Ayodhya: नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय नियुक्तियों में धांधली के आरोपों की जांच के केंद्रीय कृषि मंत्री ने दिए आदेश

Ayodhya News: नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज में कुलपति द्वारा हाल ही में की गई नियुक्तियों का मामला भारत सरकार के केंद्रीय कृषि मंत्री के दरबार में पहुंच गया है।

NathBux Singh
Published on: 9 Aug 2022 7:19 AM GMT
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आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या (फोटों साभार न्यूज़ नेटवर्क)

Ayodhya News: आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज में कुलपति द्वारा हाल ही में की गई नियुक्तियों का मामला भारत सरकार के केंद्रीय कृषि मंत्री के दरबार जा पहुंचा है। केंद्रीय कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्री भारत सरकार नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रकरण में जांच के आदेश दे दिए हैं। कृषि मंत्री के आदेश के क्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद कृषि विस्तार संभाग कृषि अनुसंधान भवन पूसा नई दिल्ली के अपर सचिव कृषि विस्तार बलराज सिंह ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान जीटी रोड रावतपुर कानपुर को प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जानकारी के बाद कृषि विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया है।

रतनदीप मोटर्स सुल्तानपुर के प्रोपराइटर दीपक जैन ने केंद्रीय कृषि एवं कषि कल्याण मंत्री भारत सरकार नरेंद्र सिंह तोमर को संबोधित शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह द्वारा अभी हाल ही में बड़े पैमाने पर नियुक्ति की है। जिसमें जबरदस्त धांधली भी की गई है। शिकायतकर्ता श्री जैन ने शिकायती पत्र में लिखा है कि मेरे गृह जनपद सुल्तानपुर एवं आसपास के जनपदों के कई लड़केेे और लड़कियां जो कृषि कृषि अभियंत्रण गृह विज्ञान व मछली पालन मेंं कुमारगंज अयोध्या विश्वविद्यालय से ही पढ़े हैं उनको नजरअंदाज करते हुए नए एवं अनुभवहीन ग्रामीण पृष्ठभूमि से दूर के लड़के एवं लड़कियोंं की नियुक्तियां कर दी गई है।

यही नहींं कुलपति नेेे विश्वविद्यालय में कार्यरत रहे अथवा कार्यरत लोगों के अभ्यर्थियों कीी नियुक्ति अभी हाल ही में विषय वस्तु विशेषज्ञों के पद पर की है। जिनमें सेवानिवृत्त कनिष्ठ लिपिक कैसियर कुलसचिव कार्यालय पूरनमासी का पुत्र, कनिष्ठ लिपिक छात्र अधिष्ठाता कार्यालय शीपचंद का पुत्र, सह प्राध्यापक कुलसचिव डॉ डीके द्विवेदी की पुत्री, वरिष्ठ्ठ शोध सहायक योग सहायक प्राध्यापक डॉ राजकुमार पाठक का पुत्र, सेवानिवृत्त फार्म मैनेेेेजर डॉ मनोज कुमार सिंह का पुत्र एवं सेवानिवृत्त कार्यालय अधीक्षक सत्यनाम सिंह के पुत्र रूपेश सिंह भी शामिल है। और तो और रूपेश सिंह की नियुक्ति ईडब्ल्यूएस कोटे में आरक्षण का लाभ देतेे हुए कृषि विज्ञान केंद्र बक्शा जौनपुर में विषय वस्तु विशेषज्ञ पद पर कर दी गई है।

राज्य सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लिए बनाए गए नियमोंं का पाालन नहीं किया गया है शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि सत्यनाम सिंह 66 सौ ग्रेड पे पाकर सेवानिवृत्त हुए हैं। यही नहीं उक्त अभ्यर्थी रूपेश सिंह केे सेवानिवृत्त पिता 45 हजार रुपए पेंशन एवं महंगाई राहत प्राप्त कर रहेे हैं और वह आयकर दाता भी हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि स्क्रीनिंग कमेटी ने अपनेे दायित्व सम्यक निर्वहन नहीं किया है। शिकायतकर्ता दीपक जैन ने केंद्रीय कृषि मंत्री से किसी जांच एजेंसी स गोपनीय जांच कराते हुए नियुक्तियों को निरस्त करते हुए कुलपति कुलपति को जिम्मेदार माने जाने की मांग की है।

मामलेे में जांच के आदेश दिए जाने के बाद निदेशक डॉ यू एस गौतम ने महानिदेशक उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद कृषि मंडी भवन विभूति खंड गोमती नगर लखनऊ एवं विश्वविद्यालय के कुलपति को भी प्रकरण में पत्र भेज दिया है। उधर विश्वविद्यालय में बड पैमाने पर हुई नियुक्तियों में धांधली की शिकायतों केेे बावजूद भी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह अपने चंद दिनोंं के अवशेष कार्यकाल में तीसरी बार फिर से बड़ेेे पैमाने पर विश्वविद्यालय में विभिन्न पदों हेतु नियुक्तियों को लेकर प्रक्रिया आरंभ कर चुकेे हैं। फिलहाल यदि नियुक्तियों में हुई धांधली की शिकायत की जांच पूरी होनेे तक पुनः नियुक्ति को लेकर रोक न लगाई गई तब अनगिनत होनहार प्रतिभावान अभ्यर्थी चयनित होने से वंचित रह जाएंगे। हालांकि विश्वविद्यालय के कुलपति मामले को दबानेे में जुुुटे हैं।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

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