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सीएम योगी से मिले कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान, नए एडवोकेट जनरल अजय मिश्रा ने भी की मुलाकात
CM Yogi News: 1988 बैच यूपी कैडर के आईपीएस देवेंद्र सिंह चौहान को गुरुवार देर शाम यूपी डीजीपी का कार्यभार सौंपा गया था प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने इसका आदेश जारी किया था।
सीएम योगी-डीजीपी डीएस चौहान-एडवोकेट जनरल अजय मिश्रा (फोटो
CM Yogi News: सूबे कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) देवेंद्र सिंह चौहान ने आज अपना कार्यभार ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) से मिलने उनके सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पहुंचे। डीएस चौहान ने सीएम योगी से शिष्टाचार भेंट की और पुलिस महकमे को लेकर भी चर्चा की। वहीं नए एडवोकेट जनरल अजय मिश्रा (New Advocate General Ajay Mishra) ने भी मुख्यमंत्री योगी से शिष्टाचार मुलाकात की। यूपी के पूर्व डीजीपी मुकुल गोयल को हटाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएस चौहान को कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया है। वह नए डीजीपी के नियुक्त होने तक उत्तर प्रदेश पुलिस की कमान संभालेंगे और उसके लिए अहम फैसले भी लेंगे।
नए एडवोकेट जनरल अजय मिश्रा (photo: social media )
सीएम योगी ने डीएस चौहान पर बड़ा विश्वास जताते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है। क्योंकि उनकी छवि साफ-सुथरी और ईमानदार अफसरों में रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने केंद्र से गुजारिश कर उन्हंअ उनके मूल कैडर यूपी वापस बुलाया था। 1988 बैच यूपी कैडर के आईपीएस देवेंद्र सिंह चौहान को गुरुवार देर शाम यूपी डीजीपी का कार्यभार सौंपा गया था प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने इसका आदेश जारी किया था। जिसके बाद उन्हें डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। डीजीपी के साथ डीएस चौहान के पास इंटेलिजेंस और विजिलेंस का भी चार्ज बना रहेगा। बता दें योगी सरकार ने उन्हें केंद्र से वापस मांगा था। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने इसकी स्वीकृति दे दी थी।
कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान (photo: social media )
बेकाबू नौकरशाही पर मुख्यमंत्री का हंटर
गौरतलब है कि बेकाबू नौकरशाही पर इस वक्त मुख्यमंत्री का हंटर चल रहा है, डीजीपी से पहले कई आईएएस, आईपीएस अफसरों पर भी गाज गिर चुकी है. मुकुल गोयल पर आरोप है की वह अपनी जिम्मेदारियों का सही ढंग से निर्वहन नहीं किया। इसी से नाराज मुख्यमंत्री ने हटाकर डीजी नागरिक सुरक्षा बना दिया है। उनकी जगह पर अब डीएस चौहान को अतिरिक्त प्रभार देकर पुलिस की कमान सौंपी है। मुकुल गोयल पर यह भी आरोप हैं कि उन्होंने अपने कार्य में शिथिलता बरती। सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं किया। इसके साथ ही पिछले महीने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठक में भी वह अनुपस्थित रहे थे। जिसके बाद से यह कहा जा रहा था कि योगी आदित्यनाथ उनसे नाराज हैं और बुधवार देर शाम उन्हें उनके पद से हटाकर डीजी नागरिक सुरक्षा बना दिया गया। मुकुल गोयल भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आकर सबसे बड़े सूबे के पुलिस मुखिया के तौर पर जून 2021 में कार्यभार ग्रहण किया था। विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद उन्हें हटाए जाये की चर्चा थी जिस पर बुधवार को मुहर भी लग गई।