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Abbas and Nikhat: जांच में बढ़ रही कड़ियां, कई रहस्यों का हो रहा पर्दाफाश
Abbas and Nikhat: निलंबित जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर व जेलर संतोष कुमार को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले रखा है। उनसे लगातार तीन दिन से पूछताछ चल रही है।
Abbas and Nikhat: जिला कारागार रगौली में विधायक अब्बास अंसारी व पत्नी निखत बानो की बेरोक टोक मुलाकात मामले में नामजद निलंबित जेल अधीक्षक व जेलर के बाद दो और लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया है। इनमें एक जेल का वार्डर व दूसरा सजा काट चुका अपराधी बताया जा रहा है। जेल अधीक्षक व जेलर निखत बानो की बेरोक टोक इंट्री मामले में नामजद किए गए थे। जबकि पूछताछ के लिए लाए गए वार्डर का अभी तक कहीं नाम सामने नहीं आया था। एसआईटी इन चारो से शुक्रवार के दिन में कई बार पूछताछ की। फिलहाल जेल अफसर पूछताछ के दौरान एसआईटी को गोलमोल जवाब देकर गुमराह करने का प्रयास कर रहे है।
निलंबित जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर व जेलर संतोष कुमार को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले रखा है। उनसे लगातार तीन दिन से पूछताछ चल रही है। सूत्रों की मानें तो इसी मामले में जेल के एक और वार्डर एवं सजा काट चुके अपराधी को पूछताछ के लिए लाया गया है। सूत्रों की मानें तो इस वार्डर का अभी तक कई लोगों से हुई पूछताछ के दौरान नाम सामने आया है। सजा काट चुका अपराधी जिला कारागार रगौली में पहले बंद होने के दौरान लंबरदार रह चुका है। उसकी भी जेल कनेक्शन में संदिग्धता एसआईटी के सामने आई है।
सूत्र बताते हैं कि निलंबित जेल अधीक्षक व जेलर से अब तक कई बार एसआईटी ने पूछताछ किया है। उनसे विधायक अब्बास अंसारी द्वारा उपहार के तौर पर मिली नकदी, जेवरात समेत वाहन आदि के संबंध में सवाल किए गए। शुक्रवार को सुबह से ही एसआईटी फिर पूछताछ में जुटी रही। संदिग्धता के घेर में आने के बाद बुलाए गए वार्डर से भी एसआईटी ने अलग कमरे में पूछताछ कर जेल कनेक्शन का रहस्य जानने का प्रयास किया। फिलहाल माना जा रहा है कि निलंबित जेल अफसरों की गिरफ्तारी कभी भी संभव है।
चंद्रकला की तरह सामने आ सकते गुमनाम चेहरे
निखत-अब्बास मुलाकात मामले में दर्ज मुकदमे के नामजद आरोपित जेल अफसरों व वार्डरों के अलावा भी कई के शामिल होने की संभावना दिख रही है। इनमें जेल भेजी जा चुकी डिप्टी जेलर चंद्रकला एसआईटी की जांच में सामने आई। उसका नाम मुकदमे में नहीं आया था और न ही डीआईजी जेल की जांच में भी वह पकड़ में आ सकी। सूत्रों की मानें तो एसआईटी की बारीकी से चल रही छानबीन में इसी तरह जेल के कई ऐसे चेहरे सामने आते दिख रहे है, जिन्होंने विधायक अब्बास व पत्नी निखत बानो की कहीं न कहीं मदद की है।
होटल से विधायक अब्बास को रोजाना पहुंचता था खाना
माफिया मुख्तार अंसारी का विधायक बेटा जितने भी दिन चित्रकूट जेल में रहा, उसका वहां अपना सिक्का चलता रहा है। पत्नी निखत बानो के जेल में पकड़े जाने के बाद जब एसआईटी ने छानबीन शुरु की और उसके मददगार गिरफ्त में आए तो जेल के भीतर विधायक अब्बास को मिलने वाली सुविधाएं उजागर हुई। सूत्रों की मानें तो विधायक को रोजाना मुख्यालय कर्वी के पुरानी बाजार स्थित एक होटल से दोनों वक्त खाना पहुंचता रहा है।