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Muzaffarnagar News: मुस्लिम धर्म छोड़कर नौ लोग बने हिंदू, अब तक दो सौ परिवार कर चुके हैं घर वापसी
Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर जनपद में डेढ़ सौ वर्ष बाद एक परिवार के 9 सदस्यों ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में घर वापसी की है।
Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर जनपद में डेढ़ सौ वर्ष बाद एक परिवार के 9 सदस्यों ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में घर वापसी की है। दरअसल आपको बता दें कि जनपद के बकरा ब्लॉक में स्थित योग साधना आश्रम में यशवीर जी महाराज द्वारा आज एक परिवार के 9 सदस्य की इस्लाम धर्म से हिंदू धर्म में वापसी कराई गई है। इस दौरान हिंदू रीति रिवाज के चलते पहले परिवार के सभी सदस्यों का गंगाजल से शुद्धीकरण कराया गया। उसके बाद उनके गले में जनेऊ धारण कराकर गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ यज्ञ में आहुति डलवाकर इस परिवार की डेढ़ सौ साल बाद इस्लाम धर्म से हिंदू धर्म में वापसी कराई गई है।
यशवीर जी महाराज ने 225 लोगों की हिंदू धर्म में कराई घर वापसी
आपको बता दें कि इस्लाम धर्म से हिंदू धर्म में घर वापसी का यह सिलसिला योग साधना आश्रम में लगातार जारी है। आश्रम में अब तक यशवीर जी महाराज द्वारा तकरीबन 225 लोगों की हिंदू धर्म में घर वापसी कराई गई है।
हिन्दू धर्म अपनाने वाले लोगों की पहचान
सोमवार को भी सहारनपुर के रहने वाले एक परिवार के 9 सदस्य की डेढ़ सौ वर्ष बाद यहां पर हिंदू धर्म में वापसी कराई गई है। इनमें अब मोहम्मद आदिल नाम का व्यक्ति विवेक सैनी बना है, आलिया अनन्या बनी है, राबिया पल्लवी बनी है, नाजिया नीतू बनी है, वरीशा मनीषा बनी है, गुलिस्ता रवीना बनी है, सानिया निशा आक़िल रोहित और रुकसाना बबीता बनी है।
बीजेपी से पूर्व की सरकारें हिंदू विरोधी थीं: यशवीर जी महाराज
यशवीर जी महाराज की मानें तो बीजेपी से पूर्व की सरकारें हिंदू विरोधी थीं। उन सरकारों में धर्मांतरण कराया जाता था। हिंदुओं को मुस्लिम बनाया जाता था। केंद्र और राज्य में जब से बीजेपी की सरकार आई है। तब से हिंदुओं का मनोबल ऊंचा हो गया है। अब निडरता के साथ मुस्लिम धर्म से हिंदू अपने घर वापसी कर रहे हैं। पहले इस्लामिक शासन में लालच और तलवार के दम पर हिंदुओं का धर्मांतरण कराया जाता था।
''यह सभी लोग सैनी समाज के थे''
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए यशवीर जी महाराज ने बताया कि यह सभी लोग सैनी समाज के थे। सहारनपुर के रहने वाले 9 सदस्य यह एक ही परिवार के हैं, जिन्होंने घर वापसी की है। इन लोगों के पूर्वज डेढ़ सौ वर्ष पहले इस्लाम धर्म में चले गए थे। हिंदू धर्म को छोड़कर अब तक 225 मुसलमानों की हमने हिंदू धर्म में घर वापसी कराई है। पहले हिंदओं के विपरीत जो भी कार्य होता था उसमें वह हस्तक्षेप नहीं करते थे। कारण उन्हें अपनी कुर्सी जाने का डर था कि तुम कोई कार्यवाही करो और यह वोट तुम्हें ना देकर किसी और को दे दें। उन्हें तो कुर्सी प्यारी थी। धर्म और देश प्यारा नहीं था।
उन्होंने कहा उस समय दबाव में और कुछ लालच में भी उन सरकारों में हिंदुओं का धर्मांतरण किया गया यानी उन्हें हिंदू से मुसलमान बनाया गया लेकिन अब केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है जिसके कारण आज हिंदुओं का मनोबल ऊंचा हो गया है और जो लोग हिंदू धर्म छोड़कर चले गए थे उनके मन मस्तिष्क में यह आ गया है कि अब अगर यदि हम घर वापसी कर ले यानी अपने पूर्वजों के घर में वापस आ जाएं तो हमें कोई डर नहीं होगा और कोई भय नहीं होगा तो इसलिए वह अब निडरता के साथ में घर वापसी कर रहे हैं।
''डेढ़ सौ साल पहले हमारे बुजुर्ग आदमी पूर्वज हिंदू से मुसलमान बन गए थे''
धर्म में वापसी करने वाले आकिल से रोहित सैनी बने युवक ने बताया कि डेढ़ सौ साल पहले हमारे बुजुर्ग आदमी पूर्वज हिंदू से मुसलमान बन गए थे। हम अपने हिंदू धर्म में रहना चाहते हैं। परेशानी नहीं थी लेकिन क्या पता आगे आ भी जाए। इससे पहले हम अपने हिंदू धर्म में आ जाए तो अच्छा ही है। इसलिए आज हम हिंदू बन गए हम अपने मन से हिंदू धर्म में आए हैं किसी दबाव में नहीं। हम रहने वाले सहारनपुर के हैं एक ही परिवार के 9 आदमी यहां आए हैं हम आगे यही सोचेंगे कि जितने भी हमारे हिंदू धर्म में आ जाए भाई तो अच्छा ही है।