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Yamuna Flood Effect in UP: दिल्ली यमुना में बाढ से यूपी में बड़ा असर, गंगा और नदियां भी उफान पर

Yamuna Flood Effect in UP: आज जिलाधिकारी ने सदर तहसील क्षेत्र में यमुना किनारे बसे तनोरा नूरपुर के कई गांवो का निरीक्षण किया। ग्रामीणों से बातचीत की। सभी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

Rahul Singh
Published on: 13 July 2023 9:22 AM GMT (Updated on: 13 July 2023 10:39 AM GMT)

Yamuna Flood Effect in UP: दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना नदी उफान पर है। यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बढ़ते जलस्तर की रफ्तार को देखते हुए शासन प्रशासन अलर्ट है। खुद आज जिलाधिकारी ने सदर तहसील क्षेत्र में यमुना किनारे बसे तनोरा नूरपुर के कई गांवो का निरीक्षण किया। ग्रामीणों से बातचीत की। सभी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर संभावित स्थानों पर गोताखोर और नाविकों की ड्यूटी लगाई है। बाढ़ से निपटने की सभी तैयारी पूरी कर ली है। ग्रामीणों ने बातचीत में बताया कि एतिहात के तौर पर 3 गांव में बाढ़ चौकी स्थापित कर दी गई है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ़ चौकी पर लाइफ जैकेट समेत सभी जरूरी सामान उपलब्ध करा दिया है।

हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया है पानी

यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर का कारण हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी है। सुबह 11:00 बजे तक हथिनी कुंड बैराज से 1 लाख 51000 986 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया था। पानी , दिल्ली के ओखला बैराज, मथुरा के गोकुल बैराज होते हुए आगरा यमुना नदी में पहुंचा है। अब आगरा में यमुना नदी का जलस्तर पहले से बढ़कर 491.9 मीटर तक पहुंच चुका है। यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को देखकर नदी किनारे बसे गांवों, घरों में हलचल तेज हो गई है।

शहर और देहात में 100 से ज्यादा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र

यमुना नदी आगरा में शहर के साथ देहात क्षेत्र में भी बहती है। यमुना नदी के किनारे छोटे बड़े सैकड़ों गांव बसे हुए हैं। लाखों की संख्या में आबादी यमुना नदी के किनारों पर निवास करती है। शहर में छत्ता, सिकंदरा, एत्माद्दौला, ताजगंज थाना क्षेत्र के कई रिहायशी इलाके यमुना नदी के किनारे बसे हुए है। ऐसे में यमुना के जल स्तर में लोग डूब ना जाए। इसे बात को लेकर भी विभागीय अधिकारी अलर्ट हैं। सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी लोगों को नदी में स्नान और क्रीडा न करने की हिदायत दे रहे हैं। लोगों को बता रहे हैं कि इस समय नदी में नहाना खतरनाक हो सकता है। नहाने के दौरान कोई भी नदी में डूब सकता है। उसकी जान जा सकती है ।

अभी लो फ्लड लेवल से 4 मीटर नीचे है यमुना नदी का जलस्तर

यमुना नदी के जलस्तर में भले ही इजाफा हुआ है लेकिन अभी बाढ़ के खतरे जैसी कोई बात नहीं है। यमुना नदी का जलस्तर अभी 491. 9 मीटर पर है। जबकि यमुना नदी का लो ब्लड लेवल 495 फीट का है। मीडियम फ्लड लेवल 499 फ़ीट पर है। जबकि 508 फीट के वाटर लेवल को हाई फ्लड लेवल माना गया है। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। गोकुल बैराज से आगरा की यमुना नदी में 59746 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

पिछले साल चम्बल नदी के किनारे बसे ग्रामीणों को करना पड़ा था पलायन

आगरा में यमुना नदी के साथ चंबल नदी का जलस्तर भी बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। चंबल नदी का जलस्तर बढ़कर 113.5 मीटर पर पहुंच गया है। जो खतरे के निशान से अभी काफी मीटर नीचे है। चंबल नदी में 137.60 मीटर वाटर लेवल को हाई फ्लड लेवल माना गया है। आपको बता दें कि पिछले साल 2022 में चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण कई गांवों के लोगों को घरों से पलायन करना पड़ गया था। चंबल के रूप को रौद्र होता देख ग्रामीणों की चिंता बढ़ रही है।

मथुरा में भी असर

दिल्ली में तबाही मचाने के बाद यमुना का जल कान्हा की नगरी मथुरा की ओर लगातार बढ़ रहा है। बढ़ते जलस्तर के चलते यमुना खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है। वहीं यमुना ने अपने आगोश में घाटों को ले लिया, जो आम दिनों में सुने दिखाई दिया करते थे। घाटों का आलिंगन करने के बाद अब यमुना का जल धीरे-धीरे मैदानी इलाकों के साथ-साथ खादर इलाके में घुसने लगा हैं। लगातार निचले इलाकों में पानी भरने को देखते हुए डीएम पुलकित खरे ने राजस्व अधिकारियों के साथ गोकुल बैराज की गणेशपुरम कॉलोनी का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से संवाद कर पानी की ओर न जाने का आग्रह किया।

डीएम ने लोगो से संवाद करते हुए आराम से कोई चिंता न करते हुए आराम से सोने की बात जब कही तो लोगो ने कहा कि चिंता है रात को पानी बढ़ेगा और रात को कैसे सो पाएंगे जिस पर डीएम ने कहा आप आराम से सोइए जागने के लिए हम हे सरकार ने हमे छोड़ा हुआ है। जब भी जरूरत पड़ेगी आप सब लोगों को हमारी टीम सकुशल जगाकर राहत शिविर में ले जायेगी। डीएम से कहा की राहत चौकी और राहत शिविर बना दिए गए ही खाने और इलाज के लिए आप निश्चिंत रहिए। डीएम के इस भरोसे के बाद लोगो ने राहत की सांस ली। बाढ़ को देखते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि आज शाम के बाद से यमुना जल खतरे के निशान के समीप पहुंच जाएगा। सभी तैयारियां कर ली गई है।

Rahul Singh

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