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Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव ने किस बात पर कहा CM योगी आदित्यनाथ का क्रडिट ना डाउन करो, और फिर पूछ बैठै ये सवाल
Akhilesh Yadav on CM Yogi: अखिलेश यादव ने मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ का क्रेडिट न डाउन करो। 50 करोड़ नहीं 60 करोड़ लोगाें ने प्रयागराज संगम में स्नान किया है।
Akhilesh Yadav on CM Yogi
Akhilesh Yadav on CM Yogi: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 अब समापन की ओर है। योगी सरकार की तरफ से आ रही सूचनाओं के मुताबिक कई करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पावन स्नान किया है। इस पर मीडिया ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव से सवाल किया कि सीएम योगी अदित्यनाथ सरकार का कहना है कि महाकुंभ में 50 करोड़ लोगों ने त्रिवेणी में डुबकी लगाया है, इस पर आप क्या कहना चाहेंगे?
अखिलेश यादव ने मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ का क्रेडिट ना डाउन करो। 50 करोड़ नहीं 60 करोड़ लोगाें ने प्रयागराज संगम में स्नान किया है। आगे उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि स्नान का तो आंकड़ा हैं इनके पास यानी योगी सरकार के पास, लेकिन महाकुंभ मौनी अमावस्या पर भगदड़ में कितने लोगों की मौत हुई है। इसका आंकड़ा नहीं जारी कर पा रहे हैं।
अखिलेश यादव इन मुद्दों पर भी बोले
यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इसके अलावा वाराणसी में और कई मुद्दों पर बात की। साथ ही केंद्र सरकार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस बजट ने नौकरी ना दी हो, किसानों की आय दोगुनी ना की है, जिस बजट से व्यापार ना बढ़ा होउस बजट में मायूसी थी और निराश किया। इस सरकार ने धोखा दिया है। और जानबूझकर जनता का ध्यान हटाने के लिए इस तरह का (वक्फ (संशोधन) विधेयक) बिल लाए हैं। इसके बाद पूर्व सीएम ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर कहा कि यह बहुत पहले होना चाहिए था।
बता दें कि महाकुंभ डेढ महीने का अयोजन है। 13 जनवरी से प्रारंभ हुआ जो कि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि अमृत स्नान के साथ संपन्न हो जाएगा। जिसमें अभी 12 दिन शेष है। माघ महीने में आयोजित हुए महाकुंभ 2025 में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 50 करोड़ श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं। वहीं इस बीच मौनी अमावस्या अमृत स्नान पर एक बड़ी दुर्घटना घट गई थी जिसमें कई लोगों की मौत होने की खबर सामने आई।
हालांकि आधिकारिक आंकड़ो के मुताबिक 30 लोगों के मौत होने की पुष्टि की गई। लेकिन स्थानीय मीडिया का दावा है कि इससे अधिक लोगों की मौत हो हुई है। यही नहीं उस दिन भगदड़ सिर्फ एक ही जगह नहीं बल्कि संगम क्षेत्र के तीन जगहों पर भगदड़ हुई थी और इन तीनों भगदड़ में लोगों के मारे जाने का दावा है। वहीं विपक्ष सरकार को लगातार सवालों के कटघरे में खड़ा कर रही है, और मौत का सही आंकड़ा जारी करने की मांग कर रही है।