TRENDING TAGS :
झांसी में बोले अखिलेश- सत्ता में आते ही ईवीएम के खिलाफ महाअभियान चलाएगी सपा
अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता में आने पर उनकी पार्टी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की व्यवस्था को खत्म करने के लिए अभियान चलाएगी। उनका कहना है कि ईवीएम पर किसी को भरोसा नहीं है।
झाँसी: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता में आने पर उनकी पार्टी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की व्यवस्था को खत्म करने के लिए अभियान चलाएगी। उनका कहना है कि ईवीएम पर किसी को भरोसा नहीं है। यह बात उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही हैं।
बजट पर कही ये बात
अखिलेश यादव ने कहा कि बुंदेलखंड की जनता ने भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास करते हुए अपने क्षेत्र से पूर्ण बहुमत दिया था, लेकिन इस पार्टी ने उनका 100 फीसदी विश्वास तोड़ा है। अखिलेश ने कहा कि बुंदेलखंड में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, यहां से जो सासंद चुनकर लोकसभा गए थे, वे बजट में किसानों के मुद्दे नहीं रख पाए। बजट की बात आई तो कोई मदद नहीं की। सबसे अधिक बुंदेलखंड के किसान संकट में हैं। महोबा और झाँसी में आए दिन किसान आत्महत्या कर रहे हैँ। इसके बावजूद सरकार नींद टूटने का नाम नहीं ले रही।
ये भी पढ़ें: नए भारत के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान देगा यूपी का यह बजट: एके शर्मा
उन्होंने कहा कि यह सरकार सपा सरकार के प्रोजेक्टों की गति धीमी कर रही है, ताकि इन प्रोजेक्टों का श्रेय खुद ले सकें। इन्होंने एंबुलेंस सेवा बर्बाद कर दी। पांच सौ बेड का अस्पताल भी पूरा नहीं किया गया। भाजपा सरकार से जनता पूरी तरह से ऊब चुकी हैं। अब सरकार के गिनती के दिन ही बचे हैं। उनका कहना है कि हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव भी बैलेट पेपर से हुआ था, जिसकी मतगणना कई दिनों तक चली थी।
अगर हम यहां भी बैलेट पेपर से वोटिंग कराते हैं तो लोगों का भरोसा वापस जीत सकेंगे। इसके लिए हम ट्रेनिंग कैंप चला रहे हैँ। सपा से जुड़े सारे लोग अपना वोट डाल देंगे तो भारतीय जनता पार्टी अपने हार जाएगी। इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव, एमएलसी रमा निरंजन, दीपनारायण यादव, तिलकचंद्र अहिरवार, शिवराम कुशवाहा, श्याम सुंदर, तनवीर आलम, महेश कश्यप, मीरा आर्या, संजय यादव, संतसिंह सेरसा आदि लोग उपस्थित रहे हैं।
यूपी में बिहार जैसी स्थिति नहीं होगी
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में बिहार विधानसभा चुनाव जैसी स्थिति नहीं होगी। वहां तो महागठबंधन की सरकार बन रही थी, लेकिन भाजपा ने सत्ता छीन ली। उन्होंने कहा कि यूपी में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा इतने बड़े अंतर से हारेगी, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। इस चुनाव में सपा 350 से ज्यादा सीटें जीतेगी।
'टोपी' पर उठे सवालों पर दिया जवाब
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा सपा की 'टोपी' पर निशाना साधे जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी की टोपी का जो लाल रंग है। वह हमारी क्रांति का, हमारे खून का रंग है और सबसे बड़ी बात यह है कि हमारी भावनाओं का रंग है, मगर हमारे मुख्यमंत्री के अंदर भावना ही नहीं है।
ढाई साल का बच्चा बता देगा कि कौन क्या है
उन्होंने योगी पर हमला करते हुए कहा मुख्यमंत्री कहते हैं कि ढाई साल के बच्चे ने यह देख लिया कि कौन क्या है, हम भी कह रहे हैं कि एक तरफ लाल टोपी वाले की फोटो रख दें और एक तरफ खुद मुख्यमंत्री की फोटो रख दें, ढाई साल का बच्चा बता देगा कि कौन क्या है,
बीजेपी की सरकार जाने वाली है इसलिए बदल दी भाषा
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में दिस तरह की भाषा इस्तेमाल की है उससे लगता है कि यह सरकार बौखला गई है। बीजेपी की सरकार जाने वाली है इसलिए सरकार की भाषा बदल गई हैं।
ये भी पढ़ें: विधान परिषद में गूंजा महिला उत्पीड़न का मामला, विपक्ष बोला- नहीं हो रही सुनवाई
पुष्पेंद्र यादव एनकाउंट में लगाए गंभीर आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2019 में झाँसी पुलिस ने कथित रेत माफिया पुष्पेंद्र यादव का एनकाउंटर कर दिया था। पुलिस का कहना था कि मोंठ प्रभारी ने उसका अवैध बालू से लदा ट्राक पकड़ा था, जिसके बाद उसने उन पर हमला किया था। मुठभेड़ में पुष्पेंद्र मारा गया था। पुष्पेंद्र के परिजनों ने पुलिस पर घूस न देने पर हत्या करने का आरोप लगाया था। इस मामले में सपा अध्यक्ष ने यूपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैँ।
लोकतंत्र का खत्म करना चाहती है सरकार
अखिलेश यादव ने कहा कि हाथरस घटना में सरकार ने परिवार की नहीं सुनी और अपने मन की की। हाल में ही एक बार फिर घटना घट गई। भारतीय जनता पार्टी की भाषा बदल गई है। लोकतंत्र में ठोक दो की और पटक-पटक कर मारा जाएगा ये भाषा नहीं हो सकती है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है।
रिपोर्ट: बीके कुशवाहा