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Ravan Dahan In UP: अग्निबाण नहीं, राम दबाएंगे रिमोट, मारा जाएगा रावण

Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक मुस्लिम परिवार ऐसा भी है जो पिछले 65 सालों से दशहरे के पुतले बनाने का काम करता आ रहा है।

Amit Kaliyan
Published on: 4 Oct 2022 11:01 AM IST
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 मुजफ्फरनगर: अग्निबाण नहीं, राम दबायेंगे रिमोट, मारा जाएगा रावण

Dussehra 2022: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक मुस्लिम परिवार (muslim family) ऐसा भी है जो पिछले 65 सालों से दशहरे के पुतले बनाने का काम करता आ रहा है। इस बार भी इस परिवार ने दशहरे के दिन दहन किए जाने वाले रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के विशालकाय पुतले बनाए हैं। नगर के मोती महल में रहने वाले मुस्लिम व्यक्ति रफीक अहमद का परिवार जनपद के साथ-साथ उत्तराखंड में भी पिछले 65 सालों से अपने पिता नियाजूद्दीन के समय से ही दशहरे के दिन दहन किए जाने वाले इन रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाने (Muslim family makes idol of Ravana) का काम करता रहा है।

आपको बता दें कि रफ़ीक अहमद पेशे से गाड़ियों का इलेक्ट्रिशियन है लेकिन इसके साथ साथ वह पाने पिता के इस काम को आज भी बादस्तूर करता आ रहा है अबकी बार विशेष रुप से परिवर्तन किया गया है कि कोई अप्रिय घटना ना हो जिसके चलते रिमोट का इस्तेमाल रावण दहन के दौरान किया जाएगा। ताकि दूर से ही रिमोट का इस्तेमाल कर दहन प्रक्रिया पूरी हो।

इस बार भी रफीक अहमद ने अपने परिवार एवं अन्य अपने साथियों के साथ मिलकर जनपद के राजकीय इंटर कॉलेज में दशहरे के दिन दहन किए जाने वाले पुतलो में 60 फीट का पुतला रावण का और 50 50 फिट के मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाए हैं।

रफीक अहमद

पुतलों का दहन रिमोट के द्वारा किया जाएगा

हिंदू पर्व पर रावण ,मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाकर संप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करने वाले रफीक अहमद ने जानकारी देते हुए बताया कि कुंभकरण ,मेघनाथ और रावण के पुतले हम अपने पिता के समय से बनाते आ रहे हैं लगभग 65 साल हो गए हैं काम भी कुछ इस तरह का है जो धर्म से जुड़ा हुआ है इसलिए बहुत अच्छा लगता है इस काम को करके ऐसा लगता है कि हिंदू मुस्लिम मिलकर दशहरे के त्यौहार के पुतले बना रहे हैं इसके अलावा में गाड़ी के इलेक्ट्रिशियन का काम करता हूं इस काम के लिए मुझे उस काम से 1 महीने के लिए छुट्टी करनी पड़ती है।

60 फीट का रावण

जिसके बाद में हर वर्ष इसी तरह इन पुतलो को बनाता हूं पापा के समय से ही मैं भी इस काम को बचपन से ही करता रहा हूं यहां पर हमने 60 फीट का रावण और 50,50 फिट के मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाए हैं यहां का काम पूरा करके हम अपनी दूसरी साइड जो उत्तराखंड के ऋषिकेश में हैं हम वहां चले जाते हैं वहां पर भी हम दशहरे के पुतले बनाते हैं।



Shashi kant gautam

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