TRENDING TAGS :
बाढ़ पीड़ितों के लिए मसीहा बना अक्षयपात्र फाउंडेशन का 'किचन ऑन व्हील्स'
गोरखपुर में हाल ही में बाढ़ ने 01 लाख से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। अक्षयपात्र फाउंडेशन द्वारा अब तक 60 हजार बाढ़ पीड़ितों को अपने 'किचन ऑन व्हील' से पका-पकाया गर्म भोजन उपलब्ध कराया जा चुका है।
लखनऊ : गोरखपुर में हाल ही में बाढ़ ने 01 लाख से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। अक्षयपात्र फाउंडेशन द्वारा अब तक 60 हजार बाढ़ पीड़ितों को अपने 'किचन ऑन व्हील' से पका-पकाया गर्म भोजन उपलब्ध कराया जा चुका है। 26 अगस्त से अक्षयपात्र गोरखपुर में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। यह सेवा 5 सितंबर तक जारी रहेगी।
फाउंडेशन द्वारा सब्जी पुलाव, मटर पुलाव, मसाला चावल, थेपला और अचार जैसे पके पकाए भोजन एल्यूमीनियम फॉयल में पैक करके बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए प्रेषित किया जाता है। इन भोजन को स्थानीय एनसीसी, एनएसएस और फाउण्डेशन स्टाफ की मदद से वितरित किया जा रहा है। अक्षयपात्र फाउण्डेशन के अध्यक्ष मधु पंड़िता दास ने कहा कि हम सभी को संकट की इस परिस्थिति में साथ मिल कर लोगों की सहायता करने की आवश्यकता है।
यह भी पढ़ें ... CM योगी बोले- तटबंध मिट्टी के होते हैं, RCC के नहीं, कितना ठहर पाएंगे
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन जब तक चाहेगा फाउण्डेशन अपनी सेवाएं देते रहेगा। जिलाधिकारी राजीव रौतेला के निर्देश पर फाउंडेशन ने मेडिकल कालेज में भी इंसेफेलाइटिस पीड़ित परिजनों के बीच भी भोजन के पैकेट वितरित किए थे।
यह भी पढ़ें ... बाढ़ का कहर: घरों में भरा है पानी, मचान और चारपाई पर गुजर रहा दिन
किचन ऑन व्हील्स रसोई को इस तरह तैयार किया गया है कि हर दो घंटे में 2500 लोगों के लिए गर्भ भोजन बनाया जा सके। प्रतिदिन सुबह 4 बजे से साफ कण्टेनरों में खाना बनाया जाना शुरू किया जाता है। यह प्रक्रिया रात 10 बजे तक जारी रहती है। इस मोबाईल रसोई में 36 ट्रे में चावल पकाया जाता है।
3 हजार आरओ वाटर का टैंक, एक हजार लीटर क्षमता का अशुद्ध वाटर टैंक भी लगा हुआ है। एक आरओ प्लांट भी है जिससे प्रति घंटे 500 लीटर पानी साफ किया जाता है। इसके अलावा डीजी सेट, इनवर्टर, वीडियो आडियो अलार्म सिस्टम, आग और धुंए से सुरक्षा के लिए प्रणाली, मसाला तैयार करने के लिए बर्तन, वर्तन धोने के लिए स्वचालित सिंक, चावल के लिए डिटैचेबिल ट्राली, तीन स्टैप्स अपशिष्ट जल टैंक, धोने के लिए प्रेसर पम्प भी लगाए गए हैं।