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Smugglers Arrested: मथुरा व गौतमबुद्धनगर में STF की बड़ी कार्रवाई, 90 लाख के अवैध गांजे के साथ 7 तस्कर गिरफ्तार

Smugglers Arrested: मथुरा और गौतमबुद्धनगर में एसटीएफ ने 90 लाख के गांजा के साथ 7 तस्कर गिरफ्तार किए। इन तस्करों को गिरफ्तार कर यूपी में अवैध गांजे की बिक्री चैन को तोड़ा है।

Shiva Sharma
Published on: 6 Jun 2022 10:18 PM IST
Lucknow Crime News
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गांजे के साथ पकड़े गए आरोपी। 

Smugglers Arrested: उत्तर प्रदेश के दो अलग-अलग ज़िलों में गांजे की बड़ी खेप यूपी एसटीएफ (STF) ने बरामद की है। साथ ही तस्करों को गिरफ्तार कर यूपी में अवैध गांजे की बिक्री चैन को तोड़ा है। बात दे कि मथुरा की तो डीएसपी लाल पत्रताप के मुताबिक ओडिसा से यूपी के मथुरा लेकर अवैध गांजे की खेप के सूचना उनको मिली थी, जिसपर बाजना कट के पास यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) मथुरा के पास एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी करते हुए एक GJ 16 AB 3595 डाले को रोका जिसमें गांजे की अवैध खेप थी साथ में 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है जो गांजा लेकर व उसकी डिलेवरी करने के लिए पहुंचे थे |

50 लाख का गांजा किया जब्त

एसटीएफ टीम के तस्कर में अरुण यादव, कृष्णा यादव, देवेंद्र गुप्ता उर्फ़ चिंटू व विनोद गुप्ता को गिरफ्तार किया है इनके कब्ज़े से 2 क्विंटल गांजा बरामद हुआ है जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 50 लाख है।

3 आरोपियों से 134 किलो गांजा बरामद

वहीं गौतमबुद्धनगर में एसटीएफ की टीम ने पारी चौक मेट्रो स्टेशन के पास से एक कार को रोका जिसमें अवैध गांजे की खेप मिली, जिसमें 3 तस्कर सवार थे। कार सवार शोएब खान, वसीम और दीपक शर्मा को गिरफ्तार कर उनके पास से 134 किलो गांजा जिसकी अंतर्राष्ट्रीय कीमत 40 लाख बताई जा रही है। एसटीएफ टीम के मुताबिक शोएब का परिचित मुज़फ्फरनगर निवासी सलीम इस गांजे की खेप को देने वाल था। साथ में सलीम के साथ अमां और विकास त्यागी इस खेप को लेने के बाद अलग-अलग ज़िलों में इसे फुटकर दामों में बेचने वाले थे, लेकिन उस से पहले ही एसटीएफ के टीम ने इन्हे गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया।

रिटेल खरीदारी की चैन तोड़ रही एसटीएफ

एसटीएफ टीम के मुताबिक लगातार पश्चिम यूपी और एनसीआर व् पूर्वांचल में अवैध गांजे की खेप को पकड़ने के बाद फुटकर गांजे की सेल के बिक्री में काफी असर पड़ा है। ऐसे में इन लोग अब अवैध गांजे की तस्करी से भी अपना हाथ खींच रहे है। ज़ाहिर है ऐसे प्रयास टीम में न सिर्फ मनोबल पैदा करते है, बल्कि इस सिंडिकेट को तोड़ने में काफी सफल साबित होते है।

Deepak Kumar

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