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Jalaun News: होली पर मूर्खाधिराज बने अखिल, हंसी-ठठ्ठे के बीच महामूर्ख सम्मेलन संपन्न

Jalaun News: पांच दशक पुरानी सांस्कृतिक धरोहर महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन होली के सतरंगी पर्व पर मंगलवार को सर्राफा बाजार में संपन्न हुआ।

Afsar Haq
Report Afsar Haq
Published on: 8 March 2023 8:38 AM IST
Akhil became the king of fools on Holi, the great fool conference concluded
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जालौन: होली पर मूर्खाधिराज बने अखिल, हंसी-ठठ्ठे के बीच महामूर्ख सम्मेलन संपन्न

Jalaun News: पांच दशक पुरानी सांस्कृतिक धरोहर महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन होली के सतरंगी पर्व पर मंगलवार को सर्राफा बाजार में संपन्न हुआ। अबकी दफा आयोजन की कमान सामाजिक संस्था दर्पण जन कल्याण सेवा समिति एवं वागीश्वरी साहित्य परिषद ने संयुक्त रूप से संभाली। मूर्खों की जमात के बीच विदूषक दूल्हे के वेश में सजे धजे मूर्खाधिराज अखिल वैद की बारात जैसे ही आयोजन स्थल पर पहुंची, मूर्खों की जमात ने उनका जोरदार स्वागत किया। अपनी ऊल जलूल हरकतों के लिए विख्यात कांग्रेस के पूर्व नगर अध्यक्ष अखिल वैद को इस साल का महामूर्ख सम्मान से बख्शा गया था।

जालौन में हर साल की तरह इस साल भी दर्पण संस्था के रंगकर्मी स्व. हर्ष उपाध्याय की स्मृति में आयोजित महामूर्ख सम्मेलन में मूर्खाधिराज की बारात बैंड-बाजों के साथ उनके प्रताप नगर स्थित आवास से उठी और भुंजरया चौराहे पुरानी स्टेट बैंक, नई स्टेट बैंक, लवली चौराहा, मानिक चौक होकर आयोजन स्थल सर्राफा बाजार पहुंची। बाराती मस्ती में झूम कर नाच रहे थे।

आयोजन समिति के लोगों ने महामूर्ख को हाथों हाथ लेकर मंच पर पधरवाया और उनके कंठ में गजरे और गुझिया पपड़िया की माला डाल कर उन्हें अपनी मूर्खता पर खुश होने का अवसर दे डाला। आयोजक संस्थाओं वागीश्वरी साहित्य परिषद के अध्यक्ष अरुण वाजपेयी, दर्पण के प्रबंधक ने मूर्खाधिराज का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

मूर्खाधिराज की नसीहत

इस दौरान मूर्खाधिराज अखिल वैद ने इस परंपरा को कोंच नगर की विरासत बताते हुए कहा कि लोगों को आपसी बैमनस्यता त्याग कर, अपने अंदर की बुराइयों को जला कर, खुद प्रसन्न रहने और दूसरों को प्रसन्न करने की कला सीखने की जरूरत है। इसके बाद हास्य और प्रहसन के दौर में जहां मूर्खाधिराज से जुड़े अतीत को कुरेद कर उनकी पोलें खोली गई, वहीं मंच पर विराजे अन्य छोटे बड़े मूर्खों को लेकर भी गजब की व्यंग्यिकाएं परोस कर माहौल को खुशगवार बनाए रखने का प्रयास किया गया।

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुतियां देकर नंदराम स्वर्णकार, वीरेंद्र त्रिपाठी ओंकारनाथ पाठक, संतोष तिवारी सरल, सुनीलकांत तिवारी, भास्कर सिंह माणिक्य, विजय रावत आदि ने ऑडियंस को मूर्ख बनाकर हंसाया और खूब गुदगुदाया। पेशे से शिक्षक कमलेश निरंजन ने बेजोड़ हास्य व्यंग प्रस्तुत कर सम्मेलन अपने नाम कर लिया। संचालन मृदुल दांतरे ने किया। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक मूलचंद्र निरंजन, शिक्षक एमएलसी बाबूलाल तिवारी, दिनेश भार्गव, विनोद अग्निहोत्री, डॉ. दिनेश उदैनिया, कांग्रेस की जिला अध्यक्ष दीपांशु समाधिया, आदि मौजूद रहे।



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Shashi kant gautam

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