Mirzapur: कर्ज लेकर करा रहे डेंगू का इलाज, एक परिवार में 40 लोग बीमार, डरे सहमे लोग

Mirzapur: जिले में डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है। डेंगू के कहर से जिले में एक सेवानिवृत्त दरोगा की मौत हो गई, जहां जिले में अबतक 66 मरीज डेंगू का आ चुके है।

Brijendra Dubey
Published on: 9 Oct 2022 9:20 AM GMT
Mirzapur News
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अस्पताल में भर्ती मरीज। 

Mirzapur: जिले में डेंगू का कहर (Dengue In Mirzapur) देखने को मिल रहा है। डेंगू के कहर से जिले में एक सेवानिवृत्त दरोगा की मौत हो गई, जहां जिले में अबतक 66 मरीज डेंगू का आ चुके है। नगर के परमापुर, टेढवा बस्ती के साथ कजरहवा पोखरा (Kajrahwa Pokhara) में डेंगू फैल गया है। डेंगू फैलने से मोहल्ले में कई लोग बीमार हो गए है। डेंगू के दहशत में स्थानीय नागरिक जीने को मजबूर है। अस्पताल में इलाज के लिए बेड नही मिल रहा है, जहां अधिकांश लोग प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज करा रहे है।

डेंगू ने ले ली सेवानिवृत्त दरोगा की जान

जिले में डेंगू फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग व नगर पालिका के कार्यों की कलई खुल गई है। जनपद के कजरहवा पोखरा बस्ती में डेंगू की वजह से सेवानिवृत्त दरोगा विश्राम सोनकर ने अपनी जान गवां दिया। मृतक का छोटा बेटा भी बीमार है। बस्ती में अभी 50 से अधिक लोग तेज बुखार से ग्रसित है, जहां डेंगू फैलने की खबर सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग एक्टिव मोड़ में काम कर रहा है। जनपद के टेढ़वा में हालात और भी खराब है, जहां पर सौ से अधिक लोग तेज बुखार व डेंगू से पीड़ित है। स्वास्थ्य विभाग डेंगू फैलने के बाद जिस तरह से एक्टिव हुआ है। अगर ऐसे ही पहले एक्टिव हुआ होता तो शायद आज डेंगू का कहर नही दिखता।

मंडलीय अस्पताल में डेंगू वार्ड फूल

जनपद के मंडलीय अस्पताल में डेंगू वार्ड बनाया गया है, जहां डेंगू वार्ड से जनरल वार्ड मरीजों से फूल गए है। कोरोना के बाद डेंगू फैलने पर स्वास्थ्य विभाग के इंतजाम की पोल खुल गई। अस्पताल में पहुंचने वाले मरीज इलाज नसीब नही हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक जिले में अबतक डेंगू के 66 मामले सामने आए है। यह आंकड़े सरकारी है, प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों का कोई आंकड़ा सामने नही आया है। जिस बस्ती में डेंगू फैला है, वहां साफ सफाई का आभाव है। जगह जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। मृतक सेवानिवृत्त दरोगा के बेटे कुंदन सोनकर ने बताया कि पिताजी का तबियत बिगड़ने पर डेंगू का जांच कराया गया, जहां डेंगू पॉजिटिव आया। उनका इलाज चल रहा था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। हम खुद आईसीयू में भर्ती थे। छोटे भाई की भी तबियत खराब है। मोहल्ले में अधिकांश लोग बुखार और डेंगू से पीड़ित है।

रोकथाम को लेकर किये जा रहे है उपाय: सीएमओ

सीएमओ राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि अभीतक काफी मरीज पाए गए। ज्यादातर मरीज ठीक हो गए है, जहां जहां डेंगू के मरीज मिल रहे है। पंचमुखी महादेव मंदिर व टेढ़वा में डेंगू फैलने का मामला सामने आने के बाद फॉगिग को लेकर आदेश दिए गए है। इस समय डेंगू का प्रकोप रहता है। आप सभी मच्छरदानी का प्रयोग करें। अन्य बचाव के उपाय का पालन करें। बच्चों पर खासा ध्यान देने की जरूरत है। अबतक 66 मरीज पाये गए है। टेढ़वा में एक संयुक्त परिवार में 40 लोग बीमार है, मोहल्ले में बीमार होने वालों की संख्या अधिक है। फॉगिंग टीम लग गई है, जल्द ही जांच दवा सहित अन्य चीजें मुहैया कराई जाएगी।

कर्ज लेकर दवा कराने को मजबूर है लोग

डेंगू और तेज बुखार की वजह से हालात खराब है। जनपद के रमईपट्टी निवासी शकुंतला ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे व पति के इलाज के लिए एक लाख 80 हजार रुपये लगा चुके है, अभी भी उनकी हालत ठीक नही है। बेटी घर में बीमार है। हम लोग कर्ज लेकर दवा करा रहे है। ठेला चलाने वाले लोग है। पहली बार ऐसी बीमारी देखी है। शिवकुमारी ने बताया कि पहले बहु की तबियत खराब हुई, जिसे सरकारी अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में कोई सुनवाई नही हुई, जिसके बाद प्राइवेट में लेकर गए। हम लोग ठेला से 150 से 200 कमाते है, इतना महंगा इलाज कहा से कराये। 10 रुपया सैकड़े पर ब्याज का पैसा लेकर इलाज करा रहे है। बेटा और बहु दोनों बीमार थे। हम लोग दाने दाने को मोहताज है।

Deepak Kumar

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