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Election 2024: अखिलेश ने इन युवाओं पर लगाया दांव, 25 साल की प्रिया बनीं बीजेपी के लिए चुनौती?
Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव ने इस लोकसभा चुनाव में कई युवा चेहरों पर भरोसा जताया है। सपा ने इकरा हसन, प्रिया सरोज, आदित्य यादव समेत कई युवाओं को चुनावी मैदान में उतारा है। आइए, जानते हैं कौन-कौन हैं इस युवा प्रत्याशियों की लिस्ट में।
Lok Sabha Election 2024: सपा ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए यूपी की कई चर्चित सीटों पर युवा चेहरों पर भरोसा जताया है। इन सीटों में मछलीशहर, कौशांबी, बदायूं और कैराना शामिल है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो अखिलेश यादव अब धीरे-धीरे पार्टी में युवा शक्ति को शामिल करना चाहते हैं। इन युवा प्रत्याशियों में कुछ ऐसे प्रत्याशी भी हैं जिन्होंने विदेशों में पढ़ाई की है और अब प्रदेश की राजनीति में सीधे तौर पर हिस्सा लेने को तैयार हैं। आइए, जानते हैं आखिर कौन-कौन से वो युवा चेहरे हैं जिसपर सपा ने इस लोकसभा चुनाव को लेकर भरोसा जताया है।
मछलीशहर लोकसभा सीट से प्रिया सरोज
सपा ने मछलीशहर लोकसभा सीट से बीपी सरोज जैसे सधे हुए नेता के सामने एक युवा चेहरे को अपना प्रत्याशी बनाया है। दरअसल, समाजवादी पार्टी ने मछलीशहर सीट से युवा महिला नेता प्रिया सरोज (Priya Saroj) को टिकट दिया है। प्रिया सरोज को टिकट मिलने के बाद से ही मछलीशहर सीट की चर्चा तेज हो गई है। बता दें, मछलीशहर से सपा प्रत्याशी प्रिया सरोज पूर्व सांसद तूफानी सरोज की बेटी हैं । तूफानी सरोज 1999 से लेकर 2014 तक सैदपुर और मछलीशहर सीट से सांसद चुने गए थे। हालांकि, 2014 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। प्रिया सरोज ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है और वर्तमान समय में सुप्रीम कोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही हैं।
कौशांबी सीट से पुष्पेंद्र सरोज
सपा ने कौशांबी लोकसभा सीट से पूर्व विधायक इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेंद्र सरोज (Pushpendra Saroj) को चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें, सपा प्रत्याशी के पिता इंद्रजीत सरोज सपा के राष्ट्रीय महासचिव और मंझनेपुर विधानसभा क्षेत्र से 5 बार के विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में भी इंद्रजीत सरोज मंझनपुर सीट से विधायक हैं। 25 साल की उम्र के साथ पुष्पेंद्र सबसे कम उम्र के प्रत्याशी हैं। उन्होंने लंदन के क्वीन विश्वविद्यालय से एकाउंटेंसी में स्नातक किया है। वर्तमान में वह प्रयागराज के धूमनगंज इलाके के सुलेमसराय में रहते हैं।
बदायूं लोकसभा सीट से आदित्य यादव
सपा ने बदायूं लोकसभा सीट से दो बार अपने उम्मीदवार बदले हैं। सबसे पहले सपा ने धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) को टिकट दिया था। फिर बाद में धर्मेंद्र का टिकट काट कर शिवपाल यादव को प्रत्याशी बनाया गया। और फिर अंत में एक बार फिर टिकट में बदलाव करते हुए सपा ने शिवपाल यादव की जगह उनके बेटे आदित्य यादव को अपना उम्मीदवार बनाया। हालांकि, शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) खुद चाहते थे कि बदायूं से उनकी जगह उनका बेटा आदित्य यादव (Aditya Yadav) चुनाव लड़े। बता दें, आदित्य यादव के लिए राजनीति कोई नई चीज नहीं है। उनका पूरा परिवार राजनीति से जुड़ा है। आदित्य यादव खुद राजनीति के साथ-साथ व्यापार से भी जुड़े हुए हैं। आदित्य यादव के खिलाफ कोई आपराधिक इतिहास भी नहीं है। आदित्य यादव ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीबीए और फिर मास्टर ऑफ टूरिज्म एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की है। जानकारी के अनुसार, आदित्य यादव की उम्र 35 साल है।
कैराना सीट से इकरा हसन
सपा ने यूपी की चर्चित लोकसभा सीट कैराना से इकरा हसन को टिकट दिया है। इकरा हसन (iqra Hasan) वेस्ट यूपी के कद्दावर नेता रहे मुनव्वर हसन की बेटी हैं। इकरा हसन के पिता मुनव्वर हसन देश के चारों सदन के सदस्य रह चुके हैं। और इसके लिए मुनव्वर हसन का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया था। इसके अलावा सपा प्रत्याशी इकरा के दादा चौधरी अख्तर हसन भी एक बार के सांसद रह चुके हैं। इकरा की मां तबस्सुम दो बार सांसद रह चुकी हैं। इनके अलावा इकरा के बड़े भाई नाहिद हसन कैराना सीट से लगातार तीन बार के एमएलए हैं। इकरा हसन (Iqra Hasan) ने दिल्ली के प्रतिष्ठित लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और फिर लॉ की पढ़ाई करने वह लंदन चली गईं। कानून की पढ़ाई करने के बाद वह अपने देश वापस लौट आईं। बीते 9 सालों से इकरा हसन कैराना की राजनीति में सीधे तौर पर सक्रिय हैं। जानकारी के अनुसार, इकरा हसन कैराना लोकसभा सीट (Kairana Lok Sabha Seat) पर सपा की लोकसभा प्रभारी हैं। बीते कुछ महीनों से इकरा लगातार कैराना सीट पर चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई थीं।