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योगी की कर्मभूमि में छात्र ने की सुसाइड, खत में लिखा ‘मैम ऐसी सजा किसी को न दें’

Gagan D Mishra
Published on: 21 Sept 2017 3:35 AM IST
योगी की कर्मभूमि में छात्र ने की सुसाइड, खत में लिखा ‘मैम ऐसी सजा किसी को न दें’
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गोरखपुर: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बुधवार को एक और बच्चे की मौत हो गयी। लेकिन ये मौत न ही इंसेफेलाइटिस बीमारी के कारण हुई और न ही वहां ऑक्सीजन की कमी से, ये मौत हुई है माँ-बाप के समान समझने वाले एक टीचर की प्रताड़ना के कारण । जिले के शाहपुर थानाक्षेत्र के मोहनापुर के रहने वाले 5वी का छात्र नवनीत प्रकाश ने जहर खाकर जान दे दी । बीते 15 सितम्बर को उसने घर में जहर खा लिया था। तभी से वह बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती था। बुधवार को को उसकी मौत हो गई।

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मौत के बाद नवनीत के बैग से परिजनों को सुसाइड नोट मिला है । सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि उसकी क्लास टीचर ने उसे क्लास में 3 पीरियड तक खड़ा रखा। जिस कारण वह काफी दुःखी है। और वो मरने जा रहा है । छात्र के पिता ने शाहपुर थाने में स्कूल प्रबंधन और क्लास टीचर के खिलाफ FIR दर्ज करा दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

शाहपुर थानाक्षेत्र पादरीबाजार मोहनापुर के कर्मा गैस गोदाम के पीछे रहने वाले अध्यापक रवि प्रकाश ने बताया कि उनका 11 साल का बेटा नवनीत डेयरी कालोनी स्थित सेंट एंथोनी स्कूवल में कक्षा 5 में पढ़ता था। 15 सितंबर को उसके एग्जा म का पहला दिन था। किसी बात को लेकर क्लाोस टीचर ने 3 पीरियड तक उसे लगातार खड़े रखा। इस बात से मर्माहत नवनीत ने घर आने पर जहरीला पदार्थ खा लिया। पिता रवि प्रकाश ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जहां 20 सितंबर को उसकी मौत हो गई।

रवि प्रकाश का कहना है कि उनका बच्चा पढ़ने में काफी मेधावी था। उसकी क्लालस टीचर अन्यड बच्चों को घर पर ट्यूशन पढ़ाती थी। लेकिन रवि ट्यूशन नहीं पढ़ने के बावजूद अच्छे् नंबर से पास हो जाता था। यह बात क्ला‍स टीचर को नागवार गुजरती थी। यही वजह है कि वह उसे 3 पीरियड तक परीक्षा के पहले दिन क्‍लास में खड़ा रखीं।

उनका आरोप है कि इसके पहले भी टीचरों द्वारा उनके बच्चेउ को दलित होने के कारण प्रताडि़त किया जाता रहा है। उन्होंरने इसकी शिकायत स्कूंल प्रबंधन से भी की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

नवनीत माता-पिता का इकलौता पुत्र था। उसकी बड़ी बहन कक्षा 12वीं में पढ़ती है। नवनीत के बाबा रिटायर प्रधानाचार्य हरिराम प्रसाद ने बताया कि उनका पोता काफी होनहार था। वह भी एक स्कूील में प्रधानाध्याापक के पद से रिटायर हैं। उन्होंबने कहा कि वह भी शिक्षक रहे हैं और बच्चों से प्या र और दुलार से ही बात करते रहे हैं। उन्हों ने कहा कि दलित होने के कारण उनके पोते को स्कूकल प्रबंधन और शिक्षकों द्वारा प्रताडि़त किया जाता था। यही वजह है कि उसे क्लानस में परीक्षा के दिन 3 पीरियड तक क्लारस टीचर ने खड़ा रखा। उसके बाद उसने घर आकर जहर खा लिया। उसे बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। लेकिन, आज उसकी वहां पर मौत हो गई।

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सुसाइड नोट में क्या लिखा?

पापा, आज 15-9 -17 मेरा पहला एग्जाम था। मेरी मैम क्लास टीचर ने मुझे 9:15 तक रुलाया और खड़ा रखा। इसलिए क्योंकि वह चापलूसों की बात मानती है। उनकी किसी बात का विश्वास मत करिएगा। कल उन्होंने मुझे तीन पीरियड खड़ा रखा। आज मैंने सोच लिया है कि मैं मरने वाला हूं। मेरी आखिरी इच्छा ‘मेरी मैम को किसी बच्चे को इतनी बड़ी सजा न देने को कहें’ ...अलविदा पापा-मम्पी और दीदी।

Gagan D Mishra

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