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यूपी पुलिस से जुड़ा मामला: कौन है ‘घरवाली’ और कौन ‘बाहरवाली', CBCID करेगी जांच

Aditya Mishra
Published on: 21 Jan 2021 9:38 AM GMT
यूपी पुलिस से जुड़ा मामला: कौन है ‘घरवाली’ और कौन ‘बाहरवाली, CBCID करेगी जांच
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पति की मौत के बाद पत्नी ने पेंशन के लिए आवेदन किया तो पता चला कि पेंशन तो किसी दूसरी महिला को पहले ही स्वीकृत हो चुकी है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक ऐसा वाकया सामने आया है। जिसके बारे में जो कोई भी सुन रहा है वो हैरान रह जा रहा है। मामला यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर की मौत से जुड़ा हुआ है।

दरअसल, इंस्पेक्टर रिटायरमेंट के बाद प्राइवेट नौकरी करने लगे थे । सैलरी से घर का खर्चा चलता था। एकाएक उनकी मौत हो गई। बाद में पत्नी ने पेंशन के लिए आवेदन किया। उसके बाद जो कुछ उन्होंने सुना। उनका सिर घूम गया।

पता चला कि पेंशन किसी दूसरी महिला को पहले ही स्वीकृत हो चुकी है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से इस ममले में शिकायत की। जिसके बाद दिवंगत इंस्पेक्टर की असली पत्नी कौन है।

Dead Body डेडबॉडी(फोटो:सोशल मीडिया)

पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे कई मामले

सीबीसीआईडी को यह पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। जांच चल रही है। ऐसे एक नहीं एक दर्जन मामले चल रहे हैं। उनमें पुलिस जांच कर रही है।

पुलिस कर्मियों की घरवाली और बाहरवाली की रार के मामले आए दिन अधिकारियों के सामने आते हैं। कई ऐसे हैं जिनकी आशिकी के किस्से जीते जी खुल जाते हैं। कई ऐसे हैं जिनकी मौत के बाद फजीहत होती है।

एक अन्य मामले में युवक एडीजी अजय आनंद के समक्ष पेश हुआ। बताया कि पिता पुलिस विभाग में थे। मौत हो गई। पिता ने दो शादियां की थीं। दूसरी पत्नी ने पेंशन में रोड़ा अटका दिया।

पंचायत हुई। पंचायत में तय हुआ कि पेंशन दूसरी पत्नी लेगी। पहली पत्नी के बेटे को नौकरी मिलेगी। पेंशन स्वीकृत हो गई। सौतेली मां ले रही है। मृतक आश्रित में उसकी नौकरी नहीं लग पा रही है। दूसरी पत्नी लिखकर देने को तैयार नहीं है।

Wife यूपी पुलिस से जुड़ा मामला: कौन है ‘घरवाली’ और कौन ‘बाहरवाली', CBCID करेगी जांच(फोटो:सोशल मीडिया)

ऐसे मामलों में क्या कहते हैं अधिकारी

वहीं इस तरह के प्रकरण में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कई बार पुलिस कर्मी सर्विस बुक में अपनी पत्नी का नाम नहीं लिखाते हैं। ऐसे मामले में उनके साथ कोई दुर्घटना घट जाए तो नौकरी और पेंशन का असली हकदार कौन है यह तय करने में काफी मुश्किलें आती है।

मृतक आश्रित में नौकरी के लिए आवेदन मात्र से ही नौकरी नहीं मिल जाती है। दिवंगत पुलिस कर्मी के माता-पिता, पत्नी और बच्चों को एसएसपी के समक्ष पेश होना पड़ता है। उनसे बात की जाती है। कोई विवाद तो नहीं है यह पूछा जाता है। ऐसे में कोई भी अड़ंगा लगा दे तो नौकरी लटक जाती है।

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Aditya Mishra

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