TRENDING TAGS :
Jalaun News: 21 को जालौन आएंगे अखिलेश यादव, सपा संस्थापक सदस्य इंद्रजीत सिंह यादव के निधन पर प्रकट करेंगे शोक
Jalaun News: जालौन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 21 जुलाई शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर आएंगे।
Jalaun News: जालौन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 21 जुलाई शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर आएंगे। जहां पर समाजवादी के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होकर परिजनों को शोक संवेदना संवेदना प्रकट करेंगे।
श्रद्धांजलि सभा का किया जाएगा आयोजन
जालौन समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य व उत्तर प्रदेश के दर्जा प्राप्त पूर्व मंत्री और जालौन में 15 साल तक जिलाध्यक्ष की कमान संभालने वाले बुंदेलखंड के गांधीवादी नेता इंद्रजीत सिंह यादव का 85 वर्ष की उम्र में पिछले दिनों निधन हो गया था। 21 जुलाई शुक्रवार को जालौन के उरई शहर में बनी राधिका गार्डन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। जिसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शिरकत करेंगे। यह जानकारी समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य के पुत्र पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद यादव ने दी। उन्होंने बताया कि 21 जुलाई को पिताजी की श्रद्धांजलि सभा में अखिलेश यादव सैफाई से कार द्वारा उरई आएंगे। जहां राधिका गार्डन में श्रद्धांजलि सभा में शिरकत करके परिजनों से मुलाकात करेंगे।
स्व. मुलायम सिंह के खास माने जाते थे इंद्रजीत
जालौन के कद्दावर सपा नेता, इंद्रजीत यादव कोरोना के बाद से ही बीमारी से जूझ रहे थे। उनका हालचाल लेने के लिए पिछले वर्ष 27 दिसंबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 40 मिनट तक उनके आवास पर रुके थे। इंद्रजीत यादव प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के संस्थापक रहे स्व. मुलायम सिंह यादव के बेहद खास माने जाते थे। जब जनता दल बना तब मुलायम सिंह यादव यादव ने उन्हें 1980 में जनता दल का जिलाध्यक्ष बनाया था। छह अक्टूबर 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन होने के बाद उन्हें संस्थापक सदस्य के साथ-साथ जिलाध्यक्ष नियुक्त किया था। जिसके बाद वह लगातार 15 साल तक समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे। इसके अलावा जब मुलायम सिंह यादव पहली बार मुख्यमंत्री बने तो उन्हें जल निगम बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। इंद्रजीत यादव को बुंदेलखंड का गांधीवादी नेता कहा जाता था।