TRENDING TAGS :
Agra News: तेंदुआ से पूरे शहर में दहशत, घंटों चले ऑपरेशन के बाद किया गया रेस्क्यू
Agra News: मंगलवार की सुबह भयानक एवं दिल दहला देने वाली रही, जब आगरा के एतमददौला क्षेत्र में सड़क पर नर तेंदुआ घूमता दिखाई दिया।
Agra News: शहरवासियों के लिए मंगलवार की सुबह भयानक एवं दिल दहला देने वाली रही, जब आगरा के एतमददौला क्षेत्र में सड़क पर नर तेंदुआ घूमता दिखाई दिया। वाइल्डलाइफ एसओएस और उत्तर प्रदेश वन विभाग द्वारा चलाये गए 4 घंटे लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तेंदुए को सफलतापूर्वक बचाया गया l
मंगलवार की सुबह, एत्मद्दौला क्षेत्र स्थित सीतानगर के निवासियों को सड़क पर घूमते एक तेंदुए को देखकर अपनी जान का डर सता गया।
तेंदुए का पता लगाने के लिए
गली में लगे सीसीटीवी फुटेज में तेंदुआ सड़क पर भागते हुए एक संकरी, भीड़-भाड़ वाली गली में इधर-उधर भटकता दिखाई दिया। तेंदुए ने अंत में एक छोटी सी फलों के भंडारण वाली दुकान में आश्रय ले लिया, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए उसे अंदर ही बंद कर दिया।
घटना की सूचना तुरंत वन विभाग और आगरा स्थित एनजीओ वाइल्डलाइफ एसओएस को दी गई। बचाव अभियान को अंजाम देने के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस की नौ सदस्यीय टीम बचाव उपकरण, जाल, पिंजरे के साथ तुरंत वन विभाग के अधिकारियों की एक टीम के साथ स्थान पर पहुंची।
जब तक वे पहुंचे, तब तक भारी मात्रा में भीड़ इस दुर्लभ दृश्य को देखने के लिए आम के स्टोर रूम के बाहर एकत्रित हो चुकी थी। बचाव दल ने दरवाजे को खोले बिना तेंदुए को रेस्क्यू करने के लिए दीवार के माध्यम से एक छेद ड्रिल किया और उन्होंने तेंदुए का पता लगाने के लिए उस सेफ्टी होल के माध्यम से एक कैमरा लगाया।
जब तक वन विभाग के अधिकारियों और पुलिस कर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित किया, उसी बीच वाइल्डलाइफ एसओएस के पशु चिकित्सा सेवाओं के उप निदेशक, डॉ. एस. इलियाराजा ने सेफ्टी होल के माध्यम से तेंदुए को ब्लो पाइप की मदद से बेहोश कर दिया। तेंदुए को फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
ऐसे हुआ तेंदुआ रेस्क्यू
वाइल्डलाइफ एसओएस के पशु चिकित्सा सेवाओं के उप निदेशक, डॉ इलियाराजा ने कहा, "तेंदुआ एक नर है, जिसकी उम्र करीब 7-8 साल है। इस तरह के बचाव अभियान अत्यधिक संवेदनशील होते हैं, जहां जानवर के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाने की आवश्यकता होती है। इतनी भारी भीड़ के बीच बचाव अभियान बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। "
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, "अतिक्रमण और वनों की कटाई के कारण इन जानवरों के प्राकृतिक आवास नष्ट हो रहे हैं, जिसकी वजह से तेंदुए जैसे जंगली जानवर मानव बस्तियों में मुर्गी एवं अन्य आसान शिकार की तलाश में आ रहे हैं। इसके परिणाम मानव एवं वन्यजीव दोनों के लिए हिंसक एवं क्रूर हो सकते हैं। इस रेस्क्यू को सफल बनाने के लिए हम वन विभाग और पुलिस के आभारी हैं। "
आगरा के डीएफओ, अखिलेश पांडे ने कहा, "यह घनी आबादी वाला क्षेत्र है, इसलिए तेंदुए के यहाँ आ जाने से निवासियों में दहशत की लहर दौड़ गई। स्थिति का आकलन करने के लिए हमने अपनी टीम को स्थान पर तैनात करने के बाद, बचाव अभियान में सहायता के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस से संपर्क किया। हम मदद के लिए और समय पर हस्तक्षेप प्रदान करने के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस टीम के आभारी हैं। "
पिछले साल, वाइल्डलाइफ एसओएस ने वन विभाग की सहायता से मथुरा के गोवर्धन छेत्र से भी एक तेंदुआ रेस्क्यू किया था।