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UP: ‘पूरे यादव समाज से माफी मांगे अखिलेश’, लखनऊ में सपा सुप्रीमो के खिलाफ लगा पोस्टर
UP News: भाजपा अध्यक्ष से किस विषय पर बोलना है, इस पर चर्चा की। दोनों नेताओं की ये निजी चर्चा मीडिया के कैमरे में कैद हो गई और फिर यह वायरल हो गई।
UP News: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर लगा एक पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से पूरे यादव समाज से माफी मांगने की मांग की गई है। उन पर देश के वर्तमान में यादव समाज से आने वाले एकमात्र मुख्यमंत्री का अपमान करने का आरोप लगाया है। उक्त पोस्टर बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और विधान परिषद सदस्य सुभाष यदुवंश द्वारा लगाया गया है।
पोस्टर में सपा सुप्रीमो के उस विवादित ट्वीट का फोटो भी लगाया गया है, जिसे उन्होंने 14 फरवरी को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से ट्वीट किया था। ट्वीट में उन्होंने एमपी के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का एक वीडियो शेयर करते हुए एमपी सीएम की मजाक उड़ाया था।
क्या लिखा है पोस्टर में ?
बीजेपी एमएलसी सुभाष यदुवंश द्वारा लगाए गए पोस्टर में लिखा है, ‘देश के इकलौते यादव मुख्यमंत्री माननीय मोहन यादव जी के प्रति अपमानजनक टिप्पणी के लिए अखिलेश यादव पूरे यादव समाज से अविलंब माफी मांगे।‘
अखिलेश ने मोहन यादव पर कसा था तंज
दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पिछले दिनों समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ के दौरे पर थे। यहां उन्होंने बीजेपी नेताओं संग कार्यकर्ताओं की एक बैठक में हिस्सा लिया। बैठक के बाद वे प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के साथ मीडिया के सामने आए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के शुरू होने से पहले उन्होंने भाजपा अध्यक्ष से किस विषय पर बोलना है, इस पर चर्चा की। दोनों नेताओं की ये निजी चर्चा मीडिया के कैमरे में कैद हो गई और फिर यह वायरल हो गई।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने एक न्यूज चैनल द्वारा चलाए जा रहे इस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एमपी सीएम पर जोरदार तंज कसा। उन्होंने 14 फरवरी को एक्स पर लिखा, कठपुतली तो सुना था, बतपुतली पहली बार देख रहे हैं। जिनकी बात की डोरी भी किसी और के हाथ में है। आज़मगढ़ की जनता कह रही है जिनको ये न मालूम हो कहना क्या है, उनको सुनना क्या।
भारतीय जनता पार्टी अखिलेश के इस ट्वीट को एक यादव नेता का अपमान बताकर अब पूरे यदुवंशी समाज से माफी मांगने की मांग कर रही है। बता दें कि मोहन यादव जब से मध्य प्रदेश जैसे एक बड़े हिंदी भाषी राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं, तब से उनकी चर्चा यूपी-बिहार की राजनीति के परिपेक्ष्य में ज्यादा हो रही है। इन दोनों ही राज्यों की राजनीति में यादव जाति का कितना दबदबा है, ये बताने की बात नहीं है। इसलिए यूपी-बिहार मे जब भी एमपी सीएम का दौरा होता है तो इसे सपा और राजद के कैंप के यादव मतदाताओं को बीजेपी की तरफ आकर्षित करने की रणनीति के तौर पर देखा जाता है।