बुलंदशहर: शहीद के परिवार को 50 लाख की मदद, अखलाक लिंचिंग से भी रिश्ता

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह के बाद हुई हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी को 40 लाख व माता-पिता को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसके साथ ही सीएम ने दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रितों को असाधारण पेंशन तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी वादा किया है।

Rishi
Published on: 4 Dec 2018 3:42 AM GMT
बुलंदशहर: शहीद के परिवार को 50 लाख की मदद, अखलाक लिंचिंग से भी रिश्ता
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लखनऊ : सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह के बाद हुई हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी को 40 लाख व माता-पिता को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

इसके साथ ही सीएम ने दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रितों को असाधारण पेंशन तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी वादा किया है।

सीएम योगी ने अपर पुलिस महानिदेशक (अभिसूचना) एस. बी. शिरडकर को मौके पर जाकर दो दिन में पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

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अखलाक लिंचिंग मामले में जांच अधिकारी थे

आपको बता दें, शहीद सुबोध कुमार सिंह दादरी में मोहम्मद अखलाक लिंचिंग मामले में जांच अधिकारी थे। इस केस में इंस्पेक्टर सुबोध गवाह नंबर-7 थे। इस मामले में उन पर पार्दर्शिता न बरतने के आरोप लगे और उनका वाराणसी ट्रांसफर कर दिया गया था।

एडीजी, लॉ ऐंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया, सुबोध 28 सितंबर 2015 से 9 नवंबर 2015 तक अखलाक लिंचिंग मामले में जांच अधिकारी थे। बाद में इस मामले में चार्जशीट किसी अन्य जांच अधिकारी ने फाइल की थी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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