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बाढ़ के बाद उनवल में संक्रमण का कहर, 250 बीमार, तीन की हालत गंभीर
बाढ़ के प्रलय के बाद अब संक्रमण ने पैर फैलाना शुरू कर दिया है। जिसका जीता जागता उदाहरण उनवल के कई गांवो में देखने को मिला है। जहां पिछले 20 घंटे में 250 से ज्यादा मरीजो को चिन्हित किया गया है।
गोरखपुर : बाढ़ के प्रलय के बाद अब संक्रमण ने पैर फैलाना शुरू कर दिया है। जिसका जीता जागता उदाहरण उनवल के कई गांवो में देखने को मिला है। जहां पिछले 20 घंटे में 250 से ज्यादा मरीजों को चिन्हित किया गया है।
वहीं गंभीर मरीजों को गोरखपुर के जिला अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है। अब जिला प्रशासन भी नींद से जाग गया है और संक्रमण विभाग को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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प्रशासन नहीं हुई गंभीर
गांव में डायरिया के मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। मरने वालों की संख्या 4 से 5 हो गई। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उनवल में महज 20 घंटों में 250 से अधिक मरीज देखे जा चुके है। कुछ की हालत नाजुक होने के कारण उपचार के लिए उन्हें सदर हॉस्पिटल भेजना पड़ा। ऐसे में प्रशासन अभी पूरी तरह से गंभीर नही हुई है।
गांव के सभी स्कूल खुले हुए है। चारों तरफ गंदगी का अम्बार है। नालियां जस की तस है। दवा का छिड़काव भी बहुत जरूरी है। जहां पर कस्बे के लिये डॉक्टरों की टीम उपलब्ध होनी चाहिए। वहीं महज एक डॉक्टर के जिम्मे ही इस भयावह स्थिति में गांव वासियों का जीवन छोड़ दिया गया है।
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हालत गंभीर
उनवल में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में डायरिया के मरीजों का ताता लगा हुआ है। तीन की हालत गंभीर है, जिन्हें जिला अस्पताल भेजा गया। वहीं उनवल में मरीजों की देखभाल की जिम्मेदारी महज एक डॉक्टर के भरोसे पर ही है। जिसकी वजह से इलाज में दिक्कत आ रही है। इलाज के लिए लोग अपने नंबर का इंतजार कर रहे है। रेफर मरीज सुमारी पत्नी रामअवतार (38), पुष्पा देवी पत्नी नन्दलाल प्रसाद (45), गुड़िया पुत्री गजराज निषाद (20) आज अबतक 35 मरीज नए देखे जा चुके।
क्या कहना है लोगों का?
वही स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारे गांव के सभी स्कूल खुले हुए है, जबकि इस गंभीर बीमारी को देखते हुए इन्हें बंद होना चाहिए। उनका कहना है कि ऐसे वक्त में पर्याप्त डॉक्टर और पर्याप्त दवा की भी की व्यवस्था होनी चाहिए। नालियों की साफ सफाई हो साथ ही पूरे कस्बे में दवा का छिड़काव हो पर ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा।
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