Agra: पिछले दिनों में सात बड़ी वारदत का आगरा पुलिस नहीं कर पाई खुलासा, पीड़ितो में कारगिल शहीद का परिवार भी शामिल

Agra News: आगरा में इन दिनों अपराध की आंधी चल रही है। अपराध की आंधी इतनी तेज है कि पुलिस बेबस और लाचार हो गई है। अपराध और अपराधियों को कैसे रोके यह पुलिस को खुद समझ नही पा रही है।

Rahul Singh
Published on: 27 July 2022 6:05 AM GMT
कारगिल शहीद का पीड़ित परिवार के सदस्य
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कारगिल शहीद का पीड़ित परिवार के सदस्य (साभार न्यूज़ नेटवर्क)

Agra News: आगरा में इन दिनों अपराध की आंधी चल रही है। अपराध की आंधी इतनी तेज है कि पुलिस बेबस और लाचार हो गई है। अपराध और अपराधियों को कैसे रोके यह पुलिस को खुद समझ नही पा रही है। आज पहली घटना के रूप में जिक्र करते है खूंखार अपराधी विनय श्रोतीया का। कैदी विनय श्रोतीया दीवानी न्यायालय से पेशी के दौरान 13 जुलाई को पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। खूंखार कैदी विनय पर 30 आपराधिक मुकदमे दर्ज है। विनय पर 50 हजार का इनाम घोषित है। लेकिन पुलिस विनय को खोज नही पा रही।

कैदी विनय श्रोतीया की तलाश में आगरा पुलिस दर दर की खाक छान रही है। आगरा, अलीगढ़, मथुरा, फिरोजाबाद, हाथरस समेत हर संभावित जगह पर दबिश दे रही है। लेकिन फरार कैदी विनय का अब तक कोई सुराग नही लग पाया है। विनय के आगे आगरा पुलिस बेबस और लाचार नजर आ रही है।

दूसरी बड़ी घटना आगरा के कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई है। 22 जुलाई को दिनदहाड़े 7 बदमाशो के गिरोह ने व्यस्तम बाजार में कोरियर कम्पनी में डकैती डाली। हथियारों के बल पर 40 लाख रुपये लूट ले गए। बदमाश फायरिंग भी करके गए लेकिन वारदात में शामिल 7 बदमाशो में से एक भी पुलिस के हाथ नही आया है । वारदात सीसीटीवी वायरल हुआ। बदमाशों की तस्वीर भी पुलिस के सामने आई लेकिन पुलिस अब तक बदमाशों को नहीं खोज पाई। हालांकि पुलिस ने वारदात में शामिल बदमाशों के 5 परिजनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

लेकिन वारदात को अंजाम देने वाले सात बदमाश अब तक पुलिस के हाथ नहीं आए हैं। पुलिस को बदमाशों के नाम और पते मालूम है लेकिन बदमाश पुलिस की राडार से दूर है। ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि पुलिस बदमाशों को कब तक पकड़ पाएगी। पुलिस अधिकारी बदमाशों की गिरफ्तारी परिणाम घोषित करने की बात भी कह रहे हैं। लेकिन बदमाश कहां है? यह रहस्य पुलिस के सामने बरकरार है। कहना गलत नहीं होगा कि डकैती डालने वाले बदमाशों के आगे आगरा पुलिस बेबस और लाचार है।

जिले में तीसरी बड़ी वारदात 25 जुलाई को तजगंज थाना क्षेत्र के ताजनगरी में हुई। कारगिल शहीद के घर दो बदमाशों ने लाखों की लूट कर ली। घर मे मौजूद 2 साल के बच्चे की गर्दन पर चाकू रख कर दिया वारदात को अंजाम दिया। तो वारदात का खुलासा तो दूर पुलिस ने मामले पर चुप्पी साध ली है। 25 जुलाई को शाम 7:00 बजे दो नकाबपोश बदमाश कारगिल शहीद श्यामवीर सिंह के मकान में घुसे और लाखों की लूट करके फरार हो गए। पुलिस अधिकारी घटना के बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

पीड़ित परिवार की माने तो वारदात 25 जुलाई की है। शाम करीब 7:00 बजे दो नकाबपोश बदमाश कारगिल शहीद श्यामवीर के ताज नगरी स्थित मकान में दाखिल हुए। उस वक्त घर में कारगिल शहीद की पत्नी गीता देवी पुत्रवधू शकुंतला और 2 साल का नाती मौजूद था। घर के अंदर घुसते ही बदमाशों ने 2 साल के मासूम की गर्दन पर चाकू रख दिया। गीता देवी और शकुंतला को धमकी दी कि वह उनके नाती को मार देंगे। बदमाशों ने इसके बाद अलमारी का ताला तोड़ा और अलमारी में रखी लाख रुपये की नगदी लूट ली। घर मे रखे 45 तोले सोने के आभूषण और ढाई किलो चांदी के आभूषण लूटकर फरार हो गए।

घटना को अंजाम देकर भागते बदमाशों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। परिजनों की मानें तो सीसीटीवी में नजर आ रहे इन दोनों युवक ही वारदात को अंजाम दिया है। वारदात के बाद पीड़ित परिवार दहशत में है। पीड़ित परिवार ने ताजगंज पुलिस को मामले में लिखित तहरीर दी है। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का मौका मुआयना भी किया, लेकिन वारदात के बारे में कोई भी जानकारी देने से चुप्पी साध ली। घटना के बाद पीड़ित परिवार ने मीडिया को जरूर बताया कि बदमाशों ने कैसे पूरी वारदात को अंजाम दिया है।

चौथी बड़ी वारदाते एत्माद्दौला थाना क्षेत्र में हुई है। 24 घंटे के अंदर बाइक सवार दो बदमाशों ने एक ही अंदाज में दो चैन स्नैचिंग की दो वारदातों को अंजाम दिया बदमाश फरार हो गए। 1 सप्ताह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक अपाचे सवार बदमाशों को गिरफ्तार नहीं हो पाई कर पाई है। 16 जुलाई को बदमाशों ने आरबी डिग्री कॉलेज के नजदीक बेटे को स्कूल छोड़कर आ रही स्कूटी सवार महिला को पिस्टल दिखाकर सोने की चेन लूट ली थी। इसके बाद 17 जुलाई को बदमाशों ने फिर उसी अंदाज में थाने के नजदीक पिता के साथ नर्सरी गई युवती के गले से सोने की चेन तोड़ ली और फायरिंग करते हुए फरार हो गए। बदमाशों का अब तक सुराग नहीं लग पाया है। कहना गलत नहीं होगा कि बदमाश फरार हैं। पुलिस बेबस और लाचार है ।

पांचवी बड़ी वारदात 26 जुलाई की है। दिनदहाड़े बाइक सवार दो बदमाशों ने सदर थाना क्षेत्र में जलकल विभाग के कर्मचारी हर्षित शर्मा को गोली मार दी। गोली मारकर बाइक सवार बदमाश फरार हो गए। पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी है। बदमाश अब तक फरार हैं। फिर से पुलिस बेबस और लाचार है। घायल हर्षित शर्मा का अस्पताल में इलाज चल रहा है। हर्षित को किसने गोली मारी यह सवाल अब तक बरकरार पुलिस बेबस और लाचार है।

छठवीं बड़ी वारदात भी एत्माद्दौला थाना क्षेत्र में घटित हुई है। 23 जुलाई को घर के अंदर ही युवक घनश्याम की हत्या कर दी गई। घर के अंदर घनश्याम की रक्तरंजित लाश मिली। पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल का मौका मुआयना किया लेकिन वारदात का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है । घनश्याम का कत्ल किसने किया? क्यों किया? यह रहस्य अब तक बरकरार कहना गलत नही होगा कि पुलिस हत्यारे के आगे बेबस और लाचार है ।

सातवी बड़ी वारदात थाना फतेहाबाद क्षेत्र की है। थाना क्षेत्र में कसियाई गांव में एक मासूम बच्चे की क्षत विक्षत लाश मिली थी, वारदात को घटित हुई करीब एक महीना हो चुका है, लेकिन हत्यारे का अब तक कोई सुराग नही लग पाया है। बच्चे के माता पिता अब तक रो रहे है, और पुलिस हत्यारे को खोज नही पा रही है। वारदातों का सिलसिला लम्बा है देखना होगा पुलिस कब तक आगरा में अनसुलझी इन वारदतों का खुलासा कर पाती व पीड़ितों को इंसाफ दिला पाती है।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

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