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Agra News : मॉकड्रिल मामले में श्री पारस अस्पताल को क्लीन चिट, प्रियंका का सरकार पर वार

आगरा के श्री पारस अस्पताल को मॉकड्रिल मामले में क्लीन चिट मिल गई है, जिसको लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 19 Jun 2021 11:26 AM GMT
Agra News : मॉकड्रिल मामले में श्री पारस अस्पताल को क्लीन चिट, प्रियंका का सरकार पर वार
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फाइल फोटो, साभार-सोशल मीडिया

कोरोना की दूसरी लहर जब कहर बरपा रही थी तो आगरा के श्री पारस अस्पताल की दमघोंटू मॉकड्रिल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमें आरोप लगाए गए थे कि अस्पताल के द्वारा की गई मॉकड्रिल से 22 मरीजों की मौत हो गई थी। जिसके बाद पूरे प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई थी और सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए भी जांच के आदेश दिए थे। घटना के 10 दिन बाद जिला प्रशासन की जांच पूरी हो गई। जिसमें श्री पारस अस्पताल को क्लीन चिट मिल गई है।

शुक्रवार रात जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने प्रेसनोट जारी किया। जिसमें 26 व 27 अप्रैल को 48 घंटे के डेथ ऑडिट में 16 मृतक मिले हैं। वीडियो वायरल होने पर डीएम ने सात मौतों का दावा किया था। प्रशासनिक जांच में 16 मरीजों की मौतों का कारण ऑक्सीजन की कमी नहीं बल्कि मरीजों में संक्रमण की गंभीर स्थिति और अन्य बीमारियां को माना गया है।

वहीं श्री पारस अस्पताल को क्लीनचिट मिलने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका ने अस्पताल को मिले क्लीन चिट पर सवाल खड़े किए हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, ''विडंबना देखिए, खबरों के अनुसार, आगरा में अस्पताल ने मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके 'मॉकड्रिल' की और बीजेपी सरकार ने क्लीन चिट देकर इंक्वायरी की 'मॉकड्रिल' कर दी, सरकार और अस्पताल, दोनों का रास्ता साफ, मरीजों के परिजनों की गुहार को अनसुना कर सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया.''। बता दें प्रियंका ने एक न्यूज वेबसाइट की खबर को शेयर किया है, जिसमें श्रीपारस अस्पताल को मिली क्लीन चिट को लेकर जांच कमेटी पर सवाल उठने की बात लिखी गई है।

वहीं यूपी कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने बीजेपी सरकार ने हमला बोला है। उन्होंने कहा एक बार फिर से बीजेपी सरकार अपना असली चेहरा दिखाया है। आगरा के श्री पारस अस्पताल को क्लीन चिट देकर जिस अस्पताल का मालिक जैन स्वयं इस बात को वीडियो में कह रहा है कि हमारी ऑक्सीजन मॉकड्रिल से 22 लोगों की जान चली गई। सरकार उस माफिया के बचाव में आ गई, उस हत्यारे के बचाव में आ गयी। पीड़ितों के बयान नहीं लिए गए, वीडियो को मैनिपुलेटेड बता दिया गया, आखिर बीजेपी सरकार कितना गिरेगी?


ये है पूरा मामला?

बता दें 28 अप्रैल के श्री पारस अस्पताल के चार वीडियो वायरल हुए थे। जिनमें संचालक डॉ. अरिन्जय जैन 26 अप्रैल का किस्सा बयान कर रहे थे। वीडियो में कहीं गईं बातों को लेकर पूरे सूबे में हड़कंप मच गया था। मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेकर पूरे मामले की जांच के आदेश डीएम प्रभु एन सिंह को दिए। दो जांच कमेटियां बनाईं गईं। चार सदस्यीय एसएन चिकित्सकों की कमेटी ने 26 व 27 अप्रैल को श्री पारस अस्पताल में हुई मौतों का डेथ ऑडिट किया।

वहीं, पूरा मामला सामने आने के बाद अस्पताल को प्रशासन ने सीज कर दिया था और वहां भर्ती अन्य मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भर्ती करवा दिया गया था। यूपी सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद सामने आई रिपोर्ट में कहा गया है कि 15 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच में अस्पताल में 16 लोगों की जान गई थी। इन सभी 16 में से किसी की भी मौत 'मॉकड्रिल' की वजह से नहीं हुई थी। ये मरीज गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती थे या फिर गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।

Rahul Singh Rajpoot

Rahul Singh Rajpoot

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