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Agra: आगरा के खनन निरीक्षक निलंबित, निदेशक रोशन जैकब ने रात में मारा था छापा
Agra News: आईएसटीपी न होने के प्रकरण में खनन निरीक्षक आगरा को निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग डॉ. रोशन जैकब ने निलंबित कर दिया गया है।
आगरा के खनन निरीक्षक निलंबित।
Agra: आगरा में राजस्थान और ग्वालियर के खनन परिवहन के वाहनों में रवन्ना व आईएसटीपी न होने के प्रकरण में खनन निरीक्षक आगरा (Mining Inspector Agra) को निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग डॉ. रोशन जैकब (Director Geology and Mining Department Dr. Roshan Jacob) ने निलंबित कर दिया गया है। बता दें 27, 28 मई की रात को विभाग की निदेशक रोशन जैकब (Department director Roshan Jacob) और निदेशालय की प्रवर्तन टीम ने औचक निरीक्षण किया था। जिसमें पाया गया था कि आगरा में सीमान्त राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश से आने वाले अधिकांश खनिज वाहनों में उस राज्य के परिवहन प्रपत्र एवं उत्तर प्रदेश राज्य का ट्रान्जिट पास (ISTP) नहीं मिला।
औचक निरीक्षण में वाहन चालकों ने की थी शिकायत
औचक निरीक्षण में वाहन चालकों द्वारा यह भी शिकायत की गई थी कि खनिजों का परिवहन कर रहे वाहनों से महीनेवार वसूली के आधार पर धन उगाही खान इंस्पेक्टर द्वारा की जा रही है। पूनाराम अहाके, खनन निरीक्षक द्वारा आगरा के खनन प्रशासन संबंधी दायित्वों का निवर्हन किया जा रहा है। जिनका यह दायित्व था कि उनके द्वारा समय-समय पर औचक निरीक्षण कर अवैध खनन, अवैध परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करते लेकिन अहाके ने अपने दायित्वों का भली भांति निवर्हन नहीं किया गया है।
आगरा में सीमान्त राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश से आने वाले अधिकांश खनिज वाहनों में उस राज्य के परिवहन प्रपत्र एवं उत्तर प्रदेश राज्य का ट्रान्जिट पास (आईएसटीपी) नहीं पाये जाने तथा वाहन चालकों से वसूली की प्राप्त शिकायतों के दृष्टिगत पूनाराम अहाके द्वारा प्रथम दृष्टया यह अपकृत्य किया जाना पाया गया।
खान निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलम्बित
आगरा खान निरीक्षक पूनाराम अहाके (Agra Mines Inspector Poonaram Ahake) को उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली 1999 के नियम-4 (1) के अन्तर्गत तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुये नियमावली के नियम-7 के अन्तर्गत उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई संस्थित की गयी है। खनन निदेशक रोशन जौकब ने साथ इस पूरे मामले की जांच अमित कौशिक, संयुक्त निदेशक, लखनऊ को सौंपी गई है। जो पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे। उसके बाद पूनाराम अहाके की मुश्किल और बढ़ सकती है।