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Agra Taj Mahal: इतिहासकार ने जताई संभावना, ताजमहल का निर्माण पहले, शाहजहां ने बाद में करवाया बदलाव

Agra Taj Mahal History: शाहजहां का बेटा सूजा , मुमताज के शव को लेकर आगरा आया और उसे ताजमहल के मुख्य मकबरे में दफन किया गया।

Rahul Singh
Published on: 9 May 2022 9:02 PM IST
Agra Taj Mahal Historian told that Taj Mahal was built first and Shah Jahan got it changed later
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Agra Taj Mahal Historian told that Taj Mahal was built first and Shah Jahan got it changed later (photo: social media )

Agra Taj Mahal History: जिस वक्त ताजमहल का निर्माण हुआ उस वक्त शाहजहां दक्षिण भारत मे था । मुमताज भी उनके साथ थी । बुराहनपुर में मुमताज की मौत हुई । शाहजहां का बेटा सूजा , मुमताज के शव को लेकर आगरा आया और उसे ताजमहल के मुख्य मकबरे में दफन किया गया । ये कहना है प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा , राजे का। इसके साथ ही प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा, राजे ने ये सवाल भी उठाया है कि जब इतनी बड़ी इमरात का निर्माण हो रहा था तो शाहजहां ताजमहल में क्यों नही था ? प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा , राजे ने ये भी संभावना जताई है कि हो सकता है ताजमहल इमारत का निर्माण पहले हो चुका हो और शाहजहां ने उसमे बदलाव करवाया हो।

ताजमहल और तेजोमहालय के बीच चल रहे विवाद के बीच प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा , राजे ने बड़ी जानकारी मीडिया से साझा की है । उन्होंने बताया कि जहाँगीर की मृत्यु के बाद 4 फरवरी 1628 को शाहजहां ने सत्ता संभाली । शहंशाह बनने के बाद जब उनका दत्तक पुत्र खानवा लोधी उन्हें सलाम करने नही आया तो शाहजहां ने खानवा लोधी को कैद करने का आदेश दिया। प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा, राजे की माने तो इसके बाद खानवा लोधी आगे और शाहजहाँ उनका करीब चार साल तक पीछा करता रहा।

इस बीच मे ताजमहल का निर्माण शुरू हो चुका था लेकिन उस वक्त शाहजहाँ वहाँ नही था । प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा , राजे बताते है कि ताजमहल जिस जगह पर है वह जयपुर के राजा मान सिंह की संपत्ति थी । शाहजहाँ ने मान सिंह के पोते राजा जय सिंह को ताजमहल के बदले में चार इमारत दी थी । प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा, राजे बताते है कि उनके पास वो फरमान भी है जिसमे ताजमहल के निर्माण के लिऐ 230 बैलगाड़ी संगमरमर लाने का जिक्र है।

22 कमरो के रहस्य को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा, राजे ने कहा कि ताजमहल के नीचे बने 22 कमरो तक जाने के लिए पहले रास्ता था । लेकिन 45 साल पहले संरक्षण के लिए ए एस आई ने रास्ता बंद कर दिया । उन 22 कमरो में क्या है ये रहस्य अब तक नही खुल पाया है। प्रमुख इतिहासकार राजकिशोर शर्मा , राजे ने ये बात जरूर कही कि ताजमहल के इन 22 कमरो के खोलने के बाद ताजमहल से जुड़े सभी रहस्य बाहर आ जाएंगे । पता चल जाएगा कि ये ताजमहल है या तेजोमहालय। जिस समय ताजमहल का निर्माण हुआ शाहजहाँ यहाँ नही था। ताजमहल के 22 कमरे खुलने के बाद सभी रहस्य भी खुल जाएंगे।



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