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UP Politics: PDA फॉर्मूले से भाजपा को हराएंगे अखिलेश यादव? सोशल मीडिया पर पोस्ट किए आंकड़े
UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आगमी लोकसभा चुनाव की पूरी तैयारी कर चुके हैं। सपा ने बाकी पार्टियों से एक कदम आगे चलते हुए अपने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इससे पहले अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ने के लिए अपना PDA फॉर्मूला भी जनता के बीच रखा था।
UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आगमी लोकसभा चुनाव की पूरी तैयारी कर चुके हैं। सपा ने बाकी पार्टियों से एक कदम आगे चलते हुए अपने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इससे पहले अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ने के लिए अपना PDA फॉर्मूला भी जनता के बीच रखा था। पीडीए, यानी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक। अखिलेश यादव 2024 के लोकसभा चुनाव में इसी तबके को अपना वोट बैंक बनाने की कोशिश में हैं। इसी क्रम में आज उन्होंने सोशल मीडिया “X” पर कुछ आंकड़े पोस्ट किए हैं।
90 प्रतिशत से ज्यादा वोटर्स करेंगे PDA के लिए वोट
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आंकड़ों से बताया है कि इस बार उनके साथ 90 प्रतिशत वोटर्स का साथ है। सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव ने जो आंकड़े पोस्ट किए वो इस प्रकार हैं–
49 प्रतिशत पिछड़ों का विश्वास PDA में
16 प्रतिशत दलितों का विश्वास PDA में
21 प्रतिशत अल्पसंख्यकों का विश्वास PDA में (मुस्लिम+सिख+बौद्ध+ईसाई+जैन व अन्य+आदिवासी)
4 प्रतिशत अगड़ों में पिछड़ों का विश्वास PDA में
(उपरोक्त सभी में आधी-आबादी मतलब महिलाएं सम्मिलित हैं)
कुल मिलाकर देखें तो इन आंकड़ों में 90 प्रतिशत वोटर्स की बात की गई है। अखिलेश यादव का दावा है की इस बार 90 प्रतिशत वोटर्स बीजेपी को वोट न देकर समाजवादी पार्टी ने पीडीए में विश्वास कर रहे हैं। महिलाओं की बात करते हुए सपा प्रमुख ने लिखा है कि, “यहाँ तक कि भाजपा के मुख्य समर्थकों में भी जो महिलाएँ महिला पहलवानों की दुर्दशा, मणिपुर की वीभत्स घटना, माँ-बेटी को जलाने के कांड जैसी अन्य अनगिनत नारी अपमान की घटनाओं को लेकर भाजपा समर्थक होने के नाते शर्मिंदा हैं वो अबकी भाजपा का साथ नहीं देंगी।” इससे उन्होंने यह बताने का प्रयत्न किया है कि प्रदेश का वोटर भाजपा से पूरी तरह नाराज़ है।
बीजेपी के सारे फॉर्मूले फेल
अपने ट्वीट में अखिलेश यादव ने कहा कि, “बीजेपी पीडीए फॉर्मूले का कोई गणित नहीं बैठा पा रही है। इस बार पीडीए एकजुट होकर वोट करेगा। यही कारण है कि भाजपा अपने उम्मीदवारों के चयन में बहुत पीछे रह गई है।” साथ ही उन्होंने कहा कि, “कोई भी उम्मीदवार बीजेपी से टिकट लेकर हारने के लिए नहीं लडना चाहता।” सपा प्रमुख ने ट्वीट में लिखा कि, “पीडीए के कारण बीजेपी का कोई भी समीकरण नहीं बैठ रहा है। उनके सारे फॉर्मूले फेल हो रहे हैं। और पीडीए का कोई गणित नहीं बैठा पा रही है।” गौरतलब है कि इससे पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दावा किया था कि भाजपा अपने सभी मौजूदा सांसदों का टिकट काट रही है। सिर्फ एक सांसद को टिकट मिल रहा है पर वो भी अपनी सीट बदल रहे हैं।
युवा और किसान भी भाजपा से नाराज
अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में बताने की कोशिश की है कि उत्तर प्रदेश का युवा और किसान भी भाजपा सरकार से नाखुश है। बेरोजगारी की बात करते हुए उन्होंने लिखा कि, “नौकरी या भर्ती की उम्मीद लगाये बैठे युवा भाजपा राज में हताश हुए हैं, वो सब भी इस बार भाजपा को हराने-हटाने के लिए ही वोट देंगे।” साथ ही किसानों के मुद्दे पर उन्होनें लिखा कि, “किसानों के बीच दुगुनी आय के झूठे वादों, बोरी की चोरी, फ़सल को नुक़सान पहुँचाते पशुओं से छुटकारा दिलाने की झूठी गारंटियों, महँगी होती कृषि की लागत के कारण भाजपा विरोधी लहर चल रही है।”