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Agra Honey Trap: पत्नी फंसाती थी, पति ब्लैकमेल कर करता था उगाही, ये था हनी ट्रैप का खेल
Agra Honey Trap: मीठी मीठी बातें करके व्यापारियों को प्रेमजाल में पत्नी फंसाती थी, फिर पति गिरोह के साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग करता था।
Agra Honey Trap: मीठी मीठी बातें करके व्यापारियों को प्रेमजाल में पत्नी फंसाती थी, फिर पति गिरोह के साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग करता था। गिरोह लम्बे समय से व्यापारियों को हनी ट्रैपिंग का शिकार बना रहा था। पुलिस ने हनी ट्रैप कर कारोबारियों को ब्लैकमेल करने के आरोप में पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
ये है पूरा मामला
पहले फोन फिर मीठी-मीठी बात करके वो व्यापारियों को प्रेमजाल में फंसाती थी। प्यार मोहब्बत की बातें करती थी। जब उसे यकीन हो जाता था कि शिकार जाल में बुरी तरह फंस चुका है। तब वो पति के साथ मिलकर अपना वो असली रंग दिखाती थी। जिससे कारोबारियों के माथे पर पसीना आ जाता था। फिर गिरोह उसे ब्लैकमेल कर रकम वसूल करता था। आगरा में हनी ट्रैपिंग गिरोह चला रहे। भोले भाले लोगो में पहले प्यार, फिर दहशत फैला रहे थे। पुलिस गिरफ्त में आये पति का नाम विद्याराम और पत्नी के नाम पूजा है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 16,500 रुपये की नकदी की बरामद
दोनों आरोपी हरियल कॉलोनी तमशिया बसेड़ी थाना जनपद धौलपुर राजस्थान के रहने वाले है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 16,500 रुपये की नकदी बरामद की है। गिरोह लम्बे समय से व्यापारियों को हनी ट्रैपिंग का शिकार बना रहा था। लेकिन इज्जत के डर से कोई पुलिस के पास नहीं गया।
दबिश लेकर रूपेन्द्र और भूपेंद्र को किया गिरफ्तार
19 नवंबर को केशव थाने पहुँचे और अपनी आपबीती पुलिस अधिकारियों को सुनाई। केशव की बात सुनकर पुलिसकर्मी भी दंग रह गए। इसके बाद केशव की तहरीर पर जगनेर थाना पुलिस ने पांच लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि पति विद्याराम और उसकी पत्नी साथ मिलकर गिरोह चला रहे है। रूपेंद्र, भूपेंद्र और मनीष पहलवान भी गिरोह के सक्रिय सदस्य है। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और दबिश लेकर रूपेन्द्र और भूपेंद्र को गिरफ्तार किया। 19 नवंबर को दोनों को जेल भेज दिया। पुलिस का दबाव बढ़ा तो तीसरे आरोपी मनीष पहलवान ने 12 दिसम्बर को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अब पुलिस को गिरोह के सरगना विद्याराम और उसकी पत्नी पूजा की तलाश थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके पूरे गिरोह को जेल की सीखचों के पीछे पहुँचा दिया है। एसीपी खेरागढ़ ने बताया कि आरोपी सभ्रांत लोगो को जाल में फंसाकर ब्लैकमेल कर रहे थे।