Dengue Case In Lucknow में मिले डेंगू के 37 नये मरीज़, बचाव हेतु इन बातों का रखें ध्यान

Lucknow: शुक्रवार को राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों में 37 डेंगू धनात्मक रोगी पाए गये। ता दें कि इस साल जनवरी से अब तक 440 डेंगू के केसेज रिपोर्ट किये गये है।

Shashwat Mishra
Published on: 14 Oct 2022 4:40 PM GMT
Dengue in Lucknow
X

Dengue in Lucknow (social media) 

Lucknow: शुक्रवार को राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों में 37 डेंगू धनात्मक (Dengue Case In Lucknow) रोगी पाए गये। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के तहत अलीगंज-11, आलमबाग-07, इन्दिरानगर-06, काकोरी-01, एनके रोड-03, सिल्वर जुबली-02, टूडियागंज-04 में केस पाए गए। वहीं, लगभग 1620 घरों एवं आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया और कुल 16 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया। बता दें कि इस साल जनवरी से अब तक 440 डेंगू के केसेज रिपोर्ट किये गये है। हालांकि, एक भी मृत्यु की संख्या नहीं है। साथ ही,पिछले वर्ष जनवरी 21 से दिसम्बर 21 तक कुल 1978 डेंगू केस रिपोर्ट किये गये थे।

इन अस्पतालों में किया गया एंटी लार्वा रसायन का छिड़काव

लखनऊ के कार्यालय जिला अधिकारी कलेक्ट्रेट, बलरामपुर चिकित्सालय, लोकबन्धु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय, टीबी सह संयुक्त चिकित्सालय, रानी लक्ष्मी बाई संयुक्त चिकित्सालय, वीरांगना अवन्ती बाई महिला चिकित्सालय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय, वी झलकारी बाई महिला चिकित्सालय, राम सागर मिश्र 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में एण्टी लार्वा रसायन का छिडकाव किया गया।

डेंगू से बचाव हेतु इन बातों का रखें ध्यान

  • घर के आस-पास पानी जमा न हो।
  • पानी से भरे हुए बर्तनों एवं टंकियों को ढक कर रखें।
  • कुछ अन्तराल पर कूलर को खाली करके साफ कपड़े से पोछ कर सुखा दें एवं साफ करने के बाद ही पुनः प्रयोग करें।
  • पूरी बांह के कपडे पहनने की सलाह।
  • बच्चों को घर से बाहर न निकलने दें।
  • मच्छर रोधी क्रीम लगाएं।
  • मच्छरदानी लगाकर ही सोएं।

सभी बुखार में न करें एंटीबायोटिक का सेवन

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के मेडिसिन विभाग की ओपीडी में भी मरीजों की लम्बी-लम्बी लाइन लग रही है। मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डा. कौसर उस्मान ने बताया कि ओपीडी में वायरल बुखार के मरीजों की काफी है, लेकिन इसके साथ डेंगू व मलेरिया के लक्षणों वाले मरीज भी काफी संख्या में आ रहे है। उन्होंने बताया कि कुछ मरीजों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि होने के बाद लोगों से सावधान रहने के लिए कहा गया है। उनका कहना है कि सभी बुखार में एंटीबायटिक का सेवन नहीं किया जाता है। इसलिए, डॉक्टर की परामर्श के बाद ही दवाओं का सेवन करें।

Deepak Kumar

Deepak Kumar

Next Story