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बीते साल 2024 में 6.73 लाख टीबी मरीजों की हुई पहचान, TB उन्मूलन में यूपी सबसे आगे, दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र

TB patients: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान शुरू कर दिया है।

Hemendra Tripathi
Published on: 6 Jan 2025 2:18 PM IST
बीते साल 2024 में 6.73 लाख टीबी मरीजों की हुई पहचान, TB उन्मूलन में यूपी सबसे आगे, दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र
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TB patients: भारत में टीबी उन्मूलन की दिशा में एक निर्णायक कदम उठाते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान शुरू कर दिया है। ऐसे में अलग अलग राज्य सरकारों की ओर से अपने प्रदेश के टीबी के मरीजों की पहचान करने और उनका इलाज करने में तेजी दिखाई जा रही है। इसी बीच साल 2025 के शुरू होते ही सामने आई बीते साल की रिपोर्ट में टीबी के मरीजों की पहचान व उनका इलाज करने में उत्तर प्रदेश साल 2024 में भी अव्वल रहा है।आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश को बीते साल साढ़े 6 लाख टीबी के मरीजों को चिह्नित करने का लक्ष्य मिला था, जिसके सापेक्ष रिकार्ड 6.73 लाख मरीजों की पहचान की गई।

दूसरे स्थान पर रहा महाराष्ट्र, निजी डाक्टरों ने निभाई बड़ी भूमिका

टीबी मुक्त भारत बनाने के अभियान को जोर देते हुए उत्तर प्रदेश ने पहले की तरह बीते साल 2024 में भी रिकार्ड कायम किया। टीबी के मरीजों की पहचान व इलाज करने में उत्तर प्रदेश जहां पहले नंबर पर रहा वहीं महाराष्ट्र दूसरे व बिहार तीसरे स्थान पर रहा। राज्य टीबी अधिकारी डा. शैलेंद्र भटनागर ने इस पर जानकारी देते हुए बताया कि टीबी मरीजों को चिह्नित करने के इस अभियान में निजी डाक्टरों ने अलग भूमिका निभाई , जो कि सराहनीय है। उन्होंने बताया कि निजी डॉक्टरों ने प्रदेश में टीबी मरीजों की कुल संख्या में से 40 प्रतिशत मरीजों को चिह्नित किया है।

सभी राज्यों को साल 2024 में मिला था टीबी मरीजों को चिह्नित करने का लक्ष्य

राज्य टीबी अधिकारी डा. शैलेंद्र भटनागर ने आगे बताया कि केंद्रीय टीबी डिवीजन ने सभी प्रदेशों को साल 2024 की शुरुआत में ही टीबी मरीजों को चिह्नित करने का लक्ष्य दिया था। साल खत्म होने के साथ ही 31 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश में 6.73 लाख टीबी मरीजों की पहचान की गई। इतना ही नहीं, इन मरीजकन की पहचान के साथ ही इनका इलाज भी शुरू हो चुका है। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में सवा 2 लाख मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ। वहीं, तीसरे नंबर पर बिहार में 2 लाख मरीज चिह्नित किए गए।



Sonali kesarwani

Sonali kesarwani

Content Writer

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