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सरकार को 200 करोड़ का चूनाः शिकंजे में गिरोह का सरगना

खनन विभाग में फर्जी ई-रवन्ना (मडड11 रायल्टी पेपर) बनाकर हजारों ट्रकों से अवैध तरीकें से बालू, मोरंग व गिट्टी की निकासी की जा रही है। इसके जरिये सरकार को लगभग दो सौ करोड़ की राजस्व की क्षति हो चुकी है।

राम केवी
Published on: 13 Jan 2020 2:55 PM GMT
सरकार को 200 करोड़ का चूनाः शिकंजे में गिरोह का सरगना
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लखनऊ। फर्जी वेबसाइट बनाकर माइनिंग परिवहन हेतु वाहनों के फर्जी ई-रवन्ना (रायल्टी पेपर) जारी कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को साइबर क्राइम टीम ने जनपद लखनऊ से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

यहां से पकड़ा गया सरगना

गिरोह के सरगना सचिन सिंह को पॉलिटेक्निक चौराहा थाना गॉजीपुर से गिरफ्तार किया गया। सचिन सिंह झलकारी बाई नगर, थाना कबरई जनपद महोबा का निवासी है। अभियुक्त के पास से फर्जी वेबसाइट बनाने में प्रयुक्त मोबाइल एवं अन्य उपकरण तथा फर्जी रायल्टी पेपर आदि महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं। सचिन को निरीक्षक मो. मुस्लिम खॉ, आरक्षी जितेन्द्र, आरक्षी गौरव, आरक्षी पदम सौरभ, आरक्षी अविनाश की टीम ने पकड़ा।

विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश खनन विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि खनन विभाग में फर्जी ई-रवन्ना (मडड11 रायल्टी पेपर) बनाकर हजारों ट्रकों से अवैध तरीकें से बालू, मोरंग व गिट्टी की निकासी की जा रही है। इसके जरिये सरकार को लगभग दो सौ करोड़ की राजस्व की क्षति हो चुकी है।

ये टीम लगाई गई तलाश में

उपरोक्त मामलें में सुभाष रंजन (खनन अधिकारी) भू-विज्ञान और खनन निदेशालय द्वारा थाना साइबर क्राइम, लखनऊ पर मु0अ0सं0 01/2020 धारा 420,467,468,471 भा0द0वि0 व 66,66सी आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत कराया गया था। रोहन पी. कनय, पुलिस अधीक्षक, साइबर क्राइम द्वारा उक्त अपराध को गम्भीरता से लेते हुए एक कुशल टीम गठित की गई।

ऐसे बुना गिरफ्तारी का ताना बाना

मुखबिर से पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई कि, महोबा, झॉसी, बांदा एवं उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों में अवैध बालू, मोरंग, गिट्टी के खनन एवं परिवहन के फर्जी पेपर तैयार करने वाले गिरोह का सरगना लखनऊ में मौजूद है। इस सूचना पर साइबर क्राइम थाना लखनऊ की पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को गत दिवस शाम पौने चार बजे के करीब पॉलीटेक्निक चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया जबकि उसके अन्य साथी भीड़ का फायदा उठाकर एसयूवी कार से भागने में सफल रहे।

इन वेबसाइटों से लगा रहे थे चूना

अन्तर्राज्यीय गिरोह के सरगना से पूछताछ में पता चला है कि ये लोग अपने गिरोह के साथ फर्जी वेबसाइट किया 1. https://upminesupsdcgovin .6te.net 2. https://upminessupsdcgov.in 3. www.upminesupsdcgov.in से फर्जी ई-रवन्ना (मडड11 रायल्टी पेपर) बनाकर उसमें ट्रक नम्बर एवं ड्राइवर का नाम व फोन नम्बर डालकर असली रायल्टी पेपर के जैसा फर्जी ई-रवन्ना रायल्टी पेपर तैयार कर लेते थे और भिन्न-भिन्न मार्गो से ट्रकों में मोरंग, गिट्टी भरवाकर पास कराते थे। एक गाड़ी की रायल्टी बनाने में 10 से 15 हजार रूपये ट्रक ड्राइवर से वसूलते थे। ट्रकों से मोटी कमाई की रकम सभी आपस में बॉंट लेते थे। अभियोग से सम्बंधित अन्य अभियुक्तों की तलाश की जा रही है।

राम केवी

राम केवी

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