market capital) बढ़ेगी। साथ ही व्यवासाय का विस्तार होगा और रोजगार के अवसर (employment opportunities) भी सृजित होंगे।

शेयर बाजार (Share Market) के माध्यम से प्रदेश की एमएसएमई इकाइयों (MSME Units) को पूंजी जुटाने के लिए राज्य सरकार की पहल रंग लाने लगी है। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) तथा भारत स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) के मध्य हुए समझौते के तहत प्रदेश से 20 नई कंपनियां एनएसई और बीएसई पर लिस्टेड हुई है।

20 नई कंपनियां एमएसमई हुई लिस्टेड

अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा नवनीत सहगल (Dr. Navneet Sehgal) ने निर्यात प्रोत्साहन भवन में एमओयू पार्टनर संस्थाओं के साथ बैठक की और अधिक से अधिक संस्थाओं को एनएसई और बीएसई पर लिस्टेड कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विगत एक वर्ष के अंदर बीएसई पर 129 करोड़ रुपये मार्केट कैपिटल की 12 कंपनियां तथा एनएसई प्लेटफार्म पर 101 करोड़ रुपये इश्यू साइज रैंज की आठ कंपनियां लिस्टेड हुई है।

उन्होंने निर्देश दिये कि पूरे प्रदेश में जागरूकता अभियान चलाकर एमएसएमई को स्टाक एक्सचेंज पर लिस्ट कराने का प्रयास किया जायेगा। जगह-जगह इस संबंध में वर्कशाप कराई जाये और उद्यमियों को इसमें आमंत्रित किया जाय।

उद्यमियों को प्रोत्साहित करने पर जोर

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग 55 लाख डीमैट एकाउंट है और देश में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश में पिछले पांच वर्षों में स्थापित कंपनियों को एनएसई एवं बीएसई पर लिस्ट कराने को प्राथमिकता दी जायेगी। फिक्की और लघु उद्योग भारती जैसे औद्योगिक संगठनों का एनएसई एवम बीएससी के साथ वर्चुअल संवाद कराया जायेगा, जिससे औद्योगिक संगठन अधिक से अधिक कंपनियों को एनएसई एवम बीएससी पर लिस्ट कराने के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित कर सकें।

डा सहगल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रानिक्स, आईटी, लॉजिस्टिक, मैन्यूफैक्चरिंग, प्लास्टिक, लेदर, एग्रो, फूड प्रोडेक्टस्, वस्त्र आदि के क्षेत्र में कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं।

उन्होंने कहा कि इन कंपनियों के एनएसई एवं बीएसई पर लिस्ट होने से उनकी मार्केट कैपिटल बढ़ेगी। साथ ही व्यवासाय का विस्तार होगा और रोजगार के अ



Shashi kant gautam

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